विधायक के घर की तलाशी
भोपाल। सीबीआई ने शेहला मसूद हत्याकांड के सिलसिले में रविवार को भाजपा विधायक धु्रव नारायण सिंह के परिसरों की तलाशी ली।गौरतलब है कि आरटीआई कार्यकर्ता शेहला मसूद की हत्या के मामले में सीबीआई जांच दल ने शनिवार को भाजपा विधायक एवं मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष धु्रवनारायण सिंह को समन उनसे लगभग छह घंटे तक पूछताछ की।
शेहला मामले की जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सिंह को पूछताछ के लिए बुलाने से पहले सीबीआई ने उनके मित्र संजय गुप्ता को भी पड़ताल के लिए बुलाया था। जांच दल ने शनिवार रात लगभग सवा ग्यारह बजे सिंह को तो घर जाने दिया। लेकिन गुप्ता अभी हिरासत में हैं। सिंह को गत शुक्रवार भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था।लेकिन उनका रक्तचाप बढ़ जाने की वजह से उन्हें फिर अगले दिन आने को कहा गया। दूसरी ओर, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने विदिशा में विधायक सिंह का बचाव करते हुए कहा कि जब तक अदालत किसी को दोषी करार नहीं देती, तब तक भाजपा उसके बारे में कोई राय नहीं बनाएगी।
सूत्रों ने बताया कि शेहला की हत्या के आरोप में कानपुर में उत्तर प्रदेश एसटीएफ द्वारा पकड़े गए सुपारी किलर तथा शहला को मारने के लिए कथित रूप से सुपारी देने वाली भोपाल की इंटीरियर डिजाइनर जाहिदा परवेज से संबंधों को लेकर भाजपा विधायक से सवाल किए गए। पूछताछ के बाद मीडिया से बचने के लिए सिंह सीबीआई दफ्तर के पिछवाड़े से एक दुपहिया वाहन से घर चले गए।
इसके बावजूद मीडियाकर्मियों ने देर रात सिंह से जब सवाल किया तो उन्होंने कहा कि सीबीआई ने मुझे पूछताछ के लिए बुलाया था और इस मुद्दे पर जितनी भी जानकारी थी, वह मैंने उन्हें दे दी है। उन्होने यह भी कहा कि अब जब भी जांच एजेंसी उन्हें बुलाएगी, वह जरूर उपस्थित होंगे।बताया जाता है कि सिंह की शेहला एवं उसकी हत्या के मामले की मुख्य आरोपी जाहिदा दोनाें के साथ नजदीकियां थीं। जाहिदा के कार्यालय से सीबीआई ने जो डायरी बरामद की है, उसके अनुसार उसने शेहला को इसलिए रास्ते से हटा दिया, क्योंकि वह उससे बात नहीं करते थे, जबकि शहला से उनकी लगातार बातचीत हो रही थी। इतना ही नहीं वह उसके घर भी जाते थे।विधायक सिंह से शहला की नजदीकियों का पता इस बात से ही चलता है कि उसकी हत्या के तत्काल बाद शहला के पिता सुल्तान मसूद ने इसकी जानकारी देने के लिए उन्हें टेलीफोन किया था। मसूद ने बताया कि शेहला की हत्या की जानकारी देने के लिए उन्होंने सिंह को टेलीफोन किया था लेकिन उन्होंने दूसरी ओर से एक शब्द भी नहीं कहा। केवल वही सुना जो मैंने उनसे कहा और फोन काट दिया।उन्होंने कहा कि इसके बाद किसी गुप्ता का उनके पास फोन आया और उसने कहा कि सिंह ने उनसे कोई बात इसलिए नहीं की, क्योंकि वह मंदिर में थे। बाद में जब सिंह शोक व्यक्त करने उनके घर आए, तो उन्होंने बताया कि वह उस समय उज्जैन में थे। उसके बाद सिंह ने फिर कभी उन्हें फोन नहीं किया और न न उनके घर आए।इस बीच सीबीआई के जांच दल ने पुराने भोपाल स्थित एक कुंए से वह मोटरसाइकल बरामद कर ली है, जिसे आरोपियों ने हत्या के लिए उपयोग किया था। उसने काले रंग की एक कार भी जब्त की है, जिसमें कथित आरोपियों को जाहिदा ने सुपारी के रूपए दिए थे। यह कार जाहिदा के पति असद परवेज के नाम पर पंजीकृत थी। इसे उसने एक्सचेंज योजना के तहत नई कार खरीदने के लिए डीलर को बेच दिया था।वहीं, जाहिदा की सहेली सबा फारुखी को अदालत ने छह मार्च तक के लिए रिमांड पर सीबीआई को दे दिया है। इंटीरियर डिजाइनर जाहिदा की डायरी के अलावा उसके दफ्तर से मिली आपत्तिाजनक सामग्री में से कुछ पर एक नेता का संक्षिप्त नाम लिखा है।शनिवार शाम करीब पांच बजे भाजपा विधायक ध्रुवनारायण सिंह चार इमली स्थित अपने घर से सीबीआई के आफिस पहुंचे। पूछताछ में शेहला और जाहिदा से उनके संबंधों के अलावा यह पता किया जा रहा है कि आखिर इतने करीबी होने के बाद जाहिदा के साजिश के बारे में वे क्यों और कैसे अंजान थे? यह भी पूछा गया कि जाहिदा ने शेहला की हत्या बाद उन्हें कॉल किया और इस बात को वे क्यों छिपाते रहे। सीबीआई अब विधायक सिंह से पूछताछ करेगी कि उन्होंने हत्या के बाद क्यों शेहला के पिता सुल्तान मसूद के फोन का जवाब नहीं दिया। बाद में क्यों उनके मित्र संजय गुप्ता ने उन्हें फोन किया। सीबीआई उनसे इस हत्याकांड में पहले भी दो बार पूछताछ कर चुकी है। अब जाहिदा और सबा की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई को उनसे पूछने के लिए बहुत कुछ मिल गया है। एक-एक तार जोड़ने में जुटी सीबीआई शेहला मसूद की हत्या के पीछे का मकसद पता लगाने के बाद सीबीआई अब तमाम सबूतों की कड़िया जोड़ने में जुट गई है।सीबीआई ने शनिवार को भोपाल के होशंगाबाद रोड पर टाटा मोटर्स के शो-रूम से एक काली कार भी बरामद की है। सीबीआई कार को अहम सुराग मान रही है। इस कार से ही जाहिदा भाड़े के हत्यारों को सुपारी देने गई थी और हत्या के वक्त शेहला के घर से कुछ दूर खड़ी होकर उसने गोली की आवाज सुनी थी। हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि कार में उसके साथ कौन-कौन थे और उसने यह रुपये किसको दिए। यह कार जाहिदा के पति असद के नाम पर रजिस्टर्ड है। कार में मिले फिंगर प्रिंट की जांच हो रही है। सीबीआई यह भी पता लगा रही है कि इस कार को किसने किसको कब बेचा है।कार के संबंध में मेकमैन मोटर के कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। सीबीआई शनिवार को एक बार फिर सबा को लेकर एमपी नगर स्थित जाहिदा के आफिस पहुंची। यहां टीम ने करीब चार से पांच घंटे का समय बिताया। इस दौरान टीम को आफिस में लगा एक कैमरा भी मिला है, जो खुफिया तौर पर लगाया गया था। पुलिस को यहां से करीब तीन दर्जन से अधिक ब्लू फिल्म की सीडी बरामद हुई हैं। इसके साथ ही जाहिदा के कंप्यूटर में भी कुछ आपत्तिाजनक फुटेज सीबीआई को मिले है।शेहला मसूद हत्याकांड की जांच के दौरान सीबीआई को तकरीबन डेढ़ सौ से अधिक गुमनाम पत्र मिले थे। इनमें से कुछ भाजपा नेताओं ने लिखे थे। ये वे लोग हैं, जिनसे जाहिदा की दोस्ती थी। जाहिदा ने मजाक में सीबीआई को गुमनाम पत्र लिखवाया था। यह बात भी जाहिदा की डायरी में लिखी है। सीबीआई को जो गुमनाम पत्र मिले थे, उनमें से कुछ में विधायक धु्रवनारायण सिंह को हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था। शेहला की हत्या के तुरंत बाद ऐसा ही एक पत्र भोपाल पुलिस को भी मिला था।सीबीआई सूत्रों के अनुसार जाहिदा के दफ्तर में तलाशी के दौरान ऐसे ही एक पत्र की प्रति मिली है। उसी पत्र की प्रति सीबीआई के पास पहले से मौजूद थी। सीबीआई सूत्रों का मानना है कि यह पत्र जांच एजेंसी को गुमराह करने के लिए खुद जाहिदा, उसकी दोस्त सबा फारूकी और अन्य लोगों ने लिखे थे। जाहिदा और सबा ने जनवरी में ही शेहला की हत्या की साजिश रची थी। सीबीआई ने एक दिन पहले जाहिदा के घर से जो बजाज डिस्कवर बाइक जब्त की है। उसी से घटना की रेकी भी की गई थी। बताया जाता है कि जाहिदा के दफ्तर और पेट्रोल पंप पर काम करने वाले दो कर्मचारियों ने जनवरी में एमपी नगर क्षेत्र से यह बाइक छीनी थी। इनमें से एक का नाम इरफान उर्फ अस्सू बताया जा रहा है। बाइक का कलर और नंबर बदल कर इसे रेकी के लिए इस्तेमाल किया गया। सीबीआई को शक है कि वारदात में भी इसी बाइक का उपयोग हुआ है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। वारदात के बाद गाड़ी को जाहिदा के घर की एक कोठी में छुपा कर रख दिया गया। बाइक छीनने की घटना की रिपोर्ट लिखाने थाने गए व्यक्ति को पुलिस ने चलता कर दिया था।
शेहला मामले की जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सिंह को पूछताछ के लिए बुलाने से पहले सीबीआई ने उनके मित्र संजय गुप्ता को भी पड़ताल के लिए बुलाया था। जांच दल ने शनिवार रात लगभग सवा ग्यारह बजे सिंह को तो घर जाने दिया। लेकिन गुप्ता अभी हिरासत में हैं। सिंह को गत शुक्रवार भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था।लेकिन उनका रक्तचाप बढ़ जाने की वजह से उन्हें फिर अगले दिन आने को कहा गया। दूसरी ओर, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने विदिशा में विधायक सिंह का बचाव करते हुए कहा कि जब तक अदालत किसी को दोषी करार नहीं देती, तब तक भाजपा उसके बारे में कोई राय नहीं बनाएगी।
सूत्रों ने बताया कि शेहला की हत्या के आरोप में कानपुर में उत्तर प्रदेश एसटीएफ द्वारा पकड़े गए सुपारी किलर तथा शहला को मारने के लिए कथित रूप से सुपारी देने वाली भोपाल की इंटीरियर डिजाइनर जाहिदा परवेज से संबंधों को लेकर भाजपा विधायक से सवाल किए गए। पूछताछ के बाद मीडिया से बचने के लिए सिंह सीबीआई दफ्तर के पिछवाड़े से एक दुपहिया वाहन से घर चले गए।
इसके बावजूद मीडियाकर्मियों ने देर रात सिंह से जब सवाल किया तो उन्होंने कहा कि सीबीआई ने मुझे पूछताछ के लिए बुलाया था और इस मुद्दे पर जितनी भी जानकारी थी, वह मैंने उन्हें दे दी है। उन्होने यह भी कहा कि अब जब भी जांच एजेंसी उन्हें बुलाएगी, वह जरूर उपस्थित होंगे।बताया जाता है कि सिंह की शेहला एवं उसकी हत्या के मामले की मुख्य आरोपी जाहिदा दोनाें के साथ नजदीकियां थीं। जाहिदा के कार्यालय से सीबीआई ने जो डायरी बरामद की है, उसके अनुसार उसने शेहला को इसलिए रास्ते से हटा दिया, क्योंकि वह उससे बात नहीं करते थे, जबकि शहला से उनकी लगातार बातचीत हो रही थी। इतना ही नहीं वह उसके घर भी जाते थे।विधायक सिंह से शहला की नजदीकियों का पता इस बात से ही चलता है कि उसकी हत्या के तत्काल बाद शहला के पिता सुल्तान मसूद ने इसकी जानकारी देने के लिए उन्हें टेलीफोन किया था। मसूद ने बताया कि शेहला की हत्या की जानकारी देने के लिए उन्होंने सिंह को टेलीफोन किया था लेकिन उन्होंने दूसरी ओर से एक शब्द भी नहीं कहा। केवल वही सुना जो मैंने उनसे कहा और फोन काट दिया।उन्होंने कहा कि इसके बाद किसी गुप्ता का उनके पास फोन आया और उसने कहा कि सिंह ने उनसे कोई बात इसलिए नहीं की, क्योंकि वह मंदिर में थे। बाद में जब सिंह शोक व्यक्त करने उनके घर आए, तो उन्होंने बताया कि वह उस समय उज्जैन में थे। उसके बाद सिंह ने फिर कभी उन्हें फोन नहीं किया और न न उनके घर आए।इस बीच सीबीआई के जांच दल ने पुराने भोपाल स्थित एक कुंए से वह मोटरसाइकल बरामद कर ली है, जिसे आरोपियों ने हत्या के लिए उपयोग किया था। उसने काले रंग की एक कार भी जब्त की है, जिसमें कथित आरोपियों को जाहिदा ने सुपारी के रूपए दिए थे। यह कार जाहिदा के पति असद परवेज के नाम पर पंजीकृत थी। इसे उसने एक्सचेंज योजना के तहत नई कार खरीदने के लिए डीलर को बेच दिया था।वहीं, जाहिदा की सहेली सबा फारुखी को अदालत ने छह मार्च तक के लिए रिमांड पर सीबीआई को दे दिया है। इंटीरियर डिजाइनर जाहिदा की डायरी के अलावा उसके दफ्तर से मिली आपत्तिाजनक सामग्री में से कुछ पर एक नेता का संक्षिप्त नाम लिखा है।शनिवार शाम करीब पांच बजे भाजपा विधायक ध्रुवनारायण सिंह चार इमली स्थित अपने घर से सीबीआई के आफिस पहुंचे। पूछताछ में शेहला और जाहिदा से उनके संबंधों के अलावा यह पता किया जा रहा है कि आखिर इतने करीबी होने के बाद जाहिदा के साजिश के बारे में वे क्यों और कैसे अंजान थे? यह भी पूछा गया कि जाहिदा ने शेहला की हत्या बाद उन्हें कॉल किया और इस बात को वे क्यों छिपाते रहे। सीबीआई अब विधायक सिंह से पूछताछ करेगी कि उन्होंने हत्या के बाद क्यों शेहला के पिता सुल्तान मसूद के फोन का जवाब नहीं दिया। बाद में क्यों उनके मित्र संजय गुप्ता ने उन्हें फोन किया। सीबीआई उनसे इस हत्याकांड में पहले भी दो बार पूछताछ कर चुकी है। अब जाहिदा और सबा की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई को उनसे पूछने के लिए बहुत कुछ मिल गया है। एक-एक तार जोड़ने में जुटी सीबीआई शेहला मसूद की हत्या के पीछे का मकसद पता लगाने के बाद सीबीआई अब तमाम सबूतों की कड़िया जोड़ने में जुट गई है।सीबीआई ने शनिवार को भोपाल के होशंगाबाद रोड पर टाटा मोटर्स के शो-रूम से एक काली कार भी बरामद की है। सीबीआई कार को अहम सुराग मान रही है। इस कार से ही जाहिदा भाड़े के हत्यारों को सुपारी देने गई थी और हत्या के वक्त शेहला के घर से कुछ दूर खड़ी होकर उसने गोली की आवाज सुनी थी। हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि कार में उसके साथ कौन-कौन थे और उसने यह रुपये किसको दिए। यह कार जाहिदा के पति असद के नाम पर रजिस्टर्ड है। कार में मिले फिंगर प्रिंट की जांच हो रही है। सीबीआई यह भी पता लगा रही है कि इस कार को किसने किसको कब बेचा है।कार के संबंध में मेकमैन मोटर के कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। सीबीआई शनिवार को एक बार फिर सबा को लेकर एमपी नगर स्थित जाहिदा के आफिस पहुंची। यहां टीम ने करीब चार से पांच घंटे का समय बिताया। इस दौरान टीम को आफिस में लगा एक कैमरा भी मिला है, जो खुफिया तौर पर लगाया गया था। पुलिस को यहां से करीब तीन दर्जन से अधिक ब्लू फिल्म की सीडी बरामद हुई हैं। इसके साथ ही जाहिदा के कंप्यूटर में भी कुछ आपत्तिाजनक फुटेज सीबीआई को मिले है।शेहला मसूद हत्याकांड की जांच के दौरान सीबीआई को तकरीबन डेढ़ सौ से अधिक गुमनाम पत्र मिले थे। इनमें से कुछ भाजपा नेताओं ने लिखे थे। ये वे लोग हैं, जिनसे जाहिदा की दोस्ती थी। जाहिदा ने मजाक में सीबीआई को गुमनाम पत्र लिखवाया था। यह बात भी जाहिदा की डायरी में लिखी है। सीबीआई को जो गुमनाम पत्र मिले थे, उनमें से कुछ में विधायक धु्रवनारायण सिंह को हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था। शेहला की हत्या के तुरंत बाद ऐसा ही एक पत्र भोपाल पुलिस को भी मिला था।सीबीआई सूत्रों के अनुसार जाहिदा के दफ्तर में तलाशी के दौरान ऐसे ही एक पत्र की प्रति मिली है। उसी पत्र की प्रति सीबीआई के पास पहले से मौजूद थी। सीबीआई सूत्रों का मानना है कि यह पत्र जांच एजेंसी को गुमराह करने के लिए खुद जाहिदा, उसकी दोस्त सबा फारूकी और अन्य लोगों ने लिखे थे। जाहिदा और सबा ने जनवरी में ही शेहला की हत्या की साजिश रची थी। सीबीआई ने एक दिन पहले जाहिदा के घर से जो बजाज डिस्कवर बाइक जब्त की है। उसी से घटना की रेकी भी की गई थी। बताया जाता है कि जाहिदा के दफ्तर और पेट्रोल पंप पर काम करने वाले दो कर्मचारियों ने जनवरी में एमपी नगर क्षेत्र से यह बाइक छीनी थी। इनमें से एक का नाम इरफान उर्फ अस्सू बताया जा रहा है। बाइक का कलर और नंबर बदल कर इसे रेकी के लिए इस्तेमाल किया गया। सीबीआई को शक है कि वारदात में भी इसी बाइक का उपयोग हुआ है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। वारदात के बाद गाड़ी को जाहिदा के घर की एक कोठी में छुपा कर रख दिया गया। बाइक छीनने की घटना की रिपोर्ट लिखाने थाने गए व्यक्ति को पुलिस ने चलता कर दिया था।

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