चिकित्सक मानवीय संवेदनाओं को रखें सर्वोपरि - डॉ. समित शर्मा

मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के प्रति आत्मीय भाव से काम करें

जैसलमेर, 18 अगस्त/
राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक डॉ. समित शर्मा ने मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना को सामाजिक सरोकारों से जुड़ी ऎतिहासिक योजना बताया है और जिले भर के चिकित्सकों तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्मिकों को निर्देश दिए हैं कि वे आम मरीजों के लिए कल्याणकारी इस योजना का पूरा-पूरा लाभ जरूरतमन्दों को पहुंचायें और योजना को आशातीत सफलता प्रदान करें।
उन्होंने सभी वर्गों के प्रतिनिधियों और बुद्धिजीवियों से कहा कि सरकार की इस योजना की खूबियों और लाभों को आम जन तक पहुंचा कर पीड़ित मानवता की सेवा में भागीदारी निभाएं।
डॉ. समित शर्मा ने शनिवार को होटल रंगमहल में ‘‘मेकिंग ट्रीटमेंट अफोर्डेबल एण्ड रेशनल यूज ऑफ ड्रग्स’’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला मेंं जिले के जन प्रतिनिधियों, चिकित्सकों, मीडिया प्रतिनिधियों एवं बुद्धिजीवियों तथा जिलाधिकारियों को संबोधित करते हुए यह आह्वान किया। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्टों और भारत में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया।
कार्यशाला में जिला कलक्टर शुचि त्यागी, जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई, नगर परिषद अध्यक्ष अशोक तंवर, जैसलमेर पंचायत समिति के प्रधान मूलाराम चौधरी, जाने-माने सामाजिक चिंतक एवं वयोवृद्ध साहित्यकार दीनदयाल ओझा, अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका, मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्ज्वल, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवाराम सुथार, उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द जैन्थ, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंदगोपाल पुरोहित, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.डी. ख्िंाची, प्रभारी एवं जिला परियोजना समन्वयक डॉ. बी.एल. बुनकर सहित जिले के चिकित्साधिकारी एवं चिकित्सक उपस्थित थे।
प्रबन्ध निदेशक डॉ. समित शर्मा ने स्क्रीन पर पॉवर प्रजेन्टेशन द्वारा मानवीय संवेदनाओं से भरी चित्रात्मक जानकारी के माध्यम से चिकित्सा प्रबन्धन और सामाजिक व्यवस्थाओं का खुला चित्रण करते हुए व्यवस्थाओं में सुधार लाने के सभी उपायों पर जानकारी दी।

डॉक्टर अपनी असीम क्षमता को जानें

उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि वे अपने स्वयं की क्षमता और सामथ्र्य को जानेेंं तथा स्वयं को ईश्वर मानते हुए अपने कर्म और स्वभाव में इस प्रकार का बदलाव लाएं कि मरीजों तथा आम जन में चिकित्सकों के प्रति दिली आदर, सम्मान और श्रद्धा का ग्राफ निरन्तर बढ़ता रहे और सामाजिक स्वास्थ्य में निरन्तर सुधार आता रहे।

जितनी जरूरी हों, उतनी ही दवाइयां लिखें

उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ऎसा पेशा है जो सभी पेशों से ऊपर और अनिवार्य है। ऎसे में चिकित्सा व्यवसाय से जुड़े सभी लोगों का व्यक्तिगत फर्ज और सामाजिक उत्तदायित्व है कि वे अपने व्यवसाय के साथ पूरी ईमानदारी, नैतिकता और आदर्श मानवीय मूल्यों के साथ मरीजों का उपचार करें और जितनी आवश्यकता हो, उतनी ही दवाइयों लिखेंंं।
डॉ. शर्मा ने कहा कि विज्ञापनों के मौजूदा युग में अनगिनत दवाइयों का प्रचार हो रहा है और इसकी रोकथाम का दायित्व चिकित्सक की अच्छी तरह निभा सकते हैं। समाज को फिजूल दवाइयों के प्रयोग से बचाने में डॉक्टरों की भूमिका अहम है।

जेनेरिक दवाइयां सर्वाधिक कारगर
डॉ. समित शर्मा ने जेनेरिक दवाइयों को गुणवत्तादायी, कारगर एवं अत्यधिक सस्ती बताते हुए डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे मरीजों को यह बताएं कि जेनेरिक दवाइयां ही वास्तविक दवाइयां हैं जो ब्राण्डेड दवाइयों से भी ज्यादा अच्छी और प्रभावी हैं। मरीजों और उनके परिजनों के मन में यह बात एक बार घर कर जाने पर जेनेरिक दवाइयों के प्रति आत्मीय रुझान बढ़ेगा और इससे समाज का ही भला होगा।

सेवा की भावना सामने रखें
प्रबन्ध निदेशक डॉ. शर्मा ने कहा कि गंभीर बीमारियों के उन्मूलन में जो दवाइयां लाखों और हजारों में आती हैं, वे ही जेनेरिक दवाइयां मामूली धनराशि में खर्च कर सरकार सभी रोगियोंं को निःशुल्क प्रदान कर रही है। यह समाज की सबसे बड़ी सेवा और परेापकार का काम है जिससे हर मरीज को जोड़ने का दायित्व हमारा है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सक सच्ची भावना से इस योजना में जुड़ जाएंगे तो यह योजना दुनिया में अपना नाम कमा सकती है।

मरीजों की सेवा को सर्वोपरि मानें
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने डॉ. समित शर्मा द्वारा प्रस्तुत व्याख्यान को हृदयस्पर्शी बताया और इसके लिए उनका आभार जताते हुए चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे मरीजोें की हरसंभव सेवा और सहकार की भावना से अपने फर्ज निभाएं।
कार्यशाला मेंं मूर्धन्य साहित्यकार एवं वयोवृद्ध चिन्तक दीनदयाल ओझा ने ऎसे आयोजनों को वृहत स्तर पर करने पर बल दिया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंदगोपाल पुरोहित ने विश्वास दिलाया कि जिले में मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना को आशातीत सफलता दिलाने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागीय कर्मी समर्पित योगदान निभाएंगे।
आरंभ में जिला परियोजना समन्वयक एवं प्रभारी डॉ. बी.एल. बुनकर ने डॉ. शर्मा सहित तमाम अतिथियों का स्वागत किया और जिले में मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के बारे में जानकारी दी। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.डी. खिंची ने आभार प्रदर्शन किया। डॉ. समित शर्मा को प्रतीक चिह्न भी प्रदान किया गया।

पांच चिकित्सको का सम्मान
प्रबन्ध निदेशक डॉ. सुमित शर्मा ने जिले में मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के सफल संचालन में सराहनीय योगदान देने वाले डॉ. वी.डी. जेठा, डॉ. एस.क.े व्यास, डॉ. वी.के. शर्मा ( तीनों ही श्री जवाहिर अस्पताल जैसलमेर), राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नाचना के डॉ. आर.के. गोयदानी तथा राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सांकड़ा के डॉ. अजय जैन को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

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