पुणे।
पटना ब्लास्ट में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने से पहले शुक्रवार को पुणे में नरेंद्र मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में "की-पोस्ट" पर महिला विराजमान है। कांग्रेस अध्यक्ष महिला है, दिल्ली की मुख्यमंत्री महिला है, बावजूद इसके दिल्ली बलात्कार की राजधानी बन गई है। इस परिस्थिति में कांग्रेस का बचना मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, ऎसे में जो सरकार पांच वर्ष से शासन में है, उसे अपने कायोंü का लेखा-जोखा देना ही होगा। लेकिन केंद्र जवाब देने से बच रही है और मोदी से हिसाब मांगा जा रहा है।
मोदी ने लोगों को आश्वासन दिया कि अगर अगले चुनाव में उनकी पार्टी को जनता का आशीर्वाद मिला तो वे पांच वर्ष बाद नहीं, बल्कि हर वर्ष अपनी सरकार के कायोंü का हिसाब देंगे।
मोदी ने कहा कि दिल्ली में जनता पर शासन करने वाला नहीं, बल्कि उसका सेवक होना चाहिए, क्योंकि यह लोकतंत्र है। मोदी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने सौ दिनों के भीतर महंगाई कम करने की बात की थी, लेकिन सरकार ने वादा खिलाफी कर दी।
भाजपा के शासन में महंगाई कभी इतनी नहीं बढी थी, जबकि आज स्थिति यह है कि आम जनता को भरपेट भोजन नसीब नहीं हो रहा है। अब देश में हवा का रूख बदल चुका है, अब ऎसी आंधी आयेगी कि कांग्रेस को सबक सिखना ही होगा।
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