भाईयों की कलाई पर सजी बहन की राखी 
बाड़मेर 
राजस्थान सहित पूरे भारत में रक्षा बंधन का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। सुबह से ही बहनें अपने भाई के घर पहुंची और कलाई पर राखियां बांधी। भाईयों ने बहन की रक्षा का संकल्प लिया। राखी बांधने-बंधवाने से पहले महिलाओं ने घर के दरवाजों पर श्रवण कुमार की पूजा की। वहीं पवित्र सरोवरों में स्नान कर वर्ष भर जाने-अनजाने में हुए पापों के लिए प्रायश्चित कर "हिमाद्रि स्नान" कर्म का संकल्प लिया। 
शुभ मुहूर्त के लिए इंतजार नहीं
चार साल से रक्षाबंधन पर भद्रा होने से राखी बांधने के लिए कम समय मिल रहा था लेकिन इस बार इससे राहत मिली। गुरूवार को राखी पूर्णतया भद्रा रहित है। पं. बंशीधर जयपुर पंचाग निर्माता दामोदर प्रसाद शर्मा व ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रमोहन दाधीच के अनुसार सूर्योदय कालीन श्रवण नक्षत्र का योग ग्यारह साल बाद बना है। बुधवार रात्रि 10.19 बजे से ही श्रवण नक्षत्र शुरू हो चुका है जो गुरूवार रात 9.17 बजे तक रहेगा।

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