10 रूपए सस्ता हुआ प्याज
जयपुर।
सब्जी मंडी में महंगे प्याज से दूरी बनाकर चलने वाले ग्राहकों के लिए राहत की खबर है। खुशखबर यह है कि प्याज की कीमत में एक ही दिन में 10 रूपए किलो की गिरावट आ चुकी है। इसका कारण स्टॉकिस्टों का माल बाजार में पहुंचने, इसके निर्यात पर रोक लगने व मुनाफाखोरों के खिलाफ सरकार की सख्ती शुरू होने की चर्चा है।
राज्य की सबसे बड़ी फल-सब्जी मण्डी मुहाना में बुधवार को प्याज के थोक भाव घटकर 35 से 45 रूपए प्रति किलो बोले गए, जो मंगलवार को 45 से 55 रूपए किलो थे। इसके चलते खुदरा बाजार में भी इसके अघिकतम भाव 50-60 रूपए किलो के स्तर पर आ गए, जो दो दिन पहले 70-80 रूपए किलो थे।
प्याज का एमईपी तय किया : सरकार प्याज पर मीनियम एक्सपोर्ट प्राइस (एमईपी) 650 डॉलर प्रति टन लगाने का फैसला किया है। यानि एक न्यूनतम कीमत से कम भाव पर प्याज का एक्सपोर्ट नहीं हो सकता है। साथ ही, नेफेड को प्याज का आयात करने की मंजूरी दी गई है। नेफेड नासिक में प्याज खरीदकर राज्यों को सप्लाई करेगा। नेफेड को सरकार ने राजस्थान एपीएमसी से रोजाना 4.5 टन प्याज खरीदने को कहा है।
जमाखोरों पर कार्रवाई करने को लिखा
केन्द्र सरकार ने प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए राज्यों को प्याज की जमाखोरी पर नजर रखने और कार्रवाई करने को कहा है। राज्य के मुख्य सचिव सी.के.मैथ्यू ने इस बारे में कृçष्ा विभाग को कार्रवाई करने का कहा है। केन्द्रीय वित्त मंत्रालय ने प्याज उत्पादक राज्यों को पत्र में इसकी जमाखोरी करने वालों पर कार्रवाई कर प्याज का स्टॉक रिलीज कराने की बात लिखी है।
और आ सकती है नरमी
मुहाना आलू आढ़तिया संघ के अध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल बताते हैं कि बुधवार को निर्यात प्रतिबंध की खबरों ने प्याज की कीमतों में मंदी ला दी। ऎसा बाजार में प्याज की उपलब्धता बढ़ने की आशंका के चलते हुआ। अग्रवाल का मानना है कि अगले 10-15 दिन में इसकी कीमतों में तेजी समाप्त होने की उम्मीद है। उधर, जयपुर आलू आढ़तिया संघ के अध्यक्ष दयानन्द बताते हैं कि मुहाना मण्डी में करीब 1500-1700 क्विंटल प्याज की आपूर्ति हुई। भावों में वृद्धि के कारण मांग में गिरावट भी आई है। आने वाले दिनों में अब प्याज में तेजी की उम्मीद कम ही है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें