ढाई घटे चला पॉलट्रिकल ड्रामा, समाजसेवी तनसिंह भी बेठे मनाने के लिए
बाड़मेर
राजस्थान में विधानसभा चुनावो के नामाकन दाखिल करने की अतिम तारीख के बाद बागी भाजपा प्रत्याशी को नामाकन वापस लेने के लिए मान मनोव्वल का दौर इस तरह चलेगा ऎसा किसी ने नहीं सोचा था और भाजपा प्रत्याशी ने तो बागी प्रत्याशी के निवास स्थान पर एक नहीं दो नहीं करीब तीन घटे तक अपने समर्थको के साथ धरने पर बेठ गए उनके साथ में बाड़मेर के समाजसेवी तनसिंह, भाजपा नेता रूपसिंह, हीरसिंह भाटी, रणवीर भादू, मूलाराम भाभू, पूर्व प्रधान उदाराम मेगवाल सहित जाट समाज के मोजिज लोग और बागी प्रत्याशी के समर्थक मौजूद थे और बागी प्रत्याशी का निवास स्थान से गायब हो जाना और फ़ोन बद कर देने से बिना कोई नतीजे निकले उन्हें उठकर जाना पड़ा।
बागियों को मनाने के लिए नेताओ और प्रताशियो को कितने जतन और नाटक करने पड़ रहे है इसका एक नजारा गुरुवार को देर रात बाड़मेर में देखने को मिला जहा भाजपा के बागी मृदुरेखा को मनाने के लिए भाजपा कि प्रत्याशी प्रियंका चौधरी अपने सेकड़ो समर्थको के साथ बागी मृदुरेखा के निवास पर धरना दे डाला लेकिन बागी मृदुरेखा अपने निवास से गयाब हो गई इस तरह यह ड्रामा करीब तीन घटे तक चलता रहा आखिर नेताओ और समर्थको को वापस बेरंग लोटना पड़ा
राजस्थान बाड़मेर जिले में पिछले विधानसभा चुनावो में भाजपा से हारी उम्मीदवार मृदुरेखा चौधरी ने भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का खुला ऎलान कर दिया था उसके बाद ही भाजपा के नेताओ और भाजपा प्रत्याशी प्रियंका चौधरी कि नींद उड़ गई थी और उन्हें मन में इस बात को डर सताने लगा कि बागी मृदुरेखा चौधरी उन्हें भारी नुकसान कर सकती है इसलिए गुरुवार देर रात भाजपा के नेताओ और भाजपा प्रत्याशी प्रियंका चौधरी मनाने के लिए अपने पुरे समर्थको के साथ ही बागी मृदुरेखा के घर बाहर धरना शरू कर दिया और देखते ही देखते सेकड़ो समर्थक बागी मृदुरेखा के निवास के आगे बेठ गए प्रत्याशी प्रियंका चौधरी के कहना कि हम 36 कोमो के लोग मृदुरेखा चौधरी को मनाने के लिए आए थे लेकिन चार इतने घंटे के बाद मृदुरेखा से कोई बात नहीं हो पाई इसलिए हम वापस बेरंग लोट रहे है
बाड़मेर जिले कई भाजपा के बड़े नेता बागी मृदुरेखा मनाने के लिए दो दिनों से चककर निकाल रहे है लेकिन बागी मृदुरेखा मिलने का नाम ही नहीं ले रही है बाड़मेर के भाजपा के किसान नेता जालूराम के अनुसार हम तीन बार बागी मृदुरेखा से मिलने आए लेकिन हम बार बार निराश होकर जा रहे है दरसल बागी मृदुरेखा से कोई मन मुटाव है इसलिए मनाने कि कोश्शि कर रहे है
बाड़मेर में गुरुवार देर रात तक यह ड्रामा चलता रहा लेकिन बागी मृदुरेखा चौधरी का पता करने के लिए कई जगह पर नेता गए लेकिन कोई भी बागी मृदुरेखा का पता नहीं लगा सका दरसल भाजपा को इस बात का डर रह रह कर सता रहा है कि अगर बागी मृदुरेखा ने अपना नाम वापस नहीं लिया तो उन्हें नुकसान हो सकता है और फॉर्म वापस लेने कि अंतिम तिथि भी 16 तारीख है ऐसे में भाजपा के नेताओ कि चिंता पल पल बढ़ती जा रही है

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