मुख्य सचिव से ज्यादा पायलट का वेतन

जयपुर। घर का जोगी जोगना-आन गांव का सिद्ध, कुछ इस कहावत पर चल रहा है राज्य का एविएशन विभाग, जहां अनुबंध पर कार्यरत पायलट को नियमित वेतन पर लगे पायलट से तीन गुना से ज्यादा वेतन दिया जा रहा है। अनुबंध पर कार्यरत इस पायलट का वेतन राज्य के सर्वोच्च पद पर कार्यरत मुख्य सचिव व डीजीपी से भी करीब ढाई गुना ज्यादा है।जानकारी के अनुसार, प्रदेश में नियमित नियुक्ति पर एक और अनुबंध पर दो चीफ पायलट व एक पायलट नागरिक उड्डयन विभाग के जरिए नियुक्त हैं। इन पर हर साल राज्य सरकार का एक करोड़ रूपए से ज्यादा खर्चा होता है, जिसमें पायलट के वेतन, भत्ते एवं अन्य खर्च शामिल हैं।
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ये मिलता है अनुबंघित पायलट को 
विभागीय जानकारी के अनुसार, प्रदेश में राजस्थान सिविल एविएशन कॉर्पोरेशन के तहत कैप्टन केसरी सिंह सितंबर 2009 से चीफ पायलट(ए) के रूप में कार्यरत हैं। इनकों हर माह 3.85 लाख रूपए वेतन के रूप में दिए जा रहे हैं। इसके अलावा उन्हें 15 हजार रूपए प्रति माह घर किराया, तीन हजार रूपए प्रतिमाह टेलीफोन भत्ता व एसी गाड़ी सहित विभिन्न सुविधाएं भी दी जा रही हैं। इसी प्रकार चीफ पायलट(एच) के पद पर कार्यरत यूके शर्मा को भी सितंबर 2009 से अनुबंध पर नियुक्ति के बाद 3.85 लाख रूपए वेतन, 15 हजार रूपए घर किराया और तीन हजार रूपए टेलीफोन भत्ते के साथ-साथ एसी गाड़ी व अन्य सुविधा मिल रही थी। शर्मा का अनुबंध पिछले माह समाप्त हुआ है। इनके साथ अनुबंध पर नियुक्त कैप्टन बलविंदर सिंह पायलट(ए) को प्रतिमाह 1.87 लाख रूपए प्रतिमाह वेतन दिया जा रहा है। यहीं नहीं इन पायलट को दिया जाने वाला वेतन वष्ाü 2009 से पहले कार्यरत पायलट से करीब दस फीसदी ज्यादा है।
यह है मुख्य सचिव का वेतन 
भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठतम और मुख्य सचिव जैसे सर्वोच्च पद पर कार्यरत अघिकारी को राज्य सरकार की ओर से 80 हजार रूपए बेसिक पे के साथ डीए, ग्रेड पे व अन्य भत्ते मिला कर करीब डेढ़ लाख रूपए प्रतिमाह वेतन के रूप में मिलते हैं। प्रदेश में भारतीय पुलिस सेवा के सर्वोच्च अघिकारी डीजीपी और भारतीय वन सेवा के एक प्रमुख अघिकारी को भी मुख्य सचिव के समान बेसिक वेतन, ग्रेड पे और डीए व अन्य भत्ते दिए जाते हैं।
नियमित पायलट से ज्यादा वेतन 
प्रदेश में सिविल एविएशन कार्पोरेशन के तहत नियमित रूप से हेलिकॉप्टर पायलट के पद पर कार्यरत कैप्टन राजीव दुबे को विभाग की ओर से 1.01 लाख रूपए प्रतिमाह वेतन और 1750 रूपए टेलीफोन एवं अन्य निर्घारित भत्ते दिए जा रहे हैं। वहीं अनुबंध पर कार्यरत पायलट बलविंदर सिंह का वेतन दुबे से करीब 85 हजार रूपए ज्यादा है। जानकारी के अनुसार, अनुबंध पर कार्यरत दुबे का विमान उड़ाने का अनुभव अनुबंध पर कार्यरत पायलट से काफी ज्यादा है, इसके बाद भी उन्हें काफी कम वेतन दिया जा रहा है।

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