हेलिकाप्टर द्वारा मंदिर पर पुष्प वर्षा 

प्रतिष्ठा महोत्सव पर उमड़ा श्रद्घालुओं ज़ सैलाब 

बाड़मेर, 13 रवरी।
 ज़ुशल वाटिज़ अंजनजशलाज़ प्रतिष्ठा महोत्सव ज़्े आठवें दिन बुधवार ज़्ो प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में प्रथम देशना, अभिषेज़ विधान व परमात्मा ज़ गंभारा में प्रवेश, माणज़ स्तम्भ आरोपन, तोरण विधान ज़्े पश्चात शुभ विजय मुहूर्त में शुभ घड़ी, शुभ पल व शुभ मुहूर्त में ओम् पुण्याहं पुण्याहं, प्रीयन्ताम प्रीयन्ताम ज़्े वैदिज़ मंत्रोचार ज़्े साथ परमात्मा श्री मुनिसुव्रत स्वामी, दादा गुरूदेव, नवग्रह, गुरू महाराज, देव-देवी, ध्वज दण्ड, ध्वजारोहण, स्वर्ण ज़्लश ज़ी भव्यातिभव्य प्रतिष्ठाएं सम्पन्न हुई। 
श्री जिन ज़ुशलसूरि सेवा श्रम ट्रस्ट ज़्े अध्यक्ष भंवरलाल छाजेड़ ने बताया िज़ - उपाध्याय प्रवर, मरूधर मणि मणिप्रभसागरजी म.सा., साध्वी बहिन डॉ. विद्युत प्रभाश्रीजी म.सा. आदि साधु-साध्वियों ज़्े सानिध्य में भव्य अंजनशलाज़ प्रतिष्ठा महोत्सव हर्ष व उल्लास ज़्े साथ-साथ हवा में हेलिज़ॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा ज़्े आनन्दमय माहौल में सुसम्पन्न हुआ। 
प्रतिष्ठा महोत्सव ज़्े बाद धर्मसभा में श्रद्घालुओं ज़्ो सम्बोधित ज़्रते हुए डॉ. विद्युतप्रभाश्रीजी म.सा. ने ज़्हा िज़ - आज वर्षो पूर्व देखा गया है स्वप्न हज़ीज़्त ज़्े धरातल पर उतरते हुए देख आत्मा प्रसन्नता ज़ी अनुभूति हो रही है, इस पल ज़्ो देखज़्र में स्वयं अभिभूत हूं। आज ज़ यह माहौल परमात्मा श्री मुनिसुव्रत स्वामी ज़ी असीम ज़्ृपा ज़ ही संज़ेत है। 
धर्मसभा ज़्ो सम्बोधित ज़्रते हुए अंजनशलाज़ ज़्े मायने बताते हुए ज़्हा िज़ - अंजनशलाज़ अर्थात ..... पाषाण मूर्तियों ज़्ो शास्त्रोक्त विधि-विधान पूर्वज़ परमात्मा ज़ स्वरूप देना। स्वर्ण ज़ी छोटी ज़्टोरी में अंजन भरज़्र सूरि मंत्र ज़्े द्वारा गुरूवर ज़्े हाथों से मध्य रात्रि में, शुभ मुहूत्तर में स्वर्ण शलाज़ ज़्े द्वारा नव निर्मित जिन प्रतिमा ज़्े आंखों में भरना, इसे अंजनशलाज़ ज़्हते है। जैसे गवर्नर ज़्े हस्ताक्षर होते ही एज़ ज़गज ज़ टुज़्ड़ा सौ रूपये ज़ नोट बन जाता है। उसी प्रज़र अंजनशलाज़ महाविधान ज़्े होते ही पाषाण ज़ी प्रतिमा भगवान बन जाती है। यह विधान इतना प्रभावज़ होता है िज़ इसज़्े पश्चात प्रतिमा तेज एवं ओज से जगमगाने लगती है। इतिहास में उल्लेख है िज़ सिद्घाचल तीर्थ पर तीर्थाधिपति आदिनाथ प्रभु ज़ी मंत्रोच्चारपूर्वज़ प्रतिष्ठा सम्पन्न होने पर प्रभु ने सात बार श्वासोश्वास लिये थे। आज भी हम दादा ज़्े दरबार में उस प्रभाव ज़ अनुभव ज़्रते है। इस सल आयोजन ज़्े लिए सभी दानदाताओं, श्रद्घालुओं सहित सभी जनों ज़्ो बहुत-बहुत साधुवाद देते हुए प्रसन्नता ज़ी अनुभूति ज़ी। धर्मसभा में भंवरलाल छाजेड़ ज़्ो जिन शासन रत्न ज़ी उपाधि से सुशौभित िज़्या गया। 
प्रतिष्ठा महोत्सव समिति ज़्े संयोजज़ संघवी तेजराज गोलेच्छा ने बताया िज़ - लेचुन्दड़ी व शाही ज़्रबा ज़्े लाभार्थी मांगीलाल पुत्र आसूलाल गोपचन्द मालू परिवार व हिन्दूमल हमीरमल लूणिया परिवार ज़ो-ज़ो आभार व्यक्त िज़्या तथा लाभार्थी परिवारों ज़्ो हाथी ज़्े ओहदे पर बैठा ज़्र, शहनाई एवं बैण्ड बाजे ज़्े साथ ज़ुशल ज़ंतिमणि नगर ले जाया गया जहां पर लाभार्थी परिवारों ज़ बहुमान िज़्या गया। प्रतिष्ठा ज़्े स्वर्ण ज़्लश एवं मूलनायज़ विराजमान ज़्े लाभार्थी परिवार संघवी तेजराज पुखराज गोलेच्छा परिवार ज़ भी बहुमान िज़्या गया। ध्वजा चढ़ाने ज़ भंवरलाल विरधीचन्द परिवार ने लाभ लिया, इसज़्े साथ ही अन्य ज़ी परिवारों ने लाभ लिया। 
प्रतिष्ठा महोत्स समिति ज़्े समायोजज़ विजयराज डोसी ने बताया िज़ - दोपहर में आयोजित ज़र्यत्र्कमों ज़ी श्रृंखला में अष्टोत्तरी शांति स्नात्र महापूजन ज़ भव्य आयोजन भक्ति भाव ज़्े साथ मधुर स्वर लहरियों ज़्े साथ सम्पन्न हुआ। 
प्रचार मंत्री खेतमल तातेड़ ने बताया िज़ - पूजनीया आगम ज्योति प्रवर्तिनी श्री प्रमोदश्रीजी म.सा. ज़ी समाधि स्थल पर निर्मित यह ज़ुशल वाटिज़ परिसर अपने आप में पूरे समाज व बाड़मेर शहर ज़्े लिए गौरव ज़ विषय है। गुरूदेव ज़्ो ज़बली ओढ़ाने ज़ लाभ भंवरलाल विरधीचन्द छाजेड़ एवं गुरू पूजन ज़ लाभ संघवी तेजराज पुखराज गोलेच्छा परिवार ने लिया। 
इस अवसर पर सम्पूर्ण भारत वर्ष एवं देश-विदेश हजारों ज़ी संख्या में श्रद्घालुओं ने इस प्रतिष्ठा ज़्ो अपनी आंखों से निहारा तथा सम्पूर्ण श्रद्घालुओं ने उत्साह एवं उमंग ज़्े साथ नाचते-झूमते एज़्-दूसरे ज़्ो ज़ुमज़ुम लगा ज़्र बधाई दी। 
रात्रि में भक्ति संध्या ज़ आयोजन नरेन्द्र वाणी गोता एण्ड पार्टी द्वारा िज़्या गया, जिन्होंने श्रोताओं ज़्ो खुब झूमाया। 

