9 टैक्सटाइल पार्को की मंजूरी 
जयपुर।
केंद्र सरकार ने राजस्थान में 1,500 करोड़ रूपए की लागत से नौ टैक्सटाइल पार्क बनाने को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा राज्य में कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 400 करोड़ रूपए के अतिरिक्त अनुदान को भी मंजूरी दी है।
केंद्रीय कपड़ा सचिव किरण धींगड़ा के साथ हुई एक बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने कहा कि केंद्र की ओर से इस बात का भी आश्वासन मिला है कि जयपुर में 22 से 25 नवम्बर तक आयोजित होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय वस्त्र मेला, "वस्त्र 2012" को पूर्ण रूप से सफल बनाया जाएगा।
राजस्थान में पहले से ही पांच टैक्सटाइल पार्को की मंजूरी मिली हुई है। चार और टैक्सटाइल पार्को को हाल ही मंजूरी मिली है। यह मंजूरी 400,000 लोगों के लिए अतिरिक्त रोजगार पैदा करने की कोशिश के तहत देश में मंजूर किए गए ऎसे 21 टैक्सटाइल पार्को का हिस्सा है।
बैठक के दौरान वरिष्ठ नौकरशाह ने कहा कि राजस्थान कपड़ा क्षेत्र को अतिरिक्त 400 करोड़ रूपए स्कीम फॉर इन्टीग्रेटेड टैक्सटाइल पार्क (एसआईटीपी) के तहत उपलब्ध कराए जा रहे हैं, क्योंकि राज्य में कपड़ा उद्योग की काफी सम्भावनाएं हैं।
अधिकारी ने बताया कि बैठक में राजस्थान के मुख्य सचिव सी.के. मैथ्यू ने कहा कि टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन फंड स्कीम (टफ ) के तहत राजस्थान में 27,240 करोड़ रूपए की परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं, जो इस क्षेत्र में देश के निवेश का 14 प्रतिशत है।
राजस्थान में टैक्सटाइल सेक्टर के विस्तार की कोशिशें लगातार जारी रहेंगी। इसके अलावा राज्य में पॉवर लूम, हैण्डलूम व हैण्डीक्रॉफ्ट उद्योग को विकसित करने पर भी जोर दिया गया।
मैथ्यू ने बैठक में बताया कि राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित एटीडीसी स्मार्ट सेंटर्स के माध्यम से वस्त्र एवं परिधान उद्योग के लिए दक्ष श्रमिकों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। अब तक 4,400 से अधिक व्यक्तियों को दक्ष किया जा चुका है और राज्य सरकार द्वारा इस मद में अब तक 60 लाख रूपए से अधिक की वित्तीय सहायता दी जा चुकी है।
बैठक में भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय की संयुक्त सचिव, सुनयना तोमर, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव एवं रीको के अध्यक्ष सुनील अरोड़ा, प्रमुख सचिव (राजस्व) मालविका पंवार, बीआईपी आयुक्त पुरूषोत्तम अग्रवाल, प्रमुख सचिव (वित्त) गोविन्द शर्मा, ऊर्जा सचिव नरेशपाल गंगवार एवं रीको के प्रबंध निदेशक राजेन्द्र भाणावत सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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