केजरीवाल रिहा,प्रशांत भूषण हिरासत में
नई दिल्ली।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने सोनिया गांधी के घर का घेराव करने की कोशिश की लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाए। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय,संसद भवन और भाजपा मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री के आवास की ओर जा रहे अरविंद केजरीवाल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है जबकि मनीष सिसोदिया,प्रशांत भूषण और कुमार विश्वास को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास के बाहर से हिरासत में लिया। इन सभी को धारा 144 का उल्लंघन करने के चलते हिरासत में लिया गया।
हिरासत में लेने के बाद सभी को संसद मार्ग थाने ले जाया गया। यहां केजरीवाल के साथियों ने सभा की। केजरीवाल को रिहा कर दिया गया है जबकि उनके अन्य साथी अभी भी हिरासत में हैं। इससे पहले रविवार सुबह भी पुलिस ने केजरीवाल,मनीष सिसोदिया,गोपाल राय,कुमार विश्वास और संजय सिंह को हिरासत में लिया था। हालांकि आधे घंटे बाद ही इनको रिहा कर दिया गया था।
जबरन छुड़ाने की कोशिश
रविवार सुबह 6 बजे जब अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास के बाहर धरना दे रहे थे तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उनके सहयोगी कुमार विश्वास,संजय सिंह और मनीष सिसोदिया को सोनिया गांधी के आवास के सामने से हिरासत में लिया। हिरासत में लेने के बाद इन सभी को मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया। यहां से सभी को जब बवाना में बनाई गई अस्थाई जेल ले जाया जा रहा था,तो इनके समर्थक वहां एकत्रित हो गए।
समर्थकों ने केजरीवाल और सिसोदिया को ले जा रही जिप्सी को घेर लिया। समर्थकों ने इनको जबरन पुलिस हिरासत से छुड़ाने की कोशिश की। समर्थकों के विरोध के चलते पुलिस को इन्हें रिहा करना पड़ा। रिहाई के बाद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मनीष सिसोदिया के साथ बदसलूकी की। सिसोदिया की पिटाई की गई।
समर्थकों ने तोड़ी बैरिकेडिंग
इसके बाद केजरीवाल जंतर मंतर चले गए। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सैंकड़ों कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। जंतर मंतर पर केजरीवाल ने एक बार फिर प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष के आवास का घेराव करने का ऎलान किया। केजरीवाल के ऎलान के चलते पुलिस ने प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष के आवास की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया।
रास्ते बंद करने की सूचना मिलते ही केजरीवाल ने अपनी रणनीति बदलते हुए समर्थकों से प्रधानमंत्री कार्यालय का घेराव करने को कहा। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के आवास की ओर जाने वाली बैरिकेडिंग तोड़ दी। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच गए। पुलिस को पता नहीं था कि प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच जाएंगे। जब पुलिस को इसकी खबर लगी तो वह मौके पर पहुंची और अन्ना समर्थकों को हिरासत में लिया।
बंद नहीं हुए मेट्रो स्टेशन
इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्याकर्ताओं के प्रदर्शन के बावजूद दिल्ली के 6 मेट्रो स्टेशन बंद नहीं रहे। दिल्ली पुलिस ने साफ किया कि मेट्रो स्टेशन बंद रखने की कोई जरूरत नहीं है। इससे पहले खबर आई थी कि प्रधानमंत्री के आवास के घेराव को देखते हुए 6 मेट्रो स्टेशनों को बंद करने को कहा गया है। इनमें जहांगीरपुरी-गुड़गांव मार्ग पर स्थित पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, रेस कोर्स, जोर बाग एवं बदरपुर कॉरिडोर पर खान मार्केट शामिल हैं।
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