सांपो ने उगला जहर
जैसलमेर।

यहां है खतरा
अधिकांशत: रेतीले गावों व सूने क्षेत्रों में, जहां मनुष्य की आवाजाही कम होती हैं, वहां सर्प अक्सर देखे जा सकते हैं। चिकित्सको की मानें तो जहरीले सर्प कोबरा के काटे जाने से स्नायु तंत्र प्रभावित हो जाता है और हाथ पैर फूल जाते हैं। यहां वाइपर सर्प के काटने की घटनाएं सर्वाधिक सामने आ रही हैं।
बढ़ने लगे मरीज
जिले में इन दिनों विषैले व विषहीन दोनों तरह के सर्पो के डसने की घटनाएं सामने आ रही हंै। जैसलमेर के जवाहर अस्पताल मे जनवरी व फरवरी महीने मे जहां सर्प दंश से पीडित 3-3 मरीज ही उपचार कराने पहुंचे थे, लेकिन मार्च महीने मे 11 मरीज यहां लाए गए। इसी तरह गत 1 से 19 अप्रेल तक सर्प दंश से पीडित 19 मामले यहां उपचार के लिए पहुंचे। ऎसे मे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि इन दिनो औसतन हर दिन सर्प दंश से पीडित एक मरीज जवाहर अस्पताल मे उपचार के लिए पहुंच रहा है।
इंजेक्शन नि:शुल्क
सर्पदंश के तोड़ के रूप में ईजाद किए गए एंटी स्नेक वीनम जिले के बाशिन्दों के लिए उपयोगी साबित हुए हैं। सीमावर्ती जिले में जहां गत दिनों सर्पदंश की घटनाएं बढ़ी हैं, वहीं करीब 560 रूपए का यह महंगा इंजेक्शन स्थानीय जवाहर चिकित्सालय की ओर से मरीजों को नि:शुल्क दिए जाने से आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को काफी राहत मिली है। एक ही मरीज को कई बार दस से पन्द्रह इंजेक्शन लगाने पड़ते हैं। मेडिकल रिलीफ सोसायटी की ओर से रसीद कटवाने के बाद पीडित मरीज को पूर्ण इलाज होने तक इंजेक्शन मुफ्त में लगाए जाते हैं।
सावधानी बरतें
सर्पदंश की घटनाओं को रोकने के लिए मरू क्षेत्र व सुनसान इलाकों में निवास करने वाले लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। गर्मी के दिनो मे सांप अक्सर बिलो से बाहर आ जाते हैं। इस मौसम में जमीन पर नहीं सोना चाहिए, नंगे पैर नहंीं चलना चाहिए और रात्रि के समय टॉर्च हमेशा पास में रखनी चाहिए।
डॉ. डीडी खींची
प्रमुख चिकित्सा अघिकारी, जवाहर अस्पताल, जैसलमेर
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