जनरल को सीबीआई ने दिया झटका
नई दिल्ली। सेना के एक अधिकारी के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग करने के मामले में आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह को तगड़ा झटका लगा है। सीबीआई ने सर्विग लेफ्टिनेंट जरल दलबीर सिंह सुहाग के खिलाफ जांच से इनकार कर दिया है। सीबीआई का कहना है कि पिछले साल ही कैबिनेट सचिवालय मामले की विस्तृत जांच कर चुका है। जांच में सुहाग के खिलाफ कुछ नहीं निकला।मंगलवार को आर्मी चीफ ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद अंबिका बनर्जी की ओर से लिखे गए पत्र को सीबीआई के पास भेज दिया था। बनर्जी ने यह पत्र 21 मई 2011 को लिखा था। पत्र में सुहाग पर अनियमितता के आरोप लगाए गए थे। आरोप लगाया गया था कि स्पेशल फ्रंटियर फोर्स के लिए खरीद में धांधली हुई है। उस वक्त सुहाग इंस्पेक्टर जनरल थे। बनर्जी ने आरोप लगाया था कि पैराशूट, संचार के उपकरण और हथियार खरीदने के बदले जनरल सुहाग ने घूस ली थी। बनर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी को मामले की जांच कराने के लिए पत्र लिखा था। पत्र की एक कॉपी आर्मी चीफ को भेजी गई थी। स्पेशल फ्रंटियर फोर्स रॉ के अधीन काम करती है। इस पर कैबिनेट सचिवालय का नियंत्रण होता है।
नई दिल्ली। सेना के एक अधिकारी के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग करने के मामले में आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह को तगड़ा झटका लगा है। सीबीआई ने सर्विग लेफ्टिनेंट जरल दलबीर सिंह सुहाग के खिलाफ जांच से इनकार कर दिया है। सीबीआई का कहना है कि पिछले साल ही कैबिनेट सचिवालय मामले की विस्तृत जांच कर चुका है। जांच में सुहाग के खिलाफ कुछ नहीं निकला।मंगलवार को आर्मी चीफ ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद अंबिका बनर्जी की ओर से लिखे गए पत्र को सीबीआई के पास भेज दिया था। बनर्जी ने यह पत्र 21 मई 2011 को लिखा था। पत्र में सुहाग पर अनियमितता के आरोप लगाए गए थे। आरोप लगाया गया था कि स्पेशल फ्रंटियर फोर्स के लिए खरीद में धांधली हुई है। उस वक्त सुहाग इंस्पेक्टर जनरल थे। बनर्जी ने आरोप लगाया था कि पैराशूट, संचार के उपकरण और हथियार खरीदने के बदले जनरल सुहाग ने घूस ली थी। बनर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी को मामले की जांच कराने के लिए पत्र लिखा था। पत्र की एक कॉपी आर्मी चीफ को भेजी गई थी। स्पेशल फ्रंटियर फोर्स रॉ के अधीन काम करती है। इस पर कैबिनेट सचिवालय का नियंत्रण होता है।
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