ऋतुपर्णो घोष का निधन
कोलकाता।
जाने-माने फिल्म निर्देशक ऋतुपर्णो घोष (49) का गुरूवार सुबह 7.30 बजे कोलकाता स्थित निवास में हार्ट अटैक से निधन हो गया। घोष के परिजनों के अनुसार वे पेनक्रिएटिस से पीडित थे। उनके निधन का समाचार सुनते ही कई फिल्म हस्तियां और राज्य के वाणिज्य एवं उघोग मंत्री पार्थ चटर्जी उनके घर परिवारजनों को सांत्वना देने पहुंचे।
घोष की प्रमुख फिल्मों मे "चोखेर बाली" (2003), दहन, अंकुश, अंतरमहल, बरीवाली, नौकाडूबी और "रेनकोट" (2004) हैं। घोष ने 12 बार नेशनल फिल्म अवार्ड जीते है। फिल्म जगत के प्रमुख कालाकरों ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया है।
उन्होंने अपने निर्देशन करियर की शुरूआत बॉल फिल्म "हीरेर अंगती" (1994) से की। उनको पहला नेशनल फिल्म अवार्ड उनकी बंगाली फिल्म "उनीशे अपे्रल" के लिए 1995 में मिला। ऋतुपर्णो को उनकी बंगाली फिल्म "आबहमान" के लिए बेस्ट फिल्म निर्देशक का राष्ट्रीय अवार्ड दिया गया।
घोष को हिन्दी फिल्म "रेनकोट" के लिए हिन्दी की बेस्ट फिचर फिल्म का नेशनल अवार्ड मिला। इसके अलावा उन्होंने "सनग्लास" (2012) नाम से एक और हिन्दी फिल्म का निर्देशन किया। वे एक बार फिर से बालीवुड में एंट्री की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उनके असमायिक निधन से उनका यह सपना अधूरा ही रह गया। बताया जाता है कि इस अनाम फिल्म में वह मुख्य कलाकारों में अजय देवगन और करीना कपूर को लेना चाहते थे।
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