सरबजीत की नए सिरे से याचिका
लाहौर।
पाकिस्तान में मौत की सजा पाए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को भेजी जाने वाली नई दया याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं। सरबजीत के वकील ओवैस शेख ने उससे सरबजीत से कोट लखपत जेल में मुलाकात की।सरबजीत ने कहा कि भारत सरकार द्वारा मानवीय आधार पर परवेज खलील चिश्ती (पाक कैदी) को रिहा किए जाने के बाद, भारतीय लोगों, विशेष्ाकर मेरे परिवार ने भी उसी आधार पर मेरी रिहाई की उम्मीदें लगा ली हैं। सरबजीत ने कहा कि मैं पिछले 22 सालों से जेल में हूं। मैं आपसे इस सजा को समाप्त किए जाने और बाकी की मेरी जिंदगी मेरे परिवार के साथ गुजारने की अनुमति दिए जाने की मांग करता हूं। उसने कहा कि माफी जैसे काम को इस्लाम में पसंद किया जाता है और खुदा राष्ट्रपति को इस काम के लिए सबाब देगा। शेख ने बताया कि उन्होंने अपनी हाल की भारत यात्रा के संबंध में सरबजीत को अवगत कराया और उसके परिवारवालों की ओर से दिए गए संदेश भी उस तक पहुंचाए।
लाहौर।
पाकिस्तान में मौत की सजा पाए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को भेजी जाने वाली नई दया याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं। सरबजीत के वकील ओवैस शेख ने उससे सरबजीत से कोट लखपत जेल में मुलाकात की।सरबजीत ने कहा कि भारत सरकार द्वारा मानवीय आधार पर परवेज खलील चिश्ती (पाक कैदी) को रिहा किए जाने के बाद, भारतीय लोगों, विशेष्ाकर मेरे परिवार ने भी उसी आधार पर मेरी रिहाई की उम्मीदें लगा ली हैं। सरबजीत ने कहा कि मैं पिछले 22 सालों से जेल में हूं। मैं आपसे इस सजा को समाप्त किए जाने और बाकी की मेरी जिंदगी मेरे परिवार के साथ गुजारने की अनुमति दिए जाने की मांग करता हूं। उसने कहा कि माफी जैसे काम को इस्लाम में पसंद किया जाता है और खुदा राष्ट्रपति को इस काम के लिए सबाब देगा। शेख ने बताया कि उन्होंने अपनी हाल की भारत यात्रा के संबंध में सरबजीत को अवगत कराया और उसके परिवारवालों की ओर से दिए गए संदेश भी उस तक पहुंचाए।
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