बुकीज बनाना चाहते थे सैक्स टेप 
नई दिल्ली।
स्पॉट फिक्सिंग मे फंसे राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाडियों के यह फिक्सिंग और शर्मनाक साबित हो सकती है। सूत्रों की माने तो सटोरियों ने खिलाडियों की कॉलगर्ल के साथ विडियो टेप बनाने का इरादा था। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार,सट्टेबाज ये विडियो इसलिए बनाना चाहते थे,ताकि अगर तीनों भविष्य मे फिक्सिंग से अपने हाथ खींचते हैं तो उन्हें वीडियो के जरिए ब्लैकमैल किया जा सके। 
बुकीज और खिलाडियों से की गई पूछताछ में सामने आया है कि दो बुकीज चंद्रेश पटेल उर्फ चांद और मनान ने इस साल श्रीसंत और अजीत चंदीला को 5 से 6 बार लड़कियो कर सप्लाई की थी। सूत्रो के मुताबिक पुलिस गिरफ्तार सटोरियों से बरामद पांच लैपटॉप की हार्ड डिस्क को यह पता लगाने के लिए खंगाला जाएगा कि क्या वास्तव में ऎसे कोई टेप बने थे या नहीं। लैपटॉप्स को फोरेसिक लैब भी भेजा जाएगा जहां विशेषज्ञ भविष्य मे जांच में मदद के लिए हार्ड डिस्क की एक और कॉपी बनाएंगे। 
सूत्रों के अनुसार पुलिस ने बुकीज को बात करते हुए सुना था कि क्रिकेटरों को लड़कियां सप्लाई करते वक्त क्या उनके कमरों मे कैमरे फिट किए जा सकते हैं ताकि उनकी वीडियो फिल्म बनाई जा सके। दुबई से दिल्ली और मुंबई के फोन नंबरो पर आई कॉल्स के दौरान ये बातें हुई थी। जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया कि वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि वास्तव में ऎसे कोई टेप बनाए गए थे क्या। 
सूत्रों ने बताया कि ये साजिश हाउस पार्टीज में बनाई गई थी। ऎसी ही एक पार्टी हरियाणा के गुड़गांव शहर में भी हुई थी। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि ऎसी साजिश का हिस्सा कॉल गल्र्स थी या नहीं। जांच में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि हालांकि हमने शुरूआत में फिक्सिंग के इस हिस्से को शामिल नहीं किया था। 


"हमारा पहला काम खिलाडियों और सटोरियों को पकड़ना था,लेकिन लगता है कि सटोरिये नहीं चाहते थे कि कॉल गल्र्स को उनके इस प्लान के बारे में कुछ भी पता चले। हमें अभी इसकी पूरी जानकारी नहीं है कि सटोरिये कॉल गल्र्स को इस बात का हिस्सा क्यों नहीं बनाना चाहते थे।" 

जब पूछा गया कि सटोरिये खिलाडियों को क्यो ब्लैकमेंल करना चाहते थे,जबकि वे स्पॉट फिक्सिंग मे शामिल थे,अधिकारी ने बताया कि इस तरह के कामों में झगड़े हो ही जाते हैं। उदहारण के तौर पर चंदीला ने स्पॉट फिक्सिंग में एक ओवर में अधिक रन देने के लिए 20 लाख रूपए लिए थे,जबकि सटोरियों को इशारा करना भूल गया था। इसके बाद रूपयो को लेकर चंदीला और सटोरियों के बीच जमकर बहस हुई थी,लेकिन सटोरियों ने जब दुबई कनेक्शन की धमकी दी,तब जाकर चंदीला शांत हुआ। 

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आईपीएल में खिलाडियो को कॉल गल्र्स स्पलाई करना आम बात थी और कई मामलों में तो बुकीज स्वयं खिलाडियों को कॉल गल्र्स स्पलाई करते थे। दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने शुक्रवार को बताया कि जब श्रीसंत और जीजु को गिरफ्तार किया गया था,उस वक्त उनके साथ लड़कियां मौजूद थीं। हमें दूसरे खिलाडियों के बारे में भी ऎसी जानकारी है।


जब कुमार से पूछा गया कि क्या क्रिकेट में हनी ट्रैप इस्तेमाल किया जाता है,तो उन्होंने कहा कि यह एक खुला रहस्य है और सभी बड़े खेलों में ऎसा किया जाता है। वहीं,आरोपियों के वकीलों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।

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