पेयजल, विद्युत एवं स्वास्थ्य सेवाओं की गतिविधियों पर विस्तार से समीक्षा
जैसलमेर, 16 अप्रैल/ जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने मोहनग नहर से जैसलमेर शहर के लिए पानी आपूर्ति होने के उपरान्त भी शहरी क्षेत्रा में नियमित पानी सप्लाई नहीं करने को गम्भीरता से लिया एवं जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जैसलमेर शहर में सोमवार से सभी जोन में नियमित पीने के पानी की सप्लाई करे। उन्होंने नहर के पानी से गडीसर तालाब को भी 30 अप्रैल तक पानी से भरने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
पेयजल आपूर्ति पर दे विशेष ध्यान
जिला कलक्टर त्यागी ने मंगलवार को कलक्टर सभागार में आयोजित पेयजल, विद्युत एवं समसामयिक गतिविधियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका के साथ ही विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गर्मी को देखते हुए पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पर विशेष ध्यान दे एवं जहां से भी पानी की समस्या की सूचना मिले वहां तत्काल कार्यवाही कर जलापूर्ति करे।
जीएलआर में पानी सप्लाई की दे सूचना
जिला कलक्टर ने अधिषाशी अभियन्ता जलदाय को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्राों में कितने जीएलआर में पानी नियमित जा रहा है एवं कितनी जीएलआर में पानी एकदो दिवस में जा रहा है उसकी सूचना तत्काल पेश करे एवं विभाग स्तर पर भी इसका सत्यापन कराएं। उन्होंने निर्देश दिए कि जलदाय विभाग के अधिकारी उपखण्ड अधिकारी के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित करे कि किनकिन जगहों पर टंकरो से पीने के पानी की आपूर्ति करनी है।
नलकूपों को शीघ्र जोडे बिजली से
जिला कलक्टर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जलदाय विभाग के जिन सात नलकूपों को विद्युतीकरण करना है उन्हें तत्काल विद्युतीकरण करे ताकि गर्मी में पीने का पानी लोगों को समय पर मिले। उन्होंने जीएडी कॉलोनी में भी नहर का मीठा पानी एक सप्ताह में सप्लाई करने के निर्देश दिए।
पाईप लाईन लीकेज का पुख्ता करे बन्दोबस्त
उन्होंने आयुक्त नगर परिषद को निर्देश दिए कि वे जलदाय विभाग के साथ टीम गठन कर पाईप लीकेज शीघ्र ही दुरस्त करे। उन्होंने शहर में मच्छरों के प्रकोप को कम करने के लिए फोगिंग का स्प्रे कराए। उन्होंने सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
नियंत्राण कक्ष की करे स्थापना
अतिरिक्त जिला कलक्टर धानका ने पानी, बिजली, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने विभागों में नियंत्राण कक्ष की स्थापना कर उसका सुचारू रूप से संचालन करे ताकि लोग अपनी समस्याओं के संबंध में उनके वहां शिकायत दर्ज करा सके।
नहरबन्दी से पूर्व पर्याप्त करे पानी का संग्रहण
उन्होंने नहरबन्दी को ध्यान में रखते हुए पीने के पानी का पर्याप्त मात्रा में संग्रहण करने के निर्देश दिए। उन्होंने पारेवर हेडवक्र्स पर विद्युत सप्लाई सुचारू करने, रामग क्षेत्रा में आ रही बारबार विद्युत ट्रीपिंग की जांच कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रतिदिन दोपहर 2 से 3 बजे तक अपने कार्यालय में जनसुनवाई करेंगे।
ये थे उपस्थित
बैठक में अधीक्षण अभियन्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग के.डी चारण, अधिशाषी अभियन्ता जलदाय आर.के शर्मा, अधिषाशी अभियन्ता विद्युत हरि मोहन चारण, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित, उप निदेशक पशुपालन डॉ. एस.के. सिंह भी उपस्थित थे एवं विभागीय गतिविधियों के बारे में प्रकाश डाला।
सीमा क्षेत्रा विकास कार्यक्रम 201314 की कार्य योजना पर चर्चा
जैसलमेर, 16 अप्रैल/ जिला कलक्टर शुचि त्यागी की अध्यक्षता में मंगलवार को कलक्टेट सभागार में सीमा क्षेत्रा विकास कार्यक्रम 201314 की कार्य योजना की जिला स्तरीय बैठक आयोजित हुई। बैठक में पोकरण विधायक शाले मोहम्मद, जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी, जिला प्रमुख अब्दुला फकीर, पंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान मूलाराम चौधरी, सम समिति के प्रधान श्रीमती लक्ष्मी कवंर ने सीमा क्षेत्रा विकास कार्यक्रम 201314 के कार्य योजना प्रावधानों पर विस्तार से समीक्षा की।
