बिना इंजन के चले डिब्बे, बड़ा हादसा टला 

बाड़मेर

पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिला मुख्यालय के रेल्वे स्टेशन से करीब 9 बजे एक नही दो नही तीन नही चार नही चैदह गुवाहटी एक्सप्रेस के डिब्बे बिना इंजन के चल दिये और रेल्वे स्टेशन से इस तरह चले की रूकने का नाम ही नही ले रहे थे। उन डब्बे में करीब 50-100 यात्री गुवाहटी एक्सप्रेस में अलग-अलग जगह जाने के लिए बैठे हुए थे और गुवाहटी ट्रेन अपने निर्धारित समय 11 बजे रवाना होनी थी लेकिन गुवाहटी एक्सप्रेस के डब्बे बिना इंजन के चल दिये। जो एक रेल्वे स्टेशन उतरलाई को पार करते हुए वो डब्बे एक नही दो नही तीन नही करीब 20 किलोमीटर तक चल दिये। जिसके के बीच चार रेल्वे फाटक को भी पार किया। और उसी समस जोधपुर से रवाना हुई कालका टेªन को उतरलाई रेल्वे स्टेशन पर रूकवाया। और अगर यह डब्बे और कालका ट्रेन एक ही ट्रेक पर होते तो एक बड़ा हादसा हो जाता लेकिन कालका को उतरलाई रेल्वे स्टेशन पर दूसरे ट्रक पर रूकवाकर कर वो डब्बे आगे चलते हुए जिप्सम हाॅल्ट के पास जाकर रूके।
गुवाहटी एक्सप्रेस के एससी एन्टेनर के अनुसार में एससी कोच में सफाई कर रहा था और गुवाहटी एक्सप्रेस के डब्बे चलने शुरू हुआ मुझे लगा डब्बों की सटिंग कर रहे है लेकिन जब उन डब्बों के काफी दूरी तक चलने लगे तो मैने दरवाजा खोलकर देखा तो बिना इंजन के डब्बे चलने लग गये और मैं डर गया और मुझे डर लगने लगा। एससी एन्टेनर के अनुसार मैने भगवान से प्रार्थना की ट्रेन को रूकवाये। 

प्रत्यदर्शी स्थानीय कवास के निवासी के अनुसार मै कवास से बाड़मेर जा रहा था लेकिन जब मैने ट्रेन को रूका हुआ देखा तो मुझे लगा कि कोई हादसा हो गया है जब मैने वहां जाकर देखा तो ट्रेन का इंजन ही नही है और बिना इंजन के डब्बे यहां आकर रूके हुए है। उन्होने बताया कि आज से करीब दो वर्ष पूर्व बाड़मेर रेल्वे स्टेशन से पहले ऐसे ही एक इंजन और कुछ डब्बे बिना ड्राइवर के चल दिये थे उस समय भी बड़ा हादसा टल गया था। 

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top