वांकल धाम में तीन दिवसीय मेला आज से 

चौहटन
वीर विक्रमादित्य की ओर से स्थापित शक्तिपीठ वाकलधाम वीरात्रा में तीन दिवसीय मेला शुक्रवार सुबह मंगला आरती से शुरू होगा। मेले में आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शरीक होकर मां के दरबार में धोक लगा कर अपनी मन्नत पुरी करने की कामना करेंगे। विरात्रा ट्रस्ट अध्यक्ष भैरसिंह सोढ़ा ने बताया कि वाकलधाम विरातरा में वर्षभर में तीन मेले चैत्र,माघ तथा भादवा माह के सुदी पक्ष में आयोजित होते हैं। भादवा मेले में विशेषकर नवविवाहित जोड़े अपने सफल जीवन की कामना के लिए ट्रस्ट के अधीन आने वाले 12 मंदिरों की परिक्रमा कर रात्रि विश्राम वाकलधाम विरातरा में करते हैं। पैदल संघ भी बड़ी संख्या में रोजाना विरातरा आ रहे हैं। सोढ़ा ने बताया कि तीन दिवसीय मेले में आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में बिजली, पानी, ठहरने तथा भोजन की माकूल व्यवस्था की गई है। चौहटन से यात्रियों के आने के लिए रोडवेज की नियमित बसों के अलावा विशेष मेला बसों की व्यवस्था की गई। मेले को लेकर वाकलधाम मंदिर को आकर्षक सजाया गया। इसके अलावा ट्रस्ट के अधीन आनेवाले गढ़ मंदिर, जूना विरातरा मंदिर, तोरणिया मंदिर, वैर थान सहित 12 मंदिरों को सजाया गया है। 

पैदल यात्रा संघ आज होगा रवाना 

मां अंबे पैदल यात्रा संघ व ज्योति ग्रुप के तत्वावधान में बाड़मेर से विरात्रा पैदल यात्रा संघ सुबह साढ़े पांच बजे स्कूल नंबर चार की गली न्यू जैन मोहल्ला से रवाना होगा।ग्रुप के प्रवक्ता अभिषेक लूणिया ने बताया कि ग्रुप की ओर से यह संघ का आठवां वर्ष है। लूणिया ने बताया कि संघ को लाभार्थी परिवार व डॉ.बंशीधर तातेड़ हरी झंडी दिखा रवाना करेंगे। संघ 29 को विरात्रा मेले में पहुंच माता के दरबार ध्वजा चढ़ाकर माता के दर्शन करेंगे। यह संघ बाड़मेर, निंबड़ी, आकोड़ा, चौहटन होता हुआ 29 को दोपहर में विरात्रा पहुंच कर माता के दरबार में दर्शन कर खुशहाली की कामना करेगा। 

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