अखिलेश  33वें और सबसे युवा मुख्यमंत्री  , राजा भैया बने मंत्री
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की ओर से 33वें और सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव ने गुरूवार को शपथ ली। उनके साथ ही आजम खान, शिवपाल और राजा भैया ने भी कैबिनेट मंत्री की शपथ ली। वकार अहम और अरिदमन सिंह के मंत्रीपद की शपथ के साथ अखिलेश के मंत्रिमंडल में 19 कैबिनेट 28 राज्यमंत्री बने।
इन्होंने ली मंत्रीपद की शपथ
38 साल की उम्र में सबसे युवा मुख्यमंत्री के मंत्रीमंडल में आजम खान, शिवपाल के कैबिनेट मंत्री बने। शपथ ग्रहण समारोह में पवन बंसल, मोती लाल बोहरा, रीता बहुगणा, पारसनाथ यादव, राम गोविद चौधरी, राजा महेंद्र अरिदमन सिंह, वकार अहमद, राजा भैया, बलराम चौधरी, अंबिका चौधरी, अवधेश प्रसाद और ओमप्रकाश सिंह ने भी शपथ ली।
राजा भैया के मंत्री बनने पर अखिलेश पर सवाल
अखिलेश की गुंडई राज से उत्तर प्रदेश को आजादी दिलाने के भरोसे पर विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) को मिले प्रचंड बहुमत के बावजूद निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल का सदस्य बना दिया गया। अब इस मुद्दे अखिलेश पर सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं कि उनके गुंडई राज के खिलाफ किए गए वादों का क्या होगा। उल्लेखनीय है कि राजा भैया पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी हैं। अमर सिंह के पार्टी से जाने के बाद सपा से अपनी निष्ठा बनाए रखने के कारण मुलायम से उनका रिश्ता और मजबूत हो गया। ऎसे में पूर्ण बहुमत वाली इस सपा सरकार में राजा भैया का मंत्री बनना पहले से ही तय था।
कौन हैं राजा भैया
यूपी के बाहुबलियो में गिने जाने वाले राजा भैया कई आपराधिक मामलों में लिप्त हैं। वह जेल तक जा चुके हैं लेकिन प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से सपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार की हैसियस से करीब 80 हजार मतों से जीत दर्ज की है। निर्दलीय विधायक के तौर पर राजा भैया को मुलायम सिंह साल 2005 में अपनी सरकार में मंत्री बना चुके हैं। विभिन्न मौकों पर लगातार वह सपा के मंच पर मुलायम सिंह के साथ देखे जाते हैं।
जानी-मानी हस्तियों की शिरकत
अखिलेश के शपथ ग्रहण समारोह में पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उद्योगपति अनिल अंबानी और जया बच्चन के शामिल होने की खबरें आ रही हैं। हालांकि स्वास्थ्य खराब होने के कारण अमिताभ बच्चन शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो सके। कांग्रेस की ओर से मोतीलाल वोरा और संसदीय कार्य मंत्री पवन बंसल भी शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने की बात थी, हालांकि फिलहाल उनकी उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो सकी है। तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने समारोह में हिस्सा नहीं लिया, उन्होंने बतौर प्रतिनिधि केन्द्रीय मंत्री सुल्तान अहमद को शपथ ग्रहण समारोह में भेजा।
सोनिया गांधी को किया आमंत्रित
अपने शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल को बुलाये जाने के प्रश्न पर अखिलेश यादव ने कहा कि ऎसे समारोहों में सभी दलों के प्रमुख नेताओ को बुलाने की परम्परा रही है , इसलिए सोनिया गांधी सहित अनेक बड़े नेताओं को शपथग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया है।
वामपंथी एवं गैर भाजपा तथा गैर कांग्रेस दलो को साथ लेकर तीसरे मोर्चे को पुनर्जीवित किए जाने की संभावना के बारे में सवाल होने पर अखिलेश ने कहा कि उनका ध्यान प्रदेश के विकास पर रहेगा, बाकी बाते नेताजी (मुलायम सिंह यादव) देखेगे। संसद में प्रस्तुत रेलवे बजट के बारे में पूछे जाने पर, अखिलेश ने कहा कि अभी उन्होंने पूरा बजट देखा नही है, मगर इतना जरूर कहेंगे कि गरीबो का ख्याल रखा जाना चाहिए।

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