बीएडीपी से बदलेगी सरहदी गांवों की तस्वीर
बाड़मेर।
किस पर खर्च होगी राशिः
सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, पेयजल, विद्युतीकरण, पूर्व में निर्मित परिसंपतियों के रखरखाव, कृशि, सामाजिक सेक्टर के साथ सुरक्षा सेक्टर से जुड़े सीमा सुरक्षा बल तथा सेना से जुड़े कार्यों पर राशि खर्च होगी। प्रस्तावित योजना के मुताबिक सर्वाधिक राशि सड़क निर्माण पर 36.18 प्रतिशत तथा इसके बाद पेयजल,िशक्षा,चिकित्सा एवं सुरक्षा सेक्टर पर खर्च होगी। शिक्षा के तहत विद्यालयों की चारदीवारी, अतिरिक्त कक्षा कक्ष, स्टेज एवं खेल मैदान, चिकित्सा सेक्टर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सब सेंटर, आयुर्वेदिक औशधालयों के भवन, 108 एम्बूलेंस, सड़क निर्माण,पेयजल सेक्टर में वंचित गांवों को जलस्त्रोतों से जोड़ने, विद्युतीकरण एवं पूर्व निर्मित परिसंपतियों की मरम्मत के कार्यों के तहत अधिकतम तीन वशर पूर्व बीएडीपी में निर्मित परिसंपतियों के कार्य करवाएं जाएंगे। इसी तरह सामाजिक सेक्टर में 41 भवन विहिन आंगनवाडी केन्द्रों के भवन निर्माण के साथ पर्यटन स्थल पर सामुदायिक केन्द्र मय टायलेट का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा पशु सब सेंटर, पशु चिकित्सालय भवनों का निर्माण कराया जाएगा।
सीमा चौकियां जुड़ेगी डामर सड़क से:
सुरक्षा सेक्टर के तहत सीमा सुरक्षा बल की पिश्चमी सरहद स्थित सीमा चौकियों को डामर सड़क से जोड़ा जाएगा। इसी तरह मुनाबाव अंतरराश्ट्रीय कांफ्रेस हाल के लिए अतिरिक्त निर्माण कार्य एवं सेना के लिए पेयजल योजनाओं संबंधित कार्य करवाएं जाएंगे।
मिलेगी चार एंबूलेंसः
बीएडीपी में बाड़मेर जिले को चार 108 एंबूलेंस वाहन रतासर, हरसाणी, सेड़वा, भूणिया अस्पताल के लिए मिलेंगे। प्रत्येक एंबूलेंस की लागत 15 लाख रूपए होगी।
छात्रावास की होगी मरम्मतः
गुड़ामालानी में राजकीय छात्रावास के भवन की मरम्मत पर 26 लाख रूपए खर्च होंगे। इस छात्रावास का मामला कई मर्तबा जिला मुख्यालय पर होने वाली बैठकों में भी उठाया जा चुका है।
कहांकहां होंगे विकास कार्य:
बीएडीपी की वाशिर्क कार्य योजना के तहत शिव पंचायत समिति की 15 ग्राम पंचायतों के 57 गांवों, बाड़मेर की 19 ग्राम पंचायतों के 55 गांव , चौहटन की 37 ग्राम पंचायतों के 64 तथा धोरीमन्ना पंचायत समिति की 18 ग्राम पंचायतों के 46 गांवों में विकास कार्य करवाएं जाएंगे।
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