सनाउल्लाह की मौत की जांच हो:पाक
चंडीगढ़।
जम्मू की एक जेल में गत सप्ताह हमले में घायल होने के बाद चंडीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराए गए पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह रंजे की गुरूवार सुबह मौत हो गई। उसके ज्यादातर अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। इस बीच पाकिस्तान ने उसकी मौत पर हैरानी जताई है।
गहरे कोमा में था -
उसे उपचार के लिए शुक्रवार को जम्मू से चंडीगढ़ लाया गया था तथा तब से वह गहरे कोमा में था। वह जम्मू की कोट बलवाल जेल में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा था। उस पर एक भारतीय कैदी ने तीन मई को हमला कर दिया था।
शव सौंपेगा भारत -
भारत ने कहा है कि वह सनाउल्लाह का शव पाकिस्तान को सौंपेगा। केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा,सनाउल्लाह का शव पाकिस्तान को सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय पाकिस्तानी अधिकारियों के संपर्क में है।
पाकिस्तान ने की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग -
पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रवक्ता मंजूर मेमन ने नई दिल्ली में कहा कि पाकिस्तान उसकी मौत की खबर से "दुखी और हैरान" है। मेमन ने कहा,हम भारत सरकार से उसके शव को स्वदेश वापस ले जाने की प्रक्रिया सरल बनाने का अनुरोध करेंगे। हमने भारत सरकार से इस मामले की अंतरराष्ट्रीय जांच कराने को कहा है।
परिजन भारत में -
चिकित्सकों ने बताया कि मंगलवार को उसे पीलिया और अन्य आंतरिक संक्रमण होने की पुष्टि हुई थी। उसके शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। सनाउल्लाह के परिवार के दो सदस्य मंगलवार को पाकिस्तान से भारत आए थे। उन्होंने भारत सरकार से उसे स्वदेश जाने देने का अनुरोध किया था। सनाउल्लाह पर यह हमला पाकिस्तान के लाहौर स्थित कोट लखपत जेल में जानलेवा हमले में घायल हुए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की मौत के अगले दिन हुआ था। जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे एक पूर्व भारतीय सैनिक ने पिछले शुक्रवार को सनाउल्लाह के सिर में हथौड़े से वार किया था। दोनों में किसी बात पर झगड़ा हुआ था।
17 साल से जेल में था -
सनाउल्लाह को हिंदुओं के धार्मिक स्थल माता वैष्णो देवी के नजदीक कटरा में 1994 में हुए विस्फोट मामले में 1996 में गिरफ्तार किया गया था। इस हमले में 10 लोगों की मौत हो गई थी। सनाउल्लाह पिछले 17 साल से कोट बलवाल जेल में था। पाकिस्तानी उच्चायुक्त सलमान बशीर सनाउल्लाह को देखने सोमवार को पीजीआईएमईआर गए थे।
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