लखनऊ में 'माया' की मूर्ति तोड़ी
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश की राजधानी में पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाजवादी पार्टी प्रमुख मायावती की मूर्ति बुधवार का अज्ञात युवकों ने खंडित कर दी। यह मूर्ति यहां गौमती नगर इलाके में स्थिति अम्बेडकर पार्क में लगी थी। मूर्ति तोड़ने वालों ने इस हरकत के पीछे वजह माया के प्रति अपने गुस्से को बताया है।
जानकारी के अनुसार मूर्ति तोड़ने वालों ने मौके पर 'उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना' के नाम से पर्चे भी छोड़े हैं। इन पर्चो में मूर्ति को खंडित करने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना ने ली है और कई कार्यकताओं के नाम भी लिखे हैं। प्रमुख राजनीतिक दलों ने इस घटना की नींदा करते हुए कृत्य को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। बसपा के सांसद विजय बहादुर ने कहा कि यह कृत्य बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इसमें लिप्त लोगों की गंभीर रूप से जांच हो। भारत एक प्रजातांत्रिक देश है और इस तरह से ऎसी घटना अच्छे संकेत नहींहै। उधर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खंडित मूर्ति को तत्काल ठीक कराए जाने के निर्देश जारी किए हैं।
सरकार जल्द ठीक करवाए मूर्ति
बसपा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी अध्यक्ष मायावती की मूर्ति क्षतिग्रस्त किए जाने के मामले को गम्भीरता से लेते हुए कहा कि प्रदेश सरकार जल्द से जल्द इस मूर्ति को पहले की तरह स्थापित करे, वरना नतीजे गम्भीर होंगे। मौर्य ने कहा कि यदि सरकार चाहती है कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था न बिगड़े तो जल्द से जल्द इस मूर्ति को पहले की तरह ठीक करे।बड़ी अजीब बात है कि दिनदहाड़े इस घटना को अंजाम दिया गया जबकि यहां सुरक्षाकर्मी और हजारों पर्यटक मौजूद थे। यह शर्मसार करने वाली घटना है। जिस समय मूर्ति तोड़ी गई, उसकी फोटो लेने के लिए कुछ फोटोग्राफर भी मौजूद थे। इससे साबित होता है कि सभी लोगों को सरकार का संरक्षण प्राप्त था।
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वह राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर दोषियों को पकड़ने की मांग करेंगे। उन्होंने चेताया कि यदि दोषियों को नहीं पकड़ा गया तो इसके गम्भीर नतीजे होंगे। मौर्य ने हालांकि कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की है।
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