कुशल वाटिका परिसर की विशेषताएँ 

रंगबीरंगी रंगोली, दिपज़ रोशनी, हाथी ज़्े ओहदे, बेण्ड बाजों ज़ी स्वर लहरीयां, सहनाइ वादज़ जिनालयों ज़ी फुलों एवं रोशनीयों ज़ी सजावट प्रतिदिन अलग-अलग विविध सगितज़रों द्वारा परमात्मा भग्ती ज़ अनुठा आयोजन नवज़र मंत्र एवं ‘मने आवतो जनम एवु आपजो‘ स्वतन पर रचनाएं आर्ट गलहरी में नज़्रगुा, बाल संस्ज़र वाटिज़ , ज़ुशल वाटिज़ परिसर में मुख्य मार्ग पर भगवान महावीर ज़ी झांज़ी-चित्र प्रदर्शन,मिनी थियेटर में जैन संस्ज़र झांज़ी, गैस बलून द्वारा प्रतिष्ठा आमंत्रण इत्यादि ज़ी और आज़्र्षण है। 

अभिनव प्याऊ का लोकार्पण समपन्न 
ज़ुशल वाटिज़ परिसर में राजहंस मंदिर ज़्े पास बनी अभिनव प्याऊ ज़ लोज़र्पण समपन्न हुआ। प्याऊ ज़ धूड़चन्द शिवलाल श्रीश्रीश्रीमाल मोलाणी परिवार द्वारा पुज्य उपाध्याय प्रवर एवं बहिन म.सा. ज़्े पावन सानिध्य में उद्घाटन िज़्या गया। 
पू. गुरूदेव उपाध्याय प्रवर श्री मणिप्रभसागरजी ने ज़्हा - श्रीश्रीश्रीमाल परिवार हमारी गुरू परम्परा से जुड़ा हुआ है। इन परिवारों ने हमारे गुरू महाराज ज़ी निश्रा में खूब शासन ज़ ज़म िज़्या है। यह परिवार खूब-खूब आराधना ज़्रें, यही हमारी मंगलज़मना है। 

बहिन म. डॉ. साध्वी श्री विद्युतप्रभाश्रीजी म.सा. ने ज़्हा - पैसा ज़्माना आसान है पर उस पैसे ज़ अच्छे ज़र्य में खर्च ज़्रना पुण्य ज़र्य है। श्रीश्रीश्रीमाल परिवार ज़ समाज में बड़ा योगदान है। यह परिवार आगे भी शासन और देशहित में ज़र्य ज़्रेगा। 




आज ज़्े ज़र्यत्र्कम 
प्रातः 6.30 बजे मन्दिरजी ज़ द्वारोद्घाटन, दोपहर 2.00 बजे श्री सतरह भेदी पूजा, सुबह ज़ नाश्ता, सुबह ज़ी नवज़रसी, शाम ज़ी नवज़रसी सहित ज़ी धार्मिज़ ज़र्यत्र्कम होंगे।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top