राजनीतिक पार्टी बनाने के पक्ष में नहीं थे अन्ना हजारे
नई दिल्ली। 
अन्ना फिलहाल सियासी पार्टी बनाने के पक्ष में नहीं थे। एक अंग्रेजी अखबार ने टीम अन्ना के सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि जंतर मंतर पर आंदोलन के दौरान जब टीम अन्ना ने पार्टी बनाने की बात उठाई थी तो अन्ना अभी इसके लिए तैयार नहीं थे।
राजनीतिक पार्टी बनाने के पक्ष में नहीं थे अन्ना हजारेअन्ना का मानना था कि टीम इसके लिए तैयार नहीं है और अपनी बात के समर्थन में 3 अगस्त को हुए ऐलान से पहले उन्होंने गांधी जी की के भाषण की प्रतियां भी सदस्यों को बांटी थी। 1940 में कांग्रेस के 53वें वार्षिक अधिवेशन में गांधी जी ने ये भाषण दिया था जब कांग्रेस के सदस्य लगातार उन पर सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू करने के लिए दबाव डाल रहे थे। गांधी जी का मानना था कि कांग्रेस उस वक्त आंदोलन के लिए तैयार नहीं थी।
सूत्रों के मुताबिक अन्ना हालांकि टीम के सियासी विकल्प से सहमत थे मगर अभी वो कुछ वक्त और इंतजार के पक्ष में थे। इंडिया अगेंस्ट करप्शन कोर कमेटी की एक सदस्य सुनीता गोडारा के मुताबिक अन्ना चाहते थे कि ऐसा ऐलान करने से पहले गांव-गांव, शहर-शहर जाकर लोगों के मुद्दे टटोलने चाहिए और उसके बाद गांव के स्तर पर काडर तैयार करना चाहिए। 
सूत्रों के मुताबिक चुनाव लड़ने के लिए पैसों के इंतजाम पर भी अन्ना के कुछ सवाल थे। वहीं आंदोलन से कुछ और लोगों की मानें तो पार्टी की बजाय अन्ना साफ-सुथरी छवि वाले दूसरे उम्मीदवारों को समर्थन देने के पक्ष में थे।

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