एनडीए में दरार,शिवसेना प्रणब के साथ 
नई दिल्ली/मुंबई। 
राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी को लेकर एनडीए में फूट पड़ गई है। शिवसेना ने खुले रूप से यूपीए उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे लेख में पार्टी सुप्रीमो बाल ठाकरे ने प्रणब की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। ठाकरे ने लिखा है कि किसी को शिवसेना को विश्वासघाती नहीं समझना चाहिए। प्रणब को समर्थन का फैसला विशुद्ध रूप से राष्ट्रहित में लिया गया है। राष्ट्र की तुलना तुच्छ राजनीतिक स्वार्थ के लिए नहीं की जानी चाहिए। अगर आपके पास तलवार नहीं है तो आपको लड़ाई के मैदान में नहीं उतरना चाहिए। 
हम सभी को साथ में मिलकर प्रणब मुखर्जी का समर्थन करना चाहिए। हमें यह दिखना चाहिए कि हम एक हैं। शिवसेना के सूत्रों के मुताबिक प्रणब मुखर्जी ने बाल ठाकरे और उद्धव ठाकरे से बात कर अपने लिए समर्थन मांगा था। इस पर ठाकरे ने प्रणब को समर्थन का आश्वासन दिया। यह पहली बार नहीं है जब शिवसेना ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए से दगा की है। 2007 में भी शिवसेना ने प्रतिभा पाटील का राष्ट्रपति चुनाव में साथ दिया था। मराठी होने के नाते शिवसेना पाटील के समर्थन में उतरी थी। उस वक्त भाजपा और एनडीए में शामिल दलों ने भैरोसिंह शेखावत को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में उतारा था।

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