वोटिंग पूर्व सीमाएं सील,152 नाको पर जांच
जयपुर।
प्रदेश में कल होने वाले मतदान को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने भी शरारतीतत्वों से निपटने के लिए कमर कस ली है। पड़ोसी राज्यों की पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है। राज्य की सीमा को भी सील कर अवांछित लोगों पर निगाह रखी जा रही है। बदमाशों की धरपकड़ के लिए प्रदेशभर में 152 नाके बनाए गए हैं। नाकों पर करीब डेढ़ हजार पुलिस और अर्द्ध सैनिक बल के सशस्त्र जवानों को तैनात कर दिया गया है। साथ ही सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है।
कानून-व्यवस्था के लिए सबसे बड़ी चुनौती मानी जा रहे जातीय सघंष्ाü की संभावना के मद्देनजर भी संवेदनशील इलाकों में अवांछित लोगों की धरपकड़ के लिए विशेष्ा अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके तहत जातीय छात्रावास और धर्मशालाओं पर विशेष्ा निगाह रखी गई है। जातीय छात्रावास और धर्मशालाओं को पुलिस ने शुक्रवार से अपनी निगरानी में ले लिया है।
सुरक्षा के विशेष्ा इंतजाम
खुफिया रिपोर्ट में जयपुर, भरतपुर, अलवर, दौसा, सवाईमाधोपुर, करौली और धौलपुर में जाति और संप्रदाय के नाम पर खूनी संघष्ाü होने के संकेत मिलने के बाद पुलिस-प्रशासन ने भी इन इलाकों में सुरक्षा-व्यवस्था के विशेष्ा इंतजाम करने का दावा किया है। पुलिस ने जातीय छात्रावास और धर्मशालाओं के लिए विशेष्ा एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत संवेदनशील छात्रावासों और धर्मशालाओं को अपने कब्जे में ले लिया है। यहां परीक्षाओं से जुड़े छात्रों को ही रूकने दिया जा रहा है।आईजी स्तर पर बैठक
प्रदेश पुलिस ने वांछित बदमाशों की धरपकड़ के लिए विशेष्ा अभियान भी चला रखा है।
संयुक्त दबिश का दौर जारी
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर नवदीप सिंह के अनुसार इसके तहत राजस्थान क्राइम ब्रांच पड़ोसी राज्यों के आईजी स्तर की बैठक भी आयोजित कर चुका है, जिसमें वांछित बदमाशों की सूची का आदान-प्रदान करने के साथ-साथ इनकी धरपकड़ के लिए संयुक्त दबिश का दौर भी जारी है। चुनाव के दौरान गड़बड़ी की संभावना के मद्देनजर जातीय छात्रावास और धर्मशालाओं पर विशेष्ा निगाह रखी जा रही है।
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