जल्द होगा शैक्षणिक समस्याओं का समाधान सोशल साइट्स पर !
जयपुर। राजस्थान का शिक्षा विभाग जल्द ही फेसबुक और टि्वटर जैसी सोशल नेटवर्किग साइट्स की तर्ज पर अपनी विशेष वेबसाइट लॉन्च करने जा रहा है। विभाग का दावा है कि सोशल साइट्स पर सर्फिü ग कर अपनी पढ़ाई का समय भी बर्बाद करने वाले बच्चे इस पोर्टल की मदद से न सिर्फ शैक्षणिक समस्याओं का समाधान पा सकेंगे बल्कि ऑनलाइन रहकर प्रोफेसर से सब्जेक्टिव चैट भी कर सकेंगे। यह साइट फेसबुक और टि्वटर जैसी साइट्स की तरह ही काम करेगी लेकिन उस पर चैट करने के लिए विज्ञान और गणित से जुड़े प्रोफसर होंगे। फिलहाल इस साइट का कोई नाम तय नहीं किया गया है।
कैसे काम करेगी साइट: विशेष्ाज्ञों के अनुसार यह साइट फेसबुक और टि्वटर की तर्ज पर ही काम करेगी। हर सोशल नेटवर्किüग साइट की तरह ही इस साइट में भी वीडियो और फोटो अपलोड किए जा सकेंगे। दोस्तों से चैट की जा सकेगी। साथ ही जटिल विष्ायाें से जुड़ी अपनी शंकाओं का समाधान भी छात्र कर सकेंगे। इस सोशल साइट के जरिए दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं के छात्र विष्ायों से जुड़े अपने प्रोफेसरों से चैट कर विषय संबंधी समस्याओं के बारे में उनसे बात कर सकेंगे। हर सोशल साइट की तरह ही इस साइट का भी एक लॉगिंग पासवर्ड होगा।
कौन से विष्ाय होंगे साइट पर:फिलहाल इस साइट पर विज्ञान और गणित से जुड़े विष्ाय जैसे फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के कुछ प्रोफेसर अपनी सेवाएं देंगे। वे एक तय समय पर छात्रों से बात कर उनकी समस्याओं का समाधान करने में उनकी मदद करेंगे। कम्प्यूटर पर जुडे वीडियो कैमरे के जरिए वे एक-दूसरे की शक्ल भी देख सकेंगे। इन जटिल विष्ायों को साइट पर पहले डालने के बाद अन्य जटिल विष्ायों को भी इस सोशल साइट पर डालने की तैयारी है।
जल्द ही गांव-गांव में होगा इंटरनेट:सरकारी प्रयासों के बाद इस सोशल साइट का फायदा जल्द ही गांवों में रहने वाले मेधावी छात्रों को भी मिलेगा। इसके लिए सरकार ने इस बार के बजट में कम्प्यूटर शिक्षा और लैपटॉप पर करोड़ों रूपए खर्च करने का प्लान भी किया है। सरकार के इस प्रयास के बाद गांवों से जुड़े बच्चे भी इस साइट के जरिए अपनी शंकाएं हल कर सकेंगे।
सूचना क्रांति के युग में अच्छी पहल:राजस्थान की शिक्षा राज्य मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ का कहना है कि गांवों से जुड़े बच्चों को भी इस साइट का फायदा होगा। वे पंचायत स्तर पर स्थित कम्प्यूटर सेंटरों पर जाकर या फिर राजीव गांधी सेवा केंद्रों पर रखे कम्प्यूटरों से इस साइट से जुड़ सकेंगे। वैसे जल्द ही सरकार बजट में की गई घोष्ाणाओं पर अमल करने की तैयारी में है। बजट में इस बार हजारों लैपटॉप और टैबलेट बांटने की तैयारी है। इसका फायदा गांवों से जुडे मेधावी छात्रों को जरूर मिलेगा।
पैरेंट्स ने किया स्वागत: राज्य शिक्षा विभाग की ओर से शुरू की जाने वाली इस साइट का विद्यार्थियों के परिजनों ने भी स्वागत किया है। कवंर नगर में रहने वाले बारहवीं के छात्र रोहित के पिता अनिल कुमार का कहना है कि शिक्षा विभाग की यह प्लानिंग कारगर रहेगी। बेटा सारे दिन कम्प्यूटर पर चिपका रहता है लेकिन अब इस कम्प्यूटर से ही उसे फायदा होगा। यह अच्छी बात है।
जयपुर। राजस्थान का शिक्षा विभाग जल्द ही फेसबुक और टि्वटर जैसी सोशल नेटवर्किग साइट्स की तर्ज पर अपनी विशेष वेबसाइट लॉन्च करने जा रहा है। विभाग का दावा है कि सोशल साइट्स पर सर्फिü ग कर अपनी पढ़ाई का समय भी बर्बाद करने वाले बच्चे इस पोर्टल की मदद से न सिर्फ शैक्षणिक समस्याओं का समाधान पा सकेंगे बल्कि ऑनलाइन रहकर प्रोफेसर से सब्जेक्टिव चैट भी कर सकेंगे। यह साइट फेसबुक और टि्वटर जैसी साइट्स की तरह ही काम करेगी लेकिन उस पर चैट करने के लिए विज्ञान और गणित से जुड़े प्रोफसर होंगे। फिलहाल इस साइट का कोई नाम तय नहीं किया गया है।
कैसे काम करेगी साइट: विशेष्ाज्ञों के अनुसार यह साइट फेसबुक और टि्वटर की तर्ज पर ही काम करेगी। हर सोशल नेटवर्किüग साइट की तरह ही इस साइट में भी वीडियो और फोटो अपलोड किए जा सकेंगे। दोस्तों से चैट की जा सकेगी। साथ ही जटिल विष्ायाें से जुड़ी अपनी शंकाओं का समाधान भी छात्र कर सकेंगे। इस सोशल साइट के जरिए दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं के छात्र विष्ायों से जुड़े अपने प्रोफेसरों से चैट कर विषय संबंधी समस्याओं के बारे में उनसे बात कर सकेंगे। हर सोशल साइट की तरह ही इस साइट का भी एक लॉगिंग पासवर्ड होगा।
कौन से विष्ाय होंगे साइट पर:फिलहाल इस साइट पर विज्ञान और गणित से जुड़े विष्ाय जैसे फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के कुछ प्रोफेसर अपनी सेवाएं देंगे। वे एक तय समय पर छात्रों से बात कर उनकी समस्याओं का समाधान करने में उनकी मदद करेंगे। कम्प्यूटर पर जुडे वीडियो कैमरे के जरिए वे एक-दूसरे की शक्ल भी देख सकेंगे। इन जटिल विष्ायों को साइट पर पहले डालने के बाद अन्य जटिल विष्ायों को भी इस सोशल साइट पर डालने की तैयारी है।
जल्द ही गांव-गांव में होगा इंटरनेट:सरकारी प्रयासों के बाद इस सोशल साइट का फायदा जल्द ही गांवों में रहने वाले मेधावी छात्रों को भी मिलेगा। इसके लिए सरकार ने इस बार के बजट में कम्प्यूटर शिक्षा और लैपटॉप पर करोड़ों रूपए खर्च करने का प्लान भी किया है। सरकार के इस प्रयास के बाद गांवों से जुड़े बच्चे भी इस साइट के जरिए अपनी शंकाएं हल कर सकेंगे।
सूचना क्रांति के युग में अच्छी पहल:राजस्थान की शिक्षा राज्य मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ का कहना है कि गांवों से जुड़े बच्चों को भी इस साइट का फायदा होगा। वे पंचायत स्तर पर स्थित कम्प्यूटर सेंटरों पर जाकर या फिर राजीव गांधी सेवा केंद्रों पर रखे कम्प्यूटरों से इस साइट से जुड़ सकेंगे। वैसे जल्द ही सरकार बजट में की गई घोष्ाणाओं पर अमल करने की तैयारी में है। बजट में इस बार हजारों लैपटॉप और टैबलेट बांटने की तैयारी है। इसका फायदा गांवों से जुडे मेधावी छात्रों को जरूर मिलेगा।
पैरेंट्स ने किया स्वागत: राज्य शिक्षा विभाग की ओर से शुरू की जाने वाली इस साइट का विद्यार्थियों के परिजनों ने भी स्वागत किया है। कवंर नगर में रहने वाले बारहवीं के छात्र रोहित के पिता अनिल कुमार का कहना है कि शिक्षा विभाग की यह प्लानिंग कारगर रहेगी। बेटा सारे दिन कम्प्यूटर पर चिपका रहता है लेकिन अब इस कम्प्यूटर से ही उसे फायदा होगा। यह अच्छी बात है।
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