छात्रा की सांसें थमी,दिल्ली अलर्ट 
सिंगापुर/नई दिल्ली। 
बीते 13 दिनों से जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही दिल्ली की गैंग रेप पीडित 23 वर्षीय पैरामेडिकल स्टूडेंट की शनिवार तड़के करीब सवा दो बजे (भारतीय समयानुसार) सांसे थम गई। अस्पताल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके इसकी सूचना दी है।
माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में गुरूवार को भर्ती कराए जाने के बाद भी पीडिता की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। रात करीब 9 बजे खबर आई कि उसके महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। पीडिता को कृत्रिम जीवन रक्षक प्रणालियों की मदद दी जा रही थी पर उसकी हालत सुधारने की जगह और खराब होती गई। और देर रात डॉक्टरों ने पीडिता को मृत घोषित कर दिया। 

दिल्ली पुलिस को सतर्कता बरतने के निर्देश
सिंगापुर में पीडिता ही हालत बिगड़ने की खबर मिलते ही केन्द्र सरकार सतर्क हो गई तथा दिल्ली में पुलिस को सतर्कता बरतने के निर्देश दे दिए गए। इंडिया गेट,जंतर मंतर सहित सभी महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। हालात से निपटने के तौर तरीकों पर विचार विमर्श करने के लिए पुलिस की वरिष्ठ अधिकारियों की शनिवार सुबह एक बैठक बुलाई गई है। 

भारत लाया जाएगा पीडिता का शव
सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई छात्रा का पार्थिव शरीर सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल से भारत लाया जाएगा। पीडिता के परिजनों ने पार्थिव शरीर को स्वदेश ले जाने की इच्छा जताई है। फिलहाल शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है और विदेशी होने के कारण औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। उम्मीद है कि छात्रा का पार्थिव शरीर शाम तक नई दिल्ली पहुंच जाएगा। इस बीच, विरोध प्रदर्शन और शांति व्यवस्था बिगड़ने की आशंका को देखते हुए देशभर में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। दिल्ली में राजपथ और विजय चौक के साथ इंडिया गेट की तरफ आने वाले तमाम रास्तों को बंद कर दिया गया है। साथ ही 10 मेट्रो स्टेशन भी अगले आदेश तक बंद कर दिए गए हैं।

जांच में खुलासा,इलाज रहा बेअसर

माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती पीडिता के बारे में अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. केल्विन लोह के अनुसार गुरूवार सुबह से पीडिता का उपचार चल रहा था। उसके अधिकतर अंगों के काम करना बंद कर दिया तथा इलाज का असर नहीं हो पा रहा था। जो जांच हुई है, उससे खुलासा हुआ कि लड़की को दिल का दौरा पड़ने के साथ ही फेंफडे और पेट में संक्रमण था तथा उसे सिर पर गंभीर चोट लगी है। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान लड़की के पेट का तीन बार आपरेशन हुआ था और वह संक्रमण से पीडित हो गई थी, जिसके बाद डाक्टरों की सलाह पर उसे सिंगापुर भेजने का निर्णय लिया गया था। 

आयोग ने कामकाज शुरू करा
उधर, बलातकार मामलों के लिए गठित न्यायाधीश उषा मेहरा आयोग ने कामकाज शुरू कर दिया है और आम लोगों से इस घटना के संबंध में कोई भी सूचना देने का अनुरोध किया है। 

दुनिया भर से उठी सख्त सजा की मांग
इस बीच, भारत के साथ ही आस्ट्रेलिया और थाइलैंड में भारतीय मूल के लोग दोषियों को सख्त सजा देने के लिए भारत सरकार से मांग कर रहे हैं। थाईलैंड से प्रकाशित खबरों में कहा गया है कि वहां के भारतीय समुदाय के लोगों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन भेजा है, जिसमें आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की गई है। इसी तरह से आस्ट्रेलिया के मेलबेर्न शहर में वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों ने भारत के महाविणिज्यिक दूतावास के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और धरना दिया है।

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