एनजीओ कांड : बार गर्ल्स की तरह शादियों में नचवाई थी लड़कियां
रोहतक .
अपना घर मामले में नवजात शिशुओं की बिक्री व युवतियों के यौन शोषण के बाद यहां रह रही लड़कियों को शादियों में नाच-गाने के लिए भेजे जाने का खुलासा हुआ है। पुलिसिया पूछताछ में खुद संस्था संचालिका जसवंती ने यह स्वीकार किया है। वह कहां-कहां लड़कियों को लेकर गई, यह जानने के लिए पुलिस ने उसे दोबारा पांच दिन के रिमांड पर लिया है। इससे पहले चार दिन का रिमांड खत्म होने के बाद रविवार को पुलिस ने जसवंती को सीजेएम राहुल बिश्नोई की अदालत में पेश किया। पुलिस ने तर्क दिया कि 15 से 18 साल के बीच की आधा दर्जन लड़कियों ने जांच में खुलासा किया है कि संचालिका उन्हें कई बार शादी समारोहों में नाच-गाने के लिए लेकर गई। वहां लोगों ने खूब नोट बरसाए। जसवंती भी कह रही है कि वह लड़कियों को लेकर गई थी, ताकि लड़कियां खुश रह सके। जब उससे पूछा गया कि वह मंदबुद्धि या कम उम्र के बच्चों को क्यों नहीं लेकर गई। इस सवाल का जवाब संचालिका के पास नहीं था।
91 हजार में दिए बच्चे
पुलिस गायब हुए दो नवजात बच्चों तक पहुंच गई है। पीड़ित फातिमा का बच्चा अलीगढ़ के एक दंपती को 31 हजार व रामरती का बच्चा 60 हजार में दिल्ली के दंपती को दिया था। इन्होंने शपथ पत्र दिया था कि वे बच्चों का पालन सही करेंगे, लेकिन फातिमा व रामरती को कुछ नहीं दिया, जबकि यह अनिवार्य था। वहीं पुलिस को दो और नवजात बच्चे गायब होने के सुराग मिले हैं। इसके लिए जींद व महम में छापे मारे जा रहे हैं।
वापस लेंगे अवॉर्ड
ऐसी संस्थाओं में अनियमितता पाए जाने पर उनके सभी अवॉर्ड भी वापस लिए जाएंगे। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। -गीता भुक्कल, शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री
अभी और खुलासे होंगे
संस्था से लड़कियों को शादी- समारोह में ले जाने की बात सामने आई है। जल्द और भी खुलासे होंगे। - विवेक शर्मा, एसपी, रोहतक
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें