सीजन-5 से पहले मचा आईपीएल "घमासान"
नई दिल्ली। पूणे वॉरियर्स की ओर से 5वा विदेशी क्रिकेटर उतारने पर सीजन-5 से पहले ही आईपीएल घमासान शुरू हो गया है। पांचवें विदेशी को लेकर अन्य आठ फ्रेंचाइजी विरोध में उतर आई हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सहारा के साथ समझौता में कहा था कि सहारा को अपनी टीम पुणे वारियर्स की अंतिम एकादश में पांचवा विदेशी खिलाड़ी उतारने के लिए शेष आठ फ्रेंचाइजी से सहमति लेनी होगी लेकिन अन्य फ्रेंचाइजी टीमों ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई है। इंडियन प्रीमियर लीग आईपीएल. की शेष आठ टीमों में से अधिकतर पुणे वारियर्स के लिए नियमों में छूट देने के खिलाफ हैं। इन फ्रेंचाइजी का मानना है कि बीसीसीआई और सहारा के बीच हुआ समझौता(अल्पकालिक) है।बीसीसीआई और सहारा के बीच गुरवार को हुए समझौते के बाद दोनों पक्षों ने एक संयुक्त बयान जारी किया था जिसमें समझौेते के आठ बिन्दुओं में से दो पर बाकी प्रेंचाइजी की सहमति मांगी गई थी।इनमें से एक में पुणे का आग्रह था कि अमेरिका में टयूमर का इलाज करा रहे युवराज सिंह की जगह उसे टीम में पांचवा विदेशी खिलाडी उतारने की अनुमति दी जाए और दूसरे बिन्दु में पुणे को नीलामी से बाहर रहे खिलाडियों को खरीदने की अनुमति दी जाए। बाकी फ्रेंचाइजी टीमों को दूसरे बिन्दु पर तो कोई आपत्ति नहीं है लेकिन वे पुणे को पांच विदेशी खिलाडी उतारने की अनुमति देनेका विरोध कर रहे हैं। फ्रेंचाइजी ने यह भी पूछा है कि बोर्ड इस मामले का फैसला करने की जिम्मेदारी टीम मालिकों पर क्यों डाल रहा है।
नई दिल्ली। पूणे वॉरियर्स की ओर से 5वा विदेशी क्रिकेटर उतारने पर सीजन-5 से पहले ही आईपीएल घमासान शुरू हो गया है। पांचवें विदेशी को लेकर अन्य आठ फ्रेंचाइजी विरोध में उतर आई हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सहारा के साथ समझौता में कहा था कि सहारा को अपनी टीम पुणे वारियर्स की अंतिम एकादश में पांचवा विदेशी खिलाड़ी उतारने के लिए शेष आठ फ्रेंचाइजी से सहमति लेनी होगी लेकिन अन्य फ्रेंचाइजी टीमों ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई है। इंडियन प्रीमियर लीग आईपीएल. की शेष आठ टीमों में से अधिकतर पुणे वारियर्स के लिए नियमों में छूट देने के खिलाफ हैं। इन फ्रेंचाइजी का मानना है कि बीसीसीआई और सहारा के बीच हुआ समझौता(अल्पकालिक) है।बीसीसीआई और सहारा के बीच गुरवार को हुए समझौते के बाद दोनों पक्षों ने एक संयुक्त बयान जारी किया था जिसमें समझौेते के आठ बिन्दुओं में से दो पर बाकी प्रेंचाइजी की सहमति मांगी गई थी।इनमें से एक में पुणे का आग्रह था कि अमेरिका में टयूमर का इलाज करा रहे युवराज सिंह की जगह उसे टीम में पांचवा विदेशी खिलाडी उतारने की अनुमति दी जाए और दूसरे बिन्दु में पुणे को नीलामी से बाहर रहे खिलाडियों को खरीदने की अनुमति दी जाए। बाकी फ्रेंचाइजी टीमों को दूसरे बिन्दु पर तो कोई आपत्ति नहीं है लेकिन वे पुणे को पांच विदेशी खिलाडी उतारने की अनुमति देनेका विरोध कर रहे हैं। फ्रेंचाइजी ने यह भी पूछा है कि बोर्ड इस मामले का फैसला करने की जिम्मेदारी टीम मालिकों पर क्यों डाल रहा है।

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