आषा सुपरवाईजरों के प्रषिक्षण व एएनएम की बैठक में सीएमएचओ ने दिए दिषा-निर्देष
बाडमेर। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. फूसाराम बिष्नोई ने कार्मिकों को चेतावनी देते हुए सख्त हिदायत दी है कि यदि उन्होंने राष्ट्रीय कार्यक्रमों व लक्ष्यों के प्रति जरा भी लापरवाही दिखाई तो संबंधित के खिलाफ अनुषासनात्मक कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि परिवार कल्याण, संस्थागत प्रसव व टीकाकरण को लेकर जिले में सबसे अधिक कार्य करने की जरूरत हैं, जिनमें आषा सहयोगिनियों, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, सुपरवाईजरों, नर्सिंग स्टाफ व चिकित्सकों का अहम योगदान होना चाहिए। सीएमएचओ डाॅ. बिष्नोई मंगलवार को पीएचसी आषा सुपरवाईजरों के प्रषिक्षण में संबोधित कर रहे थे। इसी तरह वे बाडमेर ब्लाॅक की मासिक सेक्टर बैठक में एएनएम व चिकित्सकों से मुखातिब हुए।
नर्सिंग प्रषिक्षण संस्थान में आयोजित आषा सुपरवाईजरों के प्रषिक्षण सत्र के दौरान सीएमएचओ डाॅ. फूसाराम बिष्नोई ने कहा कि यदि एक आषा एक माह में एक परिवार कल्याण केस लेकर आए तो भी हम लक्ष्यों को हासिल करने में कामयाब हो सकते हैं, क्योंकि अन्य कार्मिक भी अब परिवार कल्याण लक्ष्यों को लेकर मुस्तैद हुए हैं। उन्होंने कहा कि गुरूवार के दिन अधिकांषतः आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण होता, लेकिन ग्रामीणों को जानकारी के अभाव में पूर्णतः टीकाकरण नहीं हो पाता। इसलिए जरूरी है कि आषा सहयोगिनी अपना बेहतर कार्य करते हुए ग्रामीणों को टीकाकरण के लिए जागरूक करे और उन्हें गुरूवार के दिन होने वाले टीकाकरण की जानकारी समय-समय पर दे। इस दौरान आषा समन्वयक राकेष भाटी, आयुष अधिकारी डाॅ. अनिल झा, यूनिसेफ प्रतिनिधि सषंाक पाठक, आईईसी समन्वयक विनोद बिष्नोई आदि मौजूद थे। वहीं टीबी अनुभाग में आयोजित बाडमेर ब्लाॅक की मासिक बैठक में सीएमएचओ ने एएनएम व चिकित्सकों को निर्देषित किया कि वे परिवार कल्याण के स्थाई व अस्थाई साधनों के बारे में भी आमजन को जागरूक करें ताकि केवल नसबंदी लक्ष्यों तक हम सीमित न रहें, बल्कि जनसंख्या वृद्धि पर भी अंकुष लगाया जा सके। उन्होंने विटामिन ए कार्यक्रम, डीवार्मिंग दवा, आयरन फोलिक दवा, जेएसएसवाई आदि के बारे में भी दिषा-निर्देष दिए। बीसीएमओ डाॅ. महेष गौतम ने सभी एएनएम को निर्देषित किया कि वे नियमित रूप एसडीआर रजिस्टर का संधारण करें और रिपोर्टिंग भी समय पर करें अन्यथा लापरवाही बरते जाने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top