अपने लिए सब जीते हें। ज़ो दूसरो के लिए जीता हे वो ही महान बनता हे 
बाड़मेर
अखिल भारतीय मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा रविवार को महावीर पार्क में राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर की जयंती पर आयोजित समारोह को संबोधित करते चन्दन सिंह भाटी हुए कहा कि दुर्गादास राठौर एक महान राष्ट्रभक्त थे। उन्होंने कहा कि अपने लिये तो सभी जीते हैं जो लोग दूसरों के लिये जीते हैं वे समाज के सम्मानीय होते हैं उनका स्थान समाज में अलग होता है। श्री दुर्गादास राठौर भी इसी तरह के महान व्यक्तित्व के धनी थे। इस अवसर पर जीतेन्द्र छंगानी ,रमेश सिंह इन्दा ,भोम सिंह बलाई ,सवाई चावड़ा ,स्वरुप सिंह भाटी ,दिग्विजय सिंह चुली ,बाबु भाई शेख ,स्वरुप सोनी मोढा ,जीतेन्द्र फुलवरिया ,ओम प्रकाश त्रिवेदी ,सिवाना ब्लोक अध्यक्ष जीतेन्द्र जांगिड ,भेरा राम सुथार विशेष रूप से उपस्थित थे।
समारोह को संबोधित करते हुए उन्हों ने कहा कि देश की आजादी में वीरों का महत्वपूर्ण स्थान है जिन्होंने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देश को आजाद कराया है ऐसे सपूतों को हम भूल नहीं सकते हैं। उन्होंने वीर दुर्गादास के जीवन से प्रेरणा लेकर आज के युवाओं को उनके बताये मार्ग पर चलने का आह्वान किया। 
इस अवसर पर जीतेन्द्र छंगाणी ने कहा की राजस्थानी भाषा को महा पुरुषो की जयंती के साथ जोड़ना सराहनीय कदम हें। उन्होंने कहा की समिति के महा पुरुष की जयंती माने। उन्होंने कहा की वीर शिरोमणि दुर्गादास राजस्थान की संस्कृति , इतिहास और परम्पराओ के प्रतीक हें। स्वामिभक्ति की जो मिशल उन्होंने कायम की उससे देश विधेश में राजस्थानी परंपरा की ख्याति मिली । उन्होंने कहा की व्यक्लती को समाज ,राज्य और राष्ट्र के हित में कम करना। सोच के दायरे को निजी स्वार्थो से ऊपर रखना चाहिए।उन्होंने इस अवसर पर स्वरचित राजस्थानी कविता का भी पाठ किया 
इस अवसर पर भोम सिंह बलाई ने कहा कि युवा वर्ग राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर के बताये मार्ग पर चलकर समाज एवं देश की उन्नति करें। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को शहीदों की कुर्बानियों को नहीं भूलना चाहिये। युवा पीढ़ी में आजादी की रक्षा करने का जज्बा होना चाहिये। इससे पूर्व समारोह में वीर शिरोमणि दुर्गादास की तस्वीर पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया। समिति के सभी सदस्यों ने इस अवसर पर की राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए हर कदम का साथ देंगे ताकि राजस्थानी की संस्कृति अक्षुण बनी रहे। 

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