6 दिन बाद भी नहीं हुआ बमों का निस्तारण
बाड़मेर
शहर के इंद्रा नगर स्थित बॉर्डर होमगार्ड परिसर में 30 जनवरी को मिले करीब 60 जिंदा बमों (टू इंच मोटर एचई मार्क वन) का अभी तक निस्तारण नहीं हो पाया है। इसके लिए पुलिस की ओर से सेना हैडक्वार्टर से टीम भेजकर बमों का निस्तारण करने की मांग की गई थी। लेकिन पांच दिन के बाद भी इनका निस्तारण नहीं हो पाया है। ये जिंदा बम अभी बॉर्डर होम गार्ड के परेड ग्राउंड में एक गड्ढा खोदकर रखे गए हैं। लेकिन खुले में पड़े बम से क्षेत्र में भय का माहौल है। इंद्रा नगर के वाशिंदों ने बमों का जल्द से जल्द निस्तारण करने की मांग की है। इस बारे में शहर कोतवाल देवाराम चौधरी ने बताया कि सेना को परमिशन के लिए पत्र लिख दिया है। स्वीकृति के बाद टीम ही तय करेगी कि बमों का निस्तारण कैसे और कहां किया जाए। पुलिस की ओर से पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं।
जिला प्रशासन ने भी लिखा पत्र
सूत्रों की माने तो जिला प्रशासन ने भी सेना हैडक्वार्टर को पत्र लिखा है की बॉर्डर होमगार्ड परिसर में मिले बमों का निस्तारण जल्द किया जाये, बाड़मेर शहर में होमगार्ड परिसर होने के कारण पूरा शहर खॊफ़जदा है सेना हैडक्वार्टर का पहले छ बमों का निस्तारण बॉर्डर होमगार्ड परिसर में ही करने वाले थे लेकिन अब बमों की सख्या जायदा होने के कारण बॉर्डर होमगार्ड परिसर में बमों का निस्तारण करना मुश्किल है
पूरा शहर खॊफ़जदा है
थार नगरी में रहने वाला हर शख्स जो होमगार्ड में मिले बमों के बारे में जानता है वो पिछले दो सप्ताह से डरे हुए है, जानकारों की माने तो अगर ये बम फट जाता है तो थार नगरी में ढाई किलोमीटर के एरिया मे सबकुछ तबाह कर देगा और इसका प्रभाव 7-8 किलोमीटर तक प्रभाव पड़ेगा
कई मकान सौ मीटर के दायरे में:
जिस स्थान पर बम मिले वहां से घरों की दूरी करीब 20 से 30 मीटर ही थी। वहीं वर्तमान में जहां बम रखे गए हैं वहां से मकानों की दूरी करीब 100 मीटर है। इसी से इंद्रा नगर के लोग खौफजदा हैं।
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