ईशांत को लगाना पड़ा थप्पड़
कहते हैं सफलता का नशा सबसे बड़ा होता है। और यदि सफलता हजारों आलोचनाओं के बाद मिले तो उसका मजा और बढ़ जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ विराट कोहली के साथ।
ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत में कोहली की लगातार आलोचना हो रही थी। लगातार चार पारियों में फेल होने के बाद कोहली को क्रिकेट दिग्गज ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों की टिप्पणियों का भी शिकार होना पड़ा था। लेकिन कोहली ने अपने बल्ले से सबको शांत कर दिया है।
कोहली ने एडिलेड टेस्ट में जब अपना 100वां रन दौड़ा, तब उस सैकड़े की खुशी उनके दिमाग पर इतनी छा चुकी थी कि उन्हें गेंद कहां जा रही है उसका होश ही नहीं रहा।
ऐसे में ईशांत शर्मा ने कोहली को थप्पड़ लगाकर सपनों की दुनिया से हकीकत में वापस लाया। दरअसल ऑस्ट्रेलियाई फील्डरों ने गलती से ओवरथ्रो कर दिया था। कोहली के पास एक नहीं बल्कि दो रन लेने का मौका था। लेकिन शतक की खुशी में वो उसे समझ नहीं सके। ईशांत ने कोहली को झंझोड़ते हुए दूसरा रन दौड़ने के लिए कहा।
कोहली को मेलबॉर्न टेस्ट में दर्शकों की अभद्र टिप्पणियों का शिकार होना पड़ा था। एडिलेड में मेजबान गेंदबाज हिल्फेनहास ने उन पर छींटाकशी की। इन सब बातों से झल्लाए कोहली शतक पूरा करने के बाद अपना होश खो बैठे। दिग्गजों के विफल होने के बाद कोहली का शतक कुछ ज्यादा खास था। इसलिए उनके जश्न मनाने के स्टाइल पर किसी को आपत्ती नहीं है।
कोहली ने बेहतरीन 116 रन की पारी खेली। मौजूदा सीरीज में यह पहला भारतीय शतक भी है।
कहते हैं सफलता का नशा सबसे बड़ा होता है। और यदि सफलता हजारों आलोचनाओं के बाद मिले तो उसका मजा और बढ़ जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ विराट कोहली के साथ।
ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत में कोहली की लगातार आलोचना हो रही थी। लगातार चार पारियों में फेल होने के बाद कोहली को क्रिकेट दिग्गज ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों की टिप्पणियों का भी शिकार होना पड़ा था। लेकिन कोहली ने अपने बल्ले से