सेना प्रमुख ने लिया तेंजिदर का नाम
नई दिल्ली।। सेना प्रमुख जनरल वी . के . सिंह ने रिश्वतकी पेशकश के संबंध में सीबीआई को भेजी गई शिकायत मेंरिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह का नाम लिया है।जनरल सिंह ने इस मामले में शुक्रवार की देर शाम अपनीशिकायत सीबीआई को भेज दी थी। उस वक्त यह स्पष्ट नहींथा कि उन्होंने तेंजिदर सिंह का नाम लिया है या नहीं।हालांकि , जनरल सिंह ने घूस की रकम का जिक्र नहीं कियाहै। संभवत : सोमवार को इस मामले में सेना प्रमुख औरजानकारी मुहैया कराएंगे। 
इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने साफ किया हैकि सरकार और जनरल के बीच कोई मतभेद नहीं है।कोलकाता में पत्रकारों से बातचीत में मुखर्जी ने यह भी कहाकि रक्षा मंत्री ए . के . एंटनी ने इस मसले पर संसद मेंअपना पक्ष रख दिया है। 
इस बीच डीआरडीओ चीफ वी . के . सारस्वत का कहना हैकि टाट्रा ट्रकों का प्रदर्शन बेहद शानदार है। नई दिल् ‍ ली मेंडिफेंस एक् ‍ सपो में हिस् ‍ सा लेने आए सारस् ‍ वत ने कहाकि ' पृथ्वी ' और ' ‌‌ अग्नि ' जैसी सभी महत्वपूर्ण मिसाइलों को ले जाने में इस् ‍ तेमाल किया गया कोई भी वाहनघटिया दर्जे का नहीं था। उन्होंने कहा कि यदि रक्षा मंत्री और सेनाध्यक्ष के बीच कोई मतभेद है तो उन्हेंसावधानीपूर्वक सुलझाना चाहिए। 
इसके पहले शुक्रवार को आर्मी चीफ वी . के . सिंह ने अपने तेवर कुछ नरम किए। उन्होंने कहा कि कुछ शरारतीतत्व उनके और रक्षा मंत्री ए . के . एंटनी के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने अपने बयान मेंकहा है कि वह देश की सेवा करने को प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सेना सरकार का अंग है। वह सरकारसे अलग नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार और उनकी , दोनों की कोशिश है कि सेना से गलत लोगों को बाहर निकालाजाए। जनरल सिंह ने सफाई देते हुए कहा है कि उनके और रक्षा मंत्री के बीच दरार की जो बातें फैलाई जा रही हैं वेगलत हैं। हर मसले को उनके और रक्षा मंत्री के बीच लड़ाई के तौर पर प्रचारित किया जाना दुर्भावनापूर्ण है।उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री के साथ मिलकर इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। 
गौरतलब है कि गुरुवार को एंटनी ने कहा था कि थलसेना प्रमुख की बर्खास्तगी का कोई इरादा नहीं है और उन परसरकार का भरोसा बना हुआ है। साथ ही चेतावनी दी थी कि रक्षा तैयारी में खामी बताने वाली सिंह की चिट्ठीलीक करने वाले को सख्त सजा दी जाएगी। जनरल सिंह ने बाद में बयान जारी कर कहा था कि पत्र को लीक करनेका मामला राष्ट्रद्रोह जैसा है और इसके दोषी को सबसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

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