सुजलोन ऑफिस व गेस्ट हाउस पर लगाए ताले 

जैसलमेर 
जिला विंड एवं सौर ऊर्जा ठेकेदार एसोसिएशन ने गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित सुजलोन विंड कंपनी के कार्यालय व तीन गेस्ट हाउस पर तालाबंदी की। गौरतलब है कि पिछले एक माह से ठेकेदार एसोसिएशन विंड और सोलर कंपनियों द्वारा भुगतान नहीं किए जाने को लेकर विरोध किया जा रहा है। इस संबंध में अन्य कंपनियों द्वारा भुगतान लगभग हो चुका है और केवल सुजलोन की तरफ से कोई अधिकारिक जवाब ठेकेदारों को नहीं दिया जा रहा है। जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद भी कंपनी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। गुरुवार को एक बार फिर कलेक्ट्रेट में सभी कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई लेकिन इस बैठक में सुजलोन की तरफ से कोई भी उपस्थित नहीं है। इससे आक्रोशित होकर ठेकेदारों ने गुरुवार दोपहर में सुजलोन ऑफिस पर ताले जड़ दिए। कार्यालयों में मौजूद सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बाहर निकाला गया और ताले लगा दिए। 

43 करोड़ बकाया हैं : गौरतलब है कि जिले में कार्यरत विंड व सौर ऊर्जा कंपनियों पर ठेकेदारों के करीब 153 करोड़ रुपए बकाया चल रहे थे। एनरकॉन व अन्य कंपनियों ने लगभग भुगतान कर दिया है और शीघ्र ही भुगतान का आश्वासन भी दिया है मगर सुजलोन की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है। एसोसिएशन के प्रवक्ता उपेंद्रसिंह राठौड़ के अनुसार सुजलोन पर करीब 43 करोड़ रुपए बकाया हैं। 

बढ़ता जा रहा है विवाद : ठेकेदार एसोसिएशन व विंड कंपनियों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। अब तक ठेकेदार सभी कंपनियों के खिलाफ विरोध कर रहे थे लेकिन अब अन्य कंपनियों द्वारा भुगतान कर दिए जाने के बाद केवल एक ही कंपनी के खिलाफ विरोध चल रहा है। प्रवक्ता राठौड़ ने बताया कि सुजलोन पांचवें नंबर की विंड कंपनी है और उसके द्वारा ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि कंपनी की यह हालात है। उन्होंने बताया कि कंपनी की तरफ से कोई भी अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा है और न ही कोई वार्ता कर रहा है। 

इस दौरान बाबूदास रामावत, हरीसिंह सोढ़ा, पृथ्वीराज, भोमसिंह, अशोक चौधरी, हनीफ खां, सत्तार खां, शोभारे खां, विक्रमसिंह आसकन्द्र, प्रभूदान देथा, हणवंतसिंह कूंडा की मौजूद थे। 

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