गुजरात के मुख्यमंत्री की दस दास्तां 
नई दिल्ली। 
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी उनके आलोचकों और समर्थकों के लिए पहेली भी है तो खुली किताब भी। यह कोई भी नहीं बता सकता कि मोदी लोगों के बीच इतने लोकप्रिय क्यों है?मोदी की पहचान ऎसे शख्स के रूप में है जो हमेशा दिल खोलकर बात करता है। संवेदनशील मुद्दों पर बोल्ड स्टैण्ड लेने के कारण मोदी के विरोधी भी उनकी तारीफ करते हैं। 
भारत का कोई मुख्यमंत्री ऎसा नहीं है जिससे मोदी जितनी नफरत की जाती हो। साथ ही कोई मुख्यमंत्री ऎसा नहीं है जिसे मोदी जितना सम्मान मिलता हो। आईए एक नजर डालते हैं मोदी से जुड़ी कुछ खास बातों पर...........

शादीशुदा हैं मोदी?
मोदी को लेकर सबसे बड़ा रहस्य उनके स्टेटस को लेकर है। दुनिया उनको कुंवारे इंसान के रूप में जानती है लेकिन उनके कुछ आलोचक कहते हैं कि मोदी ने जसोदाबेन नाम की महिला से शादी की थी। 2009 में एक मैगजीन में स्टोरी छपी थी। जिसमें जसोदाबेन के मोदी की पत्नी होने का दावा किया गया था। जिस जसोदाबेन की बात कही गई वह एक स्कूल टीचर है। वह बनासकांठा जिले के राजोसाना गांव में रहती है। 
बताया जाता है कि जसोदाबेन की शादी 18 साल की उम्र में ही हो गई थी। जसोदाबेन आठवीं तक पढ़ी है। कहा जाता है कि इसी कारण मोदी और जसोदाबेन का रिश्ता खत्म हो गया। जसोदाबेन ने कभी फोटो नहीं खिंचवाया क्योंकि उसको लगता था कि वह दिखने में अच्छी नहीं है। 

जसोदाबेन को मोदी की हाई पॉजिशन के बारे में पता है इसलिए उसने कभी सार्वजनिक रूप से अपनी शादी को लेकर कुछ नहीं कहा। हालांकि उसे विश्वास है कि एक न एक दिन मोदी जरूर उसे सार्वजनिक रूप से पत्नी के रूप में स्वीकार करेंगे। 

बचपन में ही हो गई थी शादी?

मोदी के बारे में एक और दिलचस्प स्टोरी है। कहा जाता है कि मोदी की शादी बचपन में ही हो गई थी। हालांकि मोदी अपनी पत्नी से कभी नहीं मिले क्योंकि वे उसी समय संघ के संपर्क में आ गए थे और उन्होंने ताउम्र कुंवारे रहने का फैसला किया। इसके बाद उनकी पत्नी ने भी दोबारा शादी नहीं की। हालांकि ये स्टोरी सिर्फ कहानी बनकर ही रह गई क्योंकि मोदी ने अपनी तरफ से कभी न तो खंडन किया और न समर्थन। 

बचपन से ही देशभक्ति का जज्बा

नरेन्द्र मोदी में शुरू से ही देशभक्ति का जज्बा था। 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई जंग के दौरान मोदी ने रेलवे स्टेशन पर सैनिकों की खूब सेवा की थी। उस वक्त मोदी सिर्फ 15 साल के थे। 1997 में जब गुजरात में भयंकर बाढ़ आई थी तब भी मोदी ने बाढ़ पीडितों की मदद की थी। उस वक्त मोदी की उम्र 18 साल थी। 


संन्यासी बनना चाहते थे

मोदी का जन्म वडनगर में ओबीसी परिवार में हुआ था। उनके पिता पंसारी की दुकान चलाते थे। मोदी बचपन में संन्यासी बनना चाहते थे। मोदी को साधु संन्यासियों की संगत अच्छी लगती थी। स्कूली पढ़ाई के बाद मोदी घर से भाग गए थे। 

वह पश्चिम बंगाल के वेल्लूर में स्थित रामकृष्ण आश्रम चले गए। बाद में वह हिमालय की पहाडियों में चले गए। वहां वह कई दिनों तक इधर उधर भटकते रहे। आखिर में उन्हें एक साधु मिला। उस साधु के साथ मोदी कई महीनों तक रहे। उस समय मोदी के पास सिर्फ दो जोड़ी कपड़े थे। पैसे भी खत्म हो गए थे। करीब दो साल बाद अचानक मोदी ने साधु का जीवन त्याग दिया और घर लौट गए। 

भाई के साथ चलाई चाय की दुकान

हिमालय से घर लौटने के बाद मोदी ने अपने भाई के साथ मिलकर अहमदाबाद में राज्य परिवहन निगम के दफ्तर के पास चाय की दुकाना शुरू की। मोदी ने कई सालों तक चाय बेची। यही वह समय था जब मोदी को कठिन परिश्रम का सबक मिला। 

काफी स्टाइलिश भी हैं

मोदी को सबसे स्टाइलिश मुख्यमंत्री भी कहा जाता है। मोदी अपने कपड़ों और हेयर स्टाइल को लेकर बहुत सजग रहते हैं। मोदी को छोटी दाढ़ी और लंबे बाल रखने का शौक है। कपड़े खरीदने के मोदी का पसंदीदा स्टोर अहमदाबाद का जेड ब्ल्यू है। मोदी जब भी बाहर जाते हैं तो यह जरूर देखते हैं कि वह शिष्ट और सुंदर लग रहे हैं या नहीं। 

पब्लिक रिलेशन का कोर्स किया

मोदी ने तीन माह का पब्लिक रिलेशन और इमेज बिल्डिंग का कोर्स किया है। उन्होंने यह कोर्स अमरीका से किया है। शायद इसी कारण मोदी ने अपनी इमेज भद्र पुरूष के रूप में बनाई है। 

मां से आशीर्वाद लेना कभी नहीं भूलते

मोदी को अपनी मां से बहुत लगाव है। वे जब भी कोई नया काम शुरू करते हैं तो अपनी मां का आशीर्वाद लेना नहीं भूलते। मोदी भारतीय संस्कारों से पूरी तरह ओतप्रोत हैं। वे न तो शराब पीते हैं और न ही धूम्रपान करते हैं। वह शाकाहारी हैं। संक्षेप में कहें तो वह किसी भी बुरी आदत से लाखों कोस दूर हैं। 

गुजरात में बन गए हैं सेक्स सिंबल

मोदी महिलाओं के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। पूरे भारत में हर उम्र की महिलाएं मोदी को चाहती हैं। गुजराती महिलाओं के बीच वह सेक्स सिंबल के रूप में पहचाने जाते है। मोदी की जनसभाओं में पुरूषों की तुलना में महिलाओं की ज्यादा भीड़ होती है। 

कवि और लेखक भी हैं मोदी

मोदी सफल लेखक और कवि भी हैं। वह गुजराती भाषा में लिखते हैं। उनका पसंदीदा विषय जीवन और हिंदुत्व के विचारकों की सीख है। वे स्वामी विवेकानंद के बड़े प्रशंसक हैं। हाल ही में उन्होंने स्वामी विवेकानंद युवा विकास यात्रा भी निकाली थी।

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