दुआयो का दॊर शुरू, परिवारजन चितित 
बाड़मेर। 
उत्तराखण्ड में कुदरत के कहर से आई बाढ़ से हजारो जिन्दगिया मॊत को गले लगा चुकी है और हजारो की तादाद में राजस्थान के लोग उत्तराखण्ड में आई बाढ़ में फसे हुए है उनमें से एक ही गाव से गए 44 लोगो की सलामती के लिए उनके परिजनों और गावो वालो ने पूजा अर्चना करनी शुरू कर दी है उनकी भगवन से यही प्राथना है है की हमारे परिवार के सदस्य सही सलामत अपने घर  पहुच जाय
देवभूमि उत्तराखण्ड में देव स्थलों के दर्शन को गए बाड़मेर जिले के अलग-अलग जगहों के करीब एक सौ दस लोग वहां भारी बारिश के कारण फंस गए है। 
कुड़ला-शिवककर गांव के प्रेमाराम ने के परिजनों ने बताया की 9 जून को मेरे परिवार के 44 जने चार धाम यात्रा के लिए गए थे जो केदारनाथ के पास भारी बारिश में फसे गए और पिछले तीन दिनों से वहा के होटल में फसे हुए है और उनके पास न तो खाने के लिए पैसे बचे है और होटल वाला होटल में रहने और खाने के चार और पाच गुना ज्यादा पैसे मागता है और उनके परिजनों का कहना है हमें जब से पता चला है तब से हम चोबिश घटे उनकी सलामती के लिए दुआ माग रहे है और जल्द से जल्द वो अपने घर पुह्चे जाय
फ़ोन पर हफ्ते की बात ने जब प्रेमाराम से सपर्क किया तो प्रेमाराम का कहना है है की हम बुरी तरह से फसे हुए है और हमारे चारो तरफ पानी ही पानी है और हम होटल को छोड़ कर कही जा भी नहीं सकते है और बताया कि वे करीब छप्पन लोग हरिद्वार से बस यूके 06 पीए,0686 लेकर चार धाम की यात्रा को रवाना हुए थे। श्रीनगर सीमा पर भारी बारिश के कारण सड़क टूटने से फंस गए है। साथ में ले गए खाने-पीने का सामान भी खत्म हो गया। प्रेमाराम के अनुसार इसकी सूचना बाड़मेर प्रशासन को दी और आश्वासन दिया गया कि गुरूवार दोपहर दो बजे तक उत्तराखण्ड सरकार की ओर से इनको सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा,लेकिन अभी तक कोई नहीं पहुंचा है। इन यात्रियों में करीब 17-18 महिलाएं और चार-पांच बच्चे भी है। प्रेमाराम के अनुसार चार लोग बीमार हो गए, लेकिन इलाज नहीं मिल रहा है।

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