मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला कलक्टर को सौंपा 


सरकार मांगें माने, वरना होगा आंदोलन 


जैसलमेर, 
राजस्थान आयुष चिकित्सक महासंघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर राज्यव्यापी धरने के अन्तर्गत जैसलमेर के आयुष चिकित्सकों ने सोमवार को जैसलमेर जिला कलक्ट्री के समक्ष जिला संयोजक रोशनलाल शर्मा के नेतृत्व में एक दिन का धरना दिया और अपनी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए सरकार से मांग की। 
धरने पर बैठने वाले आयुष चिकित्सकों में रोशनलाल शर्मा के साथ ही द्वारकाप्रसाद शर्मा, श्रीमती सरोज शर्मा, नरेन्द्रकुमार, हेमेन्द्र कल्ला, नाहरसिंह, हरिसिंह, विजय मिश्रा, श्रीमती चंपा सोलंकी, राजेश उपाध्याय आदि प्रमुख हैं। बाद में जिला संयोजक रोशनलाल शर्मा की अगुवाई में आयुष चिकित्सकों के प्रतिनिधिमण्डल ने जिला कलक्टर शुचि त्यागी को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन दिया। 


केन्द्र के समान डीएसीपी मिले 
ज्ञापन में कहा गया है कि राजकीय सेवारत आयुर्वेद, यूनानी एवं होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों को केन्द्र में सेवारत आयुष चिकित्साधिकारियों एवं चिकित्सा विभाग राजस्थान में सेवारत चिकित्साधिकारियों/दन्त चिकित्साधिकारियों के समान डी.ए.सी.पी प्रदान किया जाए। 
ज्ञापन में कहा गया है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार एवं राज्य सरकार का दृष्टिकोण यही रहा है कि ऐलोपैथिक एवं आयुर्वेद, यूनानी एवं होम्योपैथिक चिकित्सा सेवाओं के चिकित्साधिकारियों को वेतनभत्ते आदि की दृष्टि से समान लाभ एवं अवसर प्रदान किये जाएं। इसी के फलस्वरूप राज्य में ऐलोपैथिक एवं आयुर्वेद स्नातकों का इन्टर्नशिप भत्ता, स्नातकोत्तर अध्येताओं का स्टाइफण्ड तथा राज्य सेवा में कार्यरत ऐलोपैथिक एवं आयुर्वेद चिकित्साधिकारियों का वेतनमान समान होना चाहिए। 


केन्द्र के प्रावधान राजस्थान में भी लागू करें 
ज्ञापन में बताया गया है कि पाँचवे केन्द्रीय वेतन आयोजन की अनुशंषा पर केन्द्र सरकार के अन्तर्गत सेवारत आयुष चिकित्साधिकारियों को 4 वर्ष, 10 वर्ष, 14 वर्ष, एवं 17 वर्ष की सेवा पूर्ण करने पर एवं छठे केन्द्रीय वेतन आयोग की अनुशंषा पर 4 वर्ष, 9 वर्ष व 13 वर्ष की सेवा पूर्ण करने पर डी.ए.सी.पी का परिलाभ दिया गया है। जो कि पदोन्नति के पद नहीं होने पर भी देय है। इसे प्रदेश में भी लागू किया जाना चाहिए। 
उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार ने भी वहां कार्यरत आयुष चिकित्साधिकारियों को केन्द्र सरकार के समान डीएसीपी का परिलाभ दिया गया है। राज्य सरकार ने भी विगत दिनों में राज्य के एलोपैथिक चिकित्साधिकारियों को 6 वर्ष, 12 वर्ष, 18 वर्ष की सेवा पूर्ण करने पर डी.ए.सी.पी का लाभ दिया है। 
ज्ञापन में केन्द्रीय आयुष चिकित्साधिकारियों, राज्य में कार्यरत एलोपैथिक चिकित्साधिकारियों एवं राज्य में सेवारत आयुष चिकित्साधिकारियों का तुलनात्मक विवरण देते हुए मांगों को पूर्ण करने पर जोर दिया गया है। 
तुलनात्मक विवरण से स्पष्ट की गई स्थिति 
इस तुलनात्मक विवरण के आधार पर प्रस्तुत ज्ञापन में स्पष्ट किया गया है कि राज्य में सेवारत आयुष चिकित्साधिकारियों को केन्द्र के आयुष एवं राज्य के एलौपेथिक चिकित्साधिकारियों की तुलना में अत्यन्त कम वेतन व पदोन्नति के लाभ प्रदान किये जा रहे हैं, जिससे आयुष चिकित्सक हतोत्साहित हैं। केन्द्र में सेवारत आयुष चिकित्साधिकारियों एवं राज्य में सेवारत आयुष चिकित्साधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया, सेवा समूह, शैक्षणिक योग्यता आदि समान है। 
ज्ञापन में मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि केन्द्र में सेवारत आयु चिकित्साधिकारियों के अनुरूप राज्य के एलोपेथी चिकित्साधिकारियों को प्रदत्त डी.ए.पी.सी का लाभ राज्य में सेवारत आयुर्वेद, होम्योपैथिक एवं यूनानी चिकित्साधिकारियों को भी दिये जाने के आदेश जारी होने चाहिएं। 
आयुर्वेद चिकित्सकों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगों पर शीघ्र ही कोई निर्णय नहीं किया गया तो राजस्थान के सभी आयुष चिकित्साधिकारियों को न चाहते हुए भी आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

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