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने विशेष रूप से पानी, बिजली एवं सडक विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कार्य योजना में वर्ष 201112 में जो कार्य ग्राम वासियों को पूरा लाभ पहुचाने में अधूरे रह गए है उन्हे इस कार्य योजना में प्राथमिकता से ले ताकि सीमा वासियों को इस कार्यक्रम से सुविधाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कार्यकारी एजेन्सी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मौके पर कार्य संबंधी सम्पूर्ण सत्यापन कर ही कार्य को स्वीकृत करे। उन्होंने हिदायत दी की बाद में किसी भी प्रकार के कार्य का संशोधन जारी नही किया जायेगा एवं न ही कार्य निरस्त किये जायेगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए संबंधित अधिकारी को प्रमाण पत्रा भी पेश करना होगा की उसने मौके पर कार्य के बारे में पूरा सत्यापन कर ही कार्य प्रस्तावित किए हैं।
जिला कलक्टर ने कार्यकारी एजेन्सी के अधिकारियों को निेर्देश दिए कि वे प्राथमिकता को ध्यान मे रखते हुए कार्यो के प्रस्ताव को पेश करे ताकि आबंटित बजट के अनुरूप ऐसे कार्यो को स्वीकृत कराया जा सके। उन्होंने वर्ष 201213 के स्वीकृत कार्यो के टेण्डर जारी कर सभी कार्य माह अक्टूम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।
पोकरण विधायक शाले मोहम्मद एवं जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी ने भी पेयजल एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे बीएडीपी में ऐसे कार्यो को प्राथमिकता से ले जिससे अधिक से अधिक सीमावर्ती लोग लाभान्वित हो सके एवं उन्हे आधारभूत सूविधाओं का लाभ मिले। उन्होंने जालूवाला जीएसएस निर्माण कार्य को शीघ्र ही चालू करने पर जोर दिया।
पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बीएडीपी में ऐसे कार्यो को प्राथमिकता से लेवे जिससे पूर्व मे कम बजट स्वीकृति के कारण आम जन को सुविधा प्रदान करने के लिए पूरा न हो पाया हो। ऐसे कार्य पूर्ण होने पर ही इस कार्यक्रम का लोगो को सही लाभ मिल पायेगा। उन्होंने विद्युत के बडे जीएसएस के कार्य न लेकर बीएडीपी में इस कार्य योजना में ऐसे कार्य लिए जाए जिससे की सीमावर्ती क्षेत्राों की अधिक से अधिक ाणियां विद्युत से जोडी जा सके।
बैठक में जन प्रतिनिधियों द्वारा सीमा क्षेत्रा विकास कार्यक्रम 201314 की कार्य योजना पर विस्तार से चर्चा की गई एवं उसकों और अधिक सुचारू रूप से तैयार करने के संबंध में सारगर्भित सुझाव भी दिए गए।
मुख्यकार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बलदेव सिंह उज्जवल ने सीमाक्षेत्रा विकास कार्यक्रम 201314 के प्रावधानों एवं उसके वित्तीय प्रावधानो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सीमा क्षेत्रा विकास कार्यक्रम में वर्ष 201314 में कुल 7739.07 लाख रूपये का प्रावधान किया गया है।
बैठक में कार्यकारी एजेन्सी के अधिकारियों ने इस कार्यक्रम के तहत प्रस्तुत किये जाने वाले कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
खादी कतीन बुनकर को अनुदान मिलेगा
जैसलमेर, 16 अप्रैल/ राज्य सरकार द्वारा बजट में की गई घोषणा अनुसार राज्य में खादी की संस्था एवं समितियों में पंजीकृत खादी कार्य की कतिन एवं बुनकरों को 5 हजार रूपये प्रति कतिन एवं बुनकरों को कच्चा माल एवं संरजाम साधन क्रय करने के लिए अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा।
जिलाधिकारी (खादी) प्रेमचन्द राठौड़ ने बताया की खादी बोर्ड जयपुर से प्राप्त निर्देशों के अनुसार जिले के विभिन्न खादी संस्थाओं के बुनकर एवं कतिन जिस संस्था में पंजीकृत है वे उन संस्थाओं के माध्यम से अपना नाम अथवा सूची खादी बोर्ड को भिजवाये। इसके लिए आवेदन कर्ता संस्था का उन व सूत का कार्य करता हो, जिसका बैंक अथवा पोस्ट ऑफिस में बचत खाता हो और संस्था के माध्मय से बीमा कराया हो। आवेदक को बचत खाता पुष्टि के लिए छायाप्रति देनी होगी। जिले की खादी संस्थाओं से आग्रह है कि सूचिया तैयार कर शीघ्र खादी बोर्ड को भेजे।
कम्प्युटीकृत राशनकार्ड के लिए आवेदन पत्रा 25 अप्रैल तक जमा कराए
