जयपुर।
भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में प्रत्याशियों की घोषणा के बाद मचा घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। कांग्रेस में शेष बची सीटों के दावेदार और विरोधियों के समर्थकों ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है, तो भाजपा में विरोध प्रदर्शन प्रदेश मुख्यालय पर पहुंच गया है। दोनों ही दलों ने डैमेज कंट्रोल शुरू कर दिया है, लेकिन इसका असर अभी सामने नहीं आ रहा है। कांग्रेस ने अब तक 105 प्रत्याशियों, वहीं भाजपा ने 176 नामों की घोषणा कर दी है। इनमें से कई सीटों पर प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है।
बुधवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में असंतुष्टों के हुड़दंग को देखते हुए गुरूवार को मुख्यालय का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया। जयपुर के सेन्ट्रल पार्क में भी अधिकृत प्रत्याशियों के विरोधी समर्थकों सहित डेरा डालकर बैठे देखे गए।
डैमेज कंट्रोल के प्रयास
बगावत से अधिकृत प्रत्याशियों को नुकसान की आशंका को देखते हुए मान-मनौव्वल का दौर भी शुरू हो गया है। दोनों दलों को ही उम्मीद है कि नामांकन वापसी की तारीख तक स्थिति सामान्य हो जाएगी। असंतुष्ट फिर से सक्रिय होकर पार्टी के लिए काम करेंगे। बागियों को मनाने के लिए उनके नजदीकी सम्पर्को का ही ज्यादा सहारा लिया है।
कांग्रेस आलाकमान ने तो दिल्ली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान और राज्य कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के प्रमुख सीपी जोशी से लिखित में लिया था कि वे बागियों को मना लेंगे। तीनों ही नेताओं ने पार्टी के पदाधिकारियों को क्षेत्रवार जिम्मेदारी दी है कि किसी भी स्थिति में बागी अधिकृत प्रत्याशी के सामने मैदान में नहीं होना चाहिए, उसे संतुष्ट करके प्रचार में जुटाना है। सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्को के जरिए भी असंतुष्टों को मनाने का जिम्मा सौंपा गया है।
कहीं विरोध, कहीं रणनीति
सीकर के नीमकाथाना में भाजपा के प्रत्याशी प्रेमसिंह बाजोर की टिकट के विरोध में दावेदार करणसिंह बोपिया ने सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर विरोध जताया। इसी श्रीमाधोपुर में भी भाजपा प्रत्याशी झाबरसिह खर्रा का विरोध जारी है। झुंझुनूं से पूर्व विधानसभाध्यक्ष सुमित्रासिंह के समर्थकों ने विरोध जताते हुए बैठक की। बाद में सुमित्रासिंह ने दस नवम्बर को आगे की रणनीति तय करने का निर्णय किया है। बीकानेर के लुणकरणसर में टिकट के दावेदार माणिकचंद सुराणा के समर्थकों ने बैठक कर विरोध जताया। माणिकचंद ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऎलान किया।
श्रीगंगानगर के रायसिंहनगर में पूर्व विधायक लालचंद मेघवाल ने महापंचायत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। भादरा से पूर्व मंत्री ज्ञानसिंह चौधरी व करणपुर में कुंदनमल मिगनानी ने सभा कर विरोध जताया। कांग्रेस में सादुलपुर से मौजूदा विधायक संतोष सहारण का टिकट कटने पर कार्यकर्ताओं ने बैठक की। हालांकि इस दौरान सहारण दिल्ली पार्टी कार्यालय में रहे। झुंझुनूं में पार्टी की टिकट की घोषणा से पहले ही पिलानी विधानसभा क्षेत्र से जेपी चंदेलिया ने कांग्रेस से पर्चा दाखिल कर दिया है।
नागौर जिले के जायल से पूर्व विधायक मदनलाल मेघवाल ने भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया। अजमेर में राजपूत समाज की हुई बैठक में पुष्कर से भंवरसिंह पलाड़ा को टिकट नहीं देने का विरोध किया। साथ ही चेतावनी दी कि अब मसूदा से उन्हें टिकट नहीं दिया गया तो वे बतौर बागी ताल ठोकेंगे।
डूंगरपुर
नेताओं ने दिए इस्तीफे
कांग्रेस : डूंगरपुर में कांग्रेस के बागी के रूप में महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रतनदेवी भराड़ा ने 9 पदाधिकारियों समेत इस्तीफा दे दिया है। बागी के रूप में निर्दलीय चुनाव लड़ने का भराड़ा ने ऎलान कर यहां से लालशंकर घाटिया को टिकट देने की खुलकर खिलाफत की है।
भाजपा : डूंगरपुर सीट से ही भाजपा द्वारा देवेन्द्र कटारा को टिकट देने का दूसरे दावेदारों में अमृतलाल कलासुआ, माधव बरात, मदन गमेती, सुशीला भील आदि ने विरोध कर आलाकमान से प्रत्याशी बदलने और ऎसा नहीं होने पर बागी होने की चेतावनी दी है।
भाजपा : सागवाड़ा सीट से शंकरलाल डेचा ने निर्दलीय लड़ने का ऎलान किया है। यहां पूर्व मंत्री कनकमल कटारा की पुत्रवधू अनिता कटारा को पार्टी ने नए चेहरे के रूप में उतारा है।
भाजपा : आसपुर विधानसभा सीट से भाजपा के पूर्व विधायक भीमराज मीणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की चेतावनी दी है। भीमराज ने यहां गोपीचंद मीणा को पार्टी से टिकट मिलने पर नाराजगी जताई और अपना प्रचार प्रसार शुरू कर रैली निकाली और नुक्कड़ सभाएं की।
बांसवाड़ा
निर्दलीय लड़ने की चेतावनी
भाजपा : बांसवाड़ा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी और भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य धनसिंह रावत को टिकट देने पर उनकी जबरदस्त खिलाफत शुरू हो गई है। गुरूवार को भाजपा के दूसरे गुट से हकरू मइड़ा और पूर्व राज्यमंत्री दलीचंद मइड़ा ने बैठक कर धनसिंह का विरोध किया। हकरू, दलीचंद सहित जीवणाभाई और शंभूलाल मइड़ा ने 11 नवंबर को निर्दलीय फार्म भरने का निर्णय किया है।
बूंदी
धरना देकर प्रदर्शन किया
भाजपा : बूंदी विधायक अशोक डोगरा को दुबारा टिकट देने पर खफा पूर्व विधायक ओमप्रकाश शर्मा, ब्रजबाला गुप्ता, कुंजबिहारी बिलिया, भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा जिलाध्यक्ष कालूलाल जांगिड़ के घर के बाहर धरना देकर विरोध जताया।
झालावाड़
"दुष्यंत ने कटवाया टिकट"
भाजपा : खानपुर विधायक अनिल जैन ने सांसद दुष्यंत पर आरोप लगाया कि उन्होंने द्वेषतावश उनका टिकट कटवाया है। अनिल जैन ने घोषणा की कि वे भी चुनाव लड़ेंगे। इसी तरह इस सीट से स्नेहलता ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऎलान किया है।
जगन्नाथ लड़ेंगे निर्दलीय
मनोहरथाना विधानसभा से कंवरलाल मीणा को टिकट देने पर पूर्व विधायक जगन्नाथ वर्मा ने भाजपा से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऎलान किया है।
उदयपुर
मीणा के विरोध में सुर
भाजपा : सलूम्बर में भाजपा से टिकट लेने वाले अमृत मीणा के विरोध में सुर उठ रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने सलूम्बर मुख्यालय पहुंचकर विरोध जताया।
मावली में नाराजगी
भारतीय जनता पार्टी की ओर से ब्राह्मण को चुनावी टिकट नहीं दिए जाने पर भारतीय जनता पार्टी नेता मांगीलाल जोशी ने विरोधी बयान जारी किया है। जोशी की मावली से दावेदारी थी, लेकिन पार्टी ने वहां दलीचंद डांगी को उम्मीदवार बना दिया, जिस पर जोशी ने अपना ऎतराज जताया है।
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