महंगा हो जाएगा प्याज!
केंद्र सरकार ने प्याज का निर्यात समर्थन मूल्य 25 डॉलर कम करके आम आदमी को रुलाने की तैयारी कर ली है। पिछले महीने भी सरकार इसमें 100 डॉलर की कमी कर चुकी है। सरकार के इस कदम से जानकार प्याज के दाम में 2-4 रुपये प्रति किलो का इजाफा होने की आशंका जताने लगे हैं। वर्तमान में प्याज का थोक मूल्य 5-7 रुपये प्रति किलो पर बना हुआ है। वहीं फुटकर में प्रति किलो प्याज के लिए 10 रुपये तक चुकाने पड़ रहे हैं।
डीजीएफटी की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक, अब भारत में 125 डॉलर प्रति टन पर ही प्याज का एक्सपोर्ट हो सकता है। इससे पहले तक प्याज एक्सपोर्ट की न्यूनतम दर 150 डॉलर प्रति टन थी। भारत से बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल और भूटान जैसे देशों को प्याज का निर्यात किया जाता है। इन देशों के लिए कारोबारियों ने निर्यात दर 450 से 800 रुपये प्रति टन तय कर रखी है।दरअसल, सरकार की ओर से ये कदम प्याज की घरेलू कीमतों में कमी आने के चलते उठाया गया है। इस साल पूरे विश्व में प्याज की फसल में करीब 20 फीसदी तक का इजाफा होने का अनुमान है। वहीं देश में 1.5 करोड़ टन प्याज की पैदावार अनुमानित है।प्याज निर्यातक और कारोबारी अजय अग्रवाल का कहना है कि अभी तक मांग की तुलना में इसकी पूर्ति काफी बढ़ी हुई थी। लिहाजा किसानों को मौजूदा सस्ती कीमतों पर प्याज बेचने में काफी समस्या आ रही थी। अब सरकार के इस फैसले से प्याज का निर्यात बढ़ जाएगा। वहीं भारत में प्याज की मांग की तुलना में पूर्ति पर भी दबाव अधिक देखने को मिल सकता है। परिणामस्वरूप कारोबारी आसानी से इसका दाम बढ़ा सकेंगे।
केंद्र सरकार ने प्याज का निर्यात समर्थन मूल्य 25 डॉलर कम करके आम आदमी को रुलाने की तैयारी कर ली है। पिछले महीने भी सरकार इसमें 100 डॉलर की कमी कर चुकी है। सरकार के इस कदम से जानकार प्याज के दाम में 2-4 रुपये प्रति किलो का इजाफा होने की आशंका जताने लगे हैं। वर्तमान में प्याज का थोक मूल्य 5-7 रुपये प्रति किलो पर बना हुआ है। वहीं फुटकर में प्रति किलो प्याज के लिए 10 रुपये तक चुकाने पड़ रहे हैं।
डीजीएफटी की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक, अब भारत में 125 डॉलर प्रति टन पर ही प्याज का एक्सपोर्ट हो सकता है। इससे पहले तक प्याज एक्सपोर्ट की न्यूनतम दर 150 डॉलर प्रति टन थी। भारत से बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल और भूटान जैसे देशों को प्याज का निर्यात किया जाता है। इन देशों के लिए कारोबारियों ने निर्यात दर 450 से 800 रुपये प्रति टन तय कर रखी है।दरअसल, सरकार की ओर से ये कदम प्याज की घरेलू कीमतों में कमी आने के चलते उठाया गया है। इस साल पूरे विश्व में प्याज की फसल में करीब 20 फीसदी तक का इजाफा होने का अनुमान है। वहीं देश में 1.5 करोड़ टन प्याज की पैदावार अनुमानित है।प्याज निर्यातक और कारोबारी अजय अग्रवाल का कहना है कि अभी तक मांग की तुलना में इसकी पूर्ति काफी बढ़ी हुई थी। लिहाजा किसानों को मौजूदा सस्ती कीमतों पर प्याज बेचने में काफी समस्या आ रही थी। अब सरकार के इस फैसले से प्याज का निर्यात बढ़ जाएगा। वहीं भारत में प्याज की मांग की तुलना में पूर्ति पर भी दबाव अधिक देखने को मिल सकता है। परिणामस्वरूप कारोबारी आसानी से इसका दाम बढ़ा सकेंगे।

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