दीवाने हो गए लोग तेरी दीवानी पर
तेरे नाम से जी लूं तेरे नाम से मर जाऊं...तेरी दीवानी गीत की पंक्तियां जब महाबार के टिब्बों पर कैलाश खेर ने गुनगुनाया तो पूरा थार मानो दीवाना हो गया। उसके बाद एक से बढ़कर एक सूफी संगीत ने लोगों को सुरों की दुनिया से सरोबार कर दिया। महाबार के टिब्बों पर दोपहर से ही लोगों का आना शुरू हो गया। शाम होते होते तो महाबार के रेतीलें धोरें लोगों की भीड़ में छुप गए। इस बार रेत के ऊंचे टिब्बों को आकर्षित करने के लिए विशेष रोशनी का इंतजाम किया गया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे जफर खान सिंधी ने सूफी शायरी व उर्दू के शेरों से खूब दाद लूटी।
घोड़ों पर नजर आए अधिकारी
इसी तरह घोड़ों पर सवार थार श्री के प्रतिभागी, सनावड़ा की गैर, ऊंट गाड़ो पर सवार लोक कलाकार गाते-बजाते चल रहे थे। शोभायात्रा गांधी चौक, अहिंसा सर्किल, नेहरू नगर होते हुए आदर्श स्टेडियम पहुंची। कलेक्टर वीणा प्रधान ने तीन दिवसीय थार महोत्सव कार्यक्रमों का शुभारंभ ढोल की थाप बजाकर किया। इसके बाद विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं का सिलसिला शुरू हुआ।
ढोल प्रतियोगिता
आदर्श स्टेडियम में थार महोत्सव के दौरान ढोल वादन प्रतियोगिता में जोगा खां विशाला प्रथम और मंजूर खां व अनवर खां द्वितीय स्थान पर रहे वहीं ऊंट शृंगार प्रतियोगिता में इंद्रा खां, गुड्डा खां व महिपाल सिंह के ऊंट प्रथम, माधोसिंह व अखाराम के ऊंट द्वितीय एवं हाजी रमजान का ऊंट तृतीय स्थान पर रहा।
रंगोली प्रतियोगिता
रंगोली प्रतियोगिता में अल्पना अग्रवाल को प्रथम, रोशनी लोहिया को द्वितीय व शीतल मूथा को तीसरा स्थान मिला। घोड़ी डांस प्रतियोगिता में मौलवी हबीबुला प्रथम, शाले मोहम्मद द्वितीय एवं सलीम भाई तीसरे स्थान पर रहे। म्युजिकल चेयर प्रतियोगिता में इंदु तिलवानी प्रथम व सुधा डांगरा दूसरे स्थान पर रही। मेहंदी प्रतियोगिता में संतोष को प्रथम, कंचन को द्वितीय एवं शीतल तीसरे स्थान पर रही।प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वालों को 1100 रुपए, द्वितीय रहने वालों को 700 रुपए एवं तीसरा स्थान पाने वालों को 500 रुपए नकद पुरस्कार देकर सम्मान किया गया।






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