संन्यास की खबरों का खंडन
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने उन खबरों का खंडन किया है कि वह महाशतक के बाद क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। सचिन ने कहा है कि वह अभी क्रिकेट को अलविदा नहीं कहने जा रहे हैं। इससे पहले मीडिया में खबरें थीं कि सचिन तेंदुलकर 100वें शतक के बाद क्रिकेट का बाय-बाय कह देंगे। मीडिया में इस तरह की भी खबरें थीं कि वीवीएस लक्ष्मण भी संन्यास का ऐलान कर सकते हैं।
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने उन खबरों का खंडन किया है कि वह महाशतक के बाद क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। सचिन ने कहा है कि वह अभी क्रिकेट को अलविदा नहीं कहने जा रहे हैं। इससे पहले मीडिया में खबरें थीं कि सचिन तेंदुलकर 100वें शतक के बाद क्रिकेट का बाय-बाय कह देंगे। मीडिया में इस तरह की भी खबरें थीं कि वीवीएस लक्ष्मण भी संन्यास का ऐलान कर सकते हैं।
100वें शतक को लेकर काफी दबाव में
सचिन तेंडुलकर पिछले कुछ समय से 100वें शतक को लेकर काफी दबाव में हैं। उन्होंने अपना अंतिम शतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नागपुर में हुए वर्ल्डकप 2011 के ग्रुप बी मैच में लगाया था। इसके बाद से सचिन ने टेस्ट और वनडे दोनों में अर्धशतकीय पारियां तो खेली, लेकिन वो 100 के जादुई आंकड़े को नहीं छू सके। सचिन ने साल 2011 में 9 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 47.25 की औसत से 756 रन बनाए। सचिन ने पिछले साल खेली 17 पारियों में पांच अर्धशतक और एक शतक लगाया। हाल में हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सचिन ने चार टेस्ट मैचों में 35.87 की औसत से 287 रन बनाए। सचिन ने इस सीरीज में 2 अर्धशतक लगाए थे।
कपिल भी दे चुके है संन्यास का सुझाव
ऑस्ट्रेलियाई दौरे में तेंदुलकर की खराब फार्म के कारण कपिल ने सुझाव दिया था कि इस स्टार बल्लेबाज को अपना टेस्ट करियर लंबा खींचने के लिए वनडे से संन्यास ले लेना चाहिए। हालांकि अन्य क्रिकेटरों का मानना है कि तेंदुलकर अब भी इस प्रारूप में योगदान दे सकते हैं और उनके संन्यास की बात करना जरूरी नहीं है। पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे ने कहा कि सचिन को अकेला छोड़ देना चाहिए।
सचिन तेंडुलकर पिछले कुछ समय से 100वें शतक को लेकर काफी दबाव में हैं। उन्होंने अपना अंतिम शतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नागपुर में हुए वर्ल्डकप 2011 के ग्रुप बी मैच में लगाया था। इसके बाद से सचिन ने टेस्ट और वनडे दोनों में अर्धशतकीय पारियां तो खेली, लेकिन वो 100 के जादुई आंकड़े को नहीं छू सके। सचिन ने साल 2011 में 9 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 47.25 की औसत से 756 रन बनाए। सचिन ने पिछले साल खेली 17 पारियों में पांच अर्धशतक और एक शतक लगाया। हाल में हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सचिन ने चार टेस्ट मैचों में 35.87 की औसत से 287 रन बनाए। सचिन ने इस सीरीज में 2 अर्धशतक लगाए थे।
कपिल भी दे चुके है संन्यास का सुझाव
ऑस्ट्रेलियाई दौरे में तेंदुलकर की खराब फार्म के कारण कपिल ने सुझाव दिया था कि इस स्टार बल्लेबाज को अपना टेस्ट करियर लंबा खींचने के लिए वनडे से संन्यास ले लेना चाहिए। हालांकि अन्य क्रिकेटरों का मानना है कि तेंदुलकर अब भी इस प्रारूप में योगदान दे सकते हैं और उनके संन्यास की बात करना जरूरी नहीं है। पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे ने कहा कि सचिन को अकेला छोड़ देना चाहिए।

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