पूर्व पीएम गुजराल का निधन
नई दिल्ली।
पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल का शुक्रवार को करीब साढ़े तीन बजे गुड़गांव के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह लम्बे समय से बीमार थे। वह 92 वर्ष के थे। उनका शनिवार को दिल्ली में अंतिम संस्कार होगा।
गुजराल का जन्म अविभाजित भारत के झेलम कस्बे में चार दिसम्बर 1919 को हुआ था। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था और वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान जेल की सजा भी काटी थी। विभाजन के बाद वे पाकिस्तान से भारत आ गए थे। मौजूदा पाकिस्तान के लाहौर स्थित डीएवी कॉलेज से स्नातक गुजराल छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहे थे।
उनके निधन पर सभी राजनीतिक पार्टियों ने नेताओं ने गहरा शोक जताया और दुआ की कि ईश्वर उनके परिवार के सदस्यों को यह गम सहने का हौसला दे। बीजेपी के नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने गुजराल के निधन को देश का भारी नुकसान करार दिया और कहा कि उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है।
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने गुजराल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा है कि गुजराल के निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है और भारतीय राजनीति में एक शून्य पैदा हो गया है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें