...तो जयपुर में दो रूटों पर चलेगी मोनो रेल
जयपुर।
मेट्रो के बाद अब राज्य सरकार ने राजधानी में मोनो रेल चलाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। जयपुर में पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के आधार पर मोनो रेल चलाई जाएगी। इसी आधार पर इसके रूट सहित अन्य जानकारी के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी।
home newsसूत्रों के मुताबिक मोबिलिटी प्लान, 2009 में शहर में मोनो रेल के लिए 50 किमी. लम्बे दो रूट शामिल किए हुए हैं। इसमें मुरलीपुरा से चांदपोल तक (विद्याधर नगर, शास्त्री नगर होते हुए) और न्यूगेट से आमेर तक (एमआई रोड, ट्रांसपोर्ट नगर, दिल्ली बायपास होते हुए) के हिस्से में जरूरत जताई गई। डीपीआर में फिजिबिलिटी पाए जाने पर शहर में मोनो रेल चलेगी। डीपीआर इन्हीं रूटों के आधार पर तैयार की जाएगी।
बताया जा रहा है कि सरकार मौजूदा कार्यकाल में ही डीपीआर का काम सौंपने की तैयारी में है, जिसके लिए प्रक्रिया तेज हो गई है। नगरीय विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव जी.एस. संधु की अध्यक्षता में शुक्रवार को स्थानीय निकाय विभाग सभागार में प्री-बिड
मीटिंग हुई। इसमें जयपुर के अलावा उदयपुर, जोधपुर सहित अन्य शहरों की योजनाओं की विभिन्न कंपनियों को जानकारी दी गई। सभी योजनाओं की डीपीआर के लिए तकनीकी बिड 16 अगस्त तथा वित्तीय बिड के लिए 30 अगस्त तक की मियाद निर्घारित की गई है।
नोडल अघिकारी तय
स्थानीय निकाय विभाग के मुख्य अभियंता आर.के. पालीवाल, जेडीए के अभियांत्रिकी निदेशक ललित शर्मा, परियोजना निदेशक एन.सी. माथुर, रूफडिको के प्रबंध निदेशक अश्विनी सक्सेना को विभिन्न योजनाओं के नोडल अघिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये सभी इन परियोजनाओं से जुड़े रहेंगे।

जयपुर को मिलेगी 500 बसें
जेएनएनयूआरएम (जवाहरलाल नेहरू नेशनल अरबन रिन्यूवल मिशन) के तहत राज्य में 1000 नई बसें चलाई जाएंगी। इनमें अकेले जयपुर में 500 और बाकी 500 बसें जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर, अलवर, कोटा, अजमेर, भीलवाड़ा, भिवाड़ी, भरतपुर व अन्य शहरों के लिए होगी।

कंपनियों को इनकी भी दी जानकारी
जयपुर में बस रेपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) कॉरिडोर का नया फेज विकसित होगा। संभवत: नया रूट दिल्ली बायपास, जवाहर नगर बायपास, झालाना, जगतपुरा होते हुए प्रताप नगर तक जाएगा। इसके लिए कंसलटेंट नियुक्त किया जाएगा। 
उदयपुर में कन्वेंशन सेंटर का निर्माण होगा। 
जोधपुर में 2 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाले ऑडिटोरियम का निर्माण कराया जाएगा।
जयपुर में मास्टर ड्रेनेज प्लान का अपडेट और जेएनएनयूआरएम के तहत कार्य। 
राज्य के सभी स्थानीय निकायों के लिए ई-गवर्ननेंस प्रोजेक्ट का संचालन।

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