जैसलमेर, 16 अप्रैल/ जैसलमेर शहरी क्षेत्रा के समस्त राशनकार्ड धारको को सूचित किया जाता है कि जिन आवेदकों द्वारा राशनकार्ड अभियान2012 के अन्तर्गत कम्प्यूटीकृत राशनकार्ड आवेदन फार्म प्राप्त कर लिये है एवं जमा कराने से वंचित रह गये है तो वे पूर्ण रूप से भरा आवेदन फार्म जिला रसद कार्यालय जैसलमेर में 25 अप्रैल 2013 तक आवश्यक रूप से जमा करावे।
पशुपालन विभाग में नियंत्राण कक्ष की स्थापना
जैसलमेर, 16 अप्रैल/ जिले में पशुओं में रोग प्रकोप की संभावना को मध्य नजर रखते हुए। जिला मुख्यालय पर पशुपालन विभाग में नियंत्राण कक्ष की स्थापना की गई है। उप निदेशक पशुपालन डॉ. एस.पी. सिंह ने बताया कि यह नियंत्राण कक्ष प्रातः 8:00 बजे से सांय 8:00 बजे तक संचालित रहेगा, जिसके दूरभाष नं. 02992252541 है एवं मोबाईल नम्बर 9414328749 है। उन्होंने पशुओं में रोग प्रकोप होने की स्थिति में पशुपालकों से आग्रह किया है कि वे इस नियंत्राण कक्ष पर दूरभाष पर सूचना देवें ताकि चिकित्सा दलों को भेजकर पशुओं में रोग की रोगथाम की जा सके।
उपनिदेशक ने बताया कि जिला मुख्यालय के अतिरिक्त इन पशु चिकित्सा केन्द्र पर भी पशुओ के रोग के संबंध में सूचना दी जा सकती है। तहसील पोकरण क्षेत्रा के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेन्द्र सिंह तंवर को मोबाईल नम्बर 9414470160 पर सूचना दे सकते है। इसी प्रकार तहसील भणियाणा में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय कुमार उपाध्याय को 9680905151, तहसील फतेहग़ में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवजीराय को 9414328777 तथा तहसील जैसलमेर में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार को मोबाईल नम्बर 9828883095 पर पशुपालक सूचना दे सकते है।
गायों में करोवाला रोग (बोटूलिज्म) की रोकथाम के उपाय करे
जैसलमेर, 16 अप्रैल/ ेगर्मी के मौसम में हरा चारा उपलब्ध न होने के कारण चारे में पोषक तत्वों की कमी, अत्यधिक गर्मी, समय पर पीने का साफ पानी उपलब्ध न होने से पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण गर्मी के मौसम में करों वाला रोग (बोटूलिज्म) का प्रकोप की संभावना ब़ जाती है। करों वाले रोग में पशुओं के अगले पैरों में अकड़न आ जाती है व पशु चलने में लाचार हो जातें हैं। पशु जमीन पर बैठ जाते हैं तथा जीभ बाहर निकाल देते हैं व मुंह से लार गिरनी शुरू हो जाती है तथा पशु चारापानी खानापीना बंद कर देते है व 23 दिन में पशु की मृत्यु हो जाती है।
उपनिदेशक पशु पालन डॉ. एस.पी. सिंह ने बताया कि करों वाला रोग (बोटुलिज्म) आहार में फोस्फोरस तत्व की कमी से पाईका रोग होने से होता है। इसमें पशु फासफोरस की पुर्ती के लिउ मृत पशुओं की हडियाँ, पत्थर, पोलीथिन व अन्य कचरा खाना शुरू कर देते हैं। गायों व भैंसों द्वारा मृत पशुओं की हडियाँ खाने से इस रोग का प्रकोप होता है। मृत पशुओं की हडियों में लगे सड़े हुए मांस में क्लोस्टि्डियम बोटुलाइजम नामक बैक्टि्या टौक्सिन पैदा करते हैं एवं हडियों में लगे हुए मांस की एक से दौ ग्राम मात्रा स्वस्थ पशु की मृत्यु के लिए काफी है।
उन्होंने बताया कि इस रोग से अच्छे दुधारू पशु व ब्याने वाली गाये ज्यादा प्रभावित होती है क्योंकि दुग्ध उत्पादन के लिए व पेट में बछड़े की हडियों के बनने के लिए फास्फोरस की आवश्यकता होती है व पशु के शरीर में फास्फोरस की मात्रा की कमी होने से पशु उसकी पुर्ति के लिए मृत पशुओं की हडियां खाना शुरू कर देते हैं।
उन्होंने बताया कि इस रोग से बचाव के लिए पशुओं को आहार में फास्फोरस तत्व की मात्रा देनी चाहिए। फास्फोरस की पुर्ति के लिए पशुओं को नियमित रूप से मिनरल मिक्सचर पाउडर 2525 ग्राम सुबहशाम आहार में देना चाहिए व वर्ष में तीन बार पेट के किड़ों की दवाई पिलानी चाहिए। मिनरल मिक्सर पाउडर व डिवोर्मिंग दवा सभी पशु चिकित्सालयों, औषधालयों एवं उपकेन्द्रों पर नि:शुल्क उपलब्ध है।
रोग से बचाव के लिए पशुओं को मृत पशुओं की हडियाँ खाने से रोकना चाहिए। इसके लिए मृत पशुओं को गांव से बाहर चार दिवारी या तारबंदी में डालना चाहिए।

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