एक और भागीरथी प्रयास का आगाज आज 
बाड़मेर, 


रेत के दरिया में टापू सरिखा नजर आने वाला बाड़मेर शुक्रवार की रोज हिमालय की एक और लहर रूबरू होता नजर आयेगा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्थानीय आदशर स्टेडियम में बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना के द्वितीय चरण का शिलान्यास करेगें। उनके साथ जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डाँ जितेन्द्रसिंह, राजस्व एवं जलसंसाधन मंत्री हेमाराम चौधरी, अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्य मंत्री अमीन खान, प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी, बायतु विधायक कर्नल सोनाराम बाड़मेर सांसद हरीश चौधरी, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन मौजूद रहेगें। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी के बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना के अधिक्षण अभियन्ता ऐ.के जैन ने बताया कि बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना (प्रथम चरण) इस परियोजना की प्रशासनिक एंव वितीय स्वीकृति, नीति निर्धारण समिति की 174 वीं बैठक दिनांक 1 फरवरी 2007 को अनुमानित राशि रू0 688.65 करोड़ की जारी की गई। योजना के प्रथम चरण में मुख्य ट्रांसमिशन पाईप लाईन एंव अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्य पूर्ण कर लिए गये है। जैन ने बताया कि परियोजना के तहत इन्दिरा गांधी नहर की आर डी 1434.75 से प्राप्त जल को श्री मोहनग में निर्माणाधीन 172 एम.एल.डी. जल संशोधन संयंत्र से 1527 से 900 एम. एम. व्यास की 196 किमी स्टील पाईप लाईन के द्वारा बाड़मेर तक लाया जा रहा है। जैन ने बताया कि परियोजना के प्रथम चरण में इन्फ्रास्ट्रक्चर का कार्य पूर्ण कर बाड़मेर शहर एंव 68 एनरूट गांवों, उत्तरलाई स्थित वायु सेना परिसर, आर्मी स्टेशन जालीपा, जसाई, हाथमा व जैसलमेर स्थित रक्षा संस्थान को पानी की जलापूर्ति की जा रही है। जैन ने बताया कि परियोजना के प्रथम चरण में माह मई, 2013 तक कुल व्यय रू0 689.59 करोड़ हुआ है।परियोजना के (द्वितीय चरण) के अन्तर्गत कुल 686 गांव (जैसलमेर जिले के 162 गांव, बाडमेर जिले के 524 गांव) पेयजल से लाभान्वित किया जाना प्रस्तावित है। जैन ने बताया किबाड़मेर लिफ्ट परियोजना (द्वितीय चरण) भाग ’अ’ (भाडखाचौखला-बान्दरा)- इस परियोजना 171 गांवों की योजना की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दिनांक 27.09.2011 रू.202.36 करोड़ की जारी हुई है, जिसका कार्यादेश दिनांक 23.08.2012 को रू.168.00 करोड़ का जारी किया गया। योजना में प्रस्तावित पाईपों की आपूर्ती व लगाने का कार्य प्रगति पर है। अब तक इस योजना पर रू.15.84 करोड़ व्यय किया जा चुका है। जैन ने बताया कि बाड़मेर लिफ्ट परियोजना (द्वितीय चरण) भाग ’ब’ (बाड़मेररावतसर-खरंटिया)- इस परियोजना के अन्तर्गत बाड़मेर जिले के पेयजल की दृष्टि से अति समस्याग्रस्त 67 गांवों को पेयजल से लाभान्वित किया जाना प्रस्तावित है। इस योजना की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दिनांक 24.08.2012 को रू.125.00 करोड़ जारी की गई तथा इस योजना का कार्यादेश दिनांक 16.05.2013 को रू.128.07 करोड़ का मैसर्स प्रतिभा इण्ड. लि0 मुम्बई को दिया गया है।प्रस्तावित योजना में बाड़मेर स्थित हैडवक्र्स में मुख्य पम्पगृह का निर्माण, विभिन्न साईज की 352 कि.मी. पाईप लाईन तथा 22 उच्च जलाशयों का निर्माण कर इस योजना में प्रस्तावित 67 ग्रामों की जनगणना 2011 अनुसार 77472 आबादी को लाभान्वित किया जाना प्रस्तावित है। 


यह है परियोजना का द्वितीय चरण 
पिश्चम राजस्थान का बाड़मेर वर्षो से देश के उन दुरस्त ईलाकों में शामिल रहा है जहां पर पानी हमेशा से एक बड़ी जनसमस्या रहा है जिससे आम जनता को राहत प्रदान करने के लिये मौजूदा अशोक गहलोत सरकार द्वारा पहले बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना प्रथम चरण और अब इसके द्वितीय चरण की शरूआत शुक्रवार की रोज से होने जा रही है। सीसीडीयू के आईईसी कन्सलटेन्ट अशोकसिंह राजपुरोहित ने बताया कि बाडमेर जिले की वर्षो पुरानी खारे भूजलयुक्त पेयजल की समस्या के स्थाई समाधान हेतु जिले के विशाल क्षैत्रफल और दूरदूर आबाद समस्त गांवों एवं नगरीय क्षैत्रों को मीठा पेयजल उपलब्ध कराने के लिये अलगअलग सो्रतों से परियोजनाएं स्वीकृत की जाकर कार्य करवाये जा रहे हैं। इनमें से बाडमेर लिफ्ट परियोजना के आधारभूत ांचे का पूर्व में ही श्रीमती सोनिया गांधी, अध्यक्षा राष्ट्रीय सलाहकार परिषद द्वारा अगस्त 2012 मे लोकार्पित की जा चुकी हैं। अन्य योजनाओं में पोकरण फलसूण्ड, जोधपुर स्थित उम्मेद सागर से समदडी तक तथा नर्मदा नहर आधारित योजनाओं के भी कार्य किये जा रहे है। राजपुरोहित ने बताया कि इंन्दिरा गांधी नहर से बाडमेर नगर तक बिछी पाईप लाईन से बाडमेर जिले के 524 गांवों को जोडा जाना है, जिनमें से 171 गांवों को भाडखाचौखला-बान्दरा से जोडने की योजना कार्यो पूर्व से ही आरम्भ किये जा चुके है। इसी कडी में बाडमेर लिफ्ट परियोजना की पाईप लाईन के बाडमेर नगर में सर्किट हाउस के समीप स्थित अन्तिम छोर से 67 गांवों को जोडने के लिये बाड़मेररावतसर-खरन्टिया योजना की रूपये 125 करोड की स्वीकृति जारी की जा चुकी है एवं निविदाएं प्राप्त कर कार्यादेश भी जारी किया जा चुका हैं। राजपुरोहित ने बताया कि बाडमेररावतसर-खरन्टिया योजना के अन्तर्गत सर्किट हाउस हैड वक्र्स से कुडला होकर एक ओर रावतसरचवा-खरन्टिया एवं दूसरी ओर सरली होते हुए सांजटा तक मुख्य पाईप लाईन बिछायी जायेगी। कुल 152 किमी. लम्बाई में मजबूत धातु की पाईप लाईन बिछायी जाकर, 22 उच्च जलाशयों को बनाकर जोडा जायेगा। इन जलाशयों से 67 गांवों तक कुल 200 कि.मी. वितरण पाईप लाईन भी बिछायी जाकर इन्दिरा गांधी नहर का मीठा पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा। इस प्रकार क्षैत्र की वर्षो पुरानी खारे भूजलयुक्त जल की समस्या का स्थाई समाधान सम्भव हो पायेगा। इस परियोजना का द्वितीय चरण अपने आप में न केवल 67 गांवों बल्कि उन गांवों में रहने वाले हजारों वाछिन्दों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा। 


परियोजना के मुख्य कार्य 


बाड़मेर रावतसर खरंटिया परियोजना से विधानसभा वार लाभान्वित 


क्षेत्रगांवलक्षित आबादी 
बाड़मेर501,45,147 
बायतु1730,341 
कुल671,75,488 


योजना का स्वरूप 


प्र्रशासनिक स्वीकृतिःनीति निर्धारण समिति की 188 वीं बैठक दिनांक 24.8.2012 
तकनिकी स्वीकृतिःतकनीकी समिति 567 वीं बैठक दिनांक 21.12.2012 रू 109.70 करोड 
एकल बिन्दु कार्यादेशःमै. प्रतिभा इ्रडस्ट्रीज लिमिटेड मुम्बई को दिनांक 16.05.2013 रू 128.07 करोड 
कार्य अवधिः30 महीने मूल कार्य एवं 10 वर्ष संधारण 
जल स्रोतःइन्दिरा गांधी मुख्य नहर (मोहनग) से बाडमेर लिफ्ट पेयजल परियोजना की मुख्य पाईप लाईन से बाडमेर परिसर में प्राप्त फिल्टरीकृत जल 
पाईप लाईन 


उच्च जलाशयः90 एमएम से 500 एमएम तक कुल 352 किमी. लम्बाई 
22 नग (क्षमता 2से11.5 लाख लीटर) 
पम्पगृहःबाडमेर लिफ्ट परियोजना परिसर 
विद्युत सब स्टेशनःसर्किट हाउस के निकट, बाडमेर परिसर

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