धोनी ने उड़ाया सहवाग का मजाक
एडिलेड। टीम इण्डिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के उस बयान को नहीं भूल पाए हैं जिसमें कहा गया था कि मैच 48 वें ओवर तक नहीं खींचना चाहिए था। धोनी ने कहा कि वह 47 वें और 48 वें ओवर में मैच खत्म करने की जल्दबाजी में नहीं थे। मैं इस बात से खुश हूं कि मैंने मैच 50 वें ओवर में खत्म किया। मेरे बाद आने वाले बल्लेबाज उतने अच्छे नहीं थे, इसलिए मैंने इस काम को पूरा करने का बीड़ा उठाया। कुछ लोग रिस्क उठा सकते हैं। रिस्क उठा कर मैच को जल्दी खत्म कर सकते हैं। जब आप ऎसा करते हैं तो आपको कीमत भी चुकानी पड़ती है। धोनी ने कहा कि वीरेन्द्र सहवाग जैस बल्लेबाज तो 35 वें ओवर में ही मैच को खत्म करने की सोच रखते हैं। सहवाग सोचते हैं कि गेंद हिट करने के लिए ही होती है। यह सोचना का अलग अलग तरीका है। हमारे बीच कुछ भी गलत नहीं है।
एडिलेड। टीम इण्डिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के उस बयान को नहीं भूल पाए हैं जिसमें कहा गया था कि मैच 48 वें ओवर तक नहीं खींचना चाहिए था। धोनी ने कहा कि वह 47 वें और 48 वें ओवर में मैच खत्म करने की जल्दबाजी में नहीं थे। मैं इस बात से खुश हूं कि मैंने मैच 50 वें ओवर में खत्म किया। मेरे बाद आने वाले बल्लेबाज उतने अच्छे नहीं थे, इसलिए मैंने इस काम को पूरा करने का बीड़ा उठाया। कुछ लोग रिस्क उठा सकते हैं। रिस्क उठा कर मैच को जल्दी खत्म कर सकते हैं। जब आप ऎसा करते हैं तो आपको कीमत भी चुकानी पड़ती है। धोनी ने कहा कि वीरेन्द्र सहवाग जैस बल्लेबाज तो 35 वें ओवर में ही मैच को खत्म करने की सोच रखते हैं। सहवाग सोचते हैं कि गेंद हिट करने के लिए ही होती है। यह सोचना का अलग अलग तरीका है। हमारे बीच कुछ भी गलत नहीं है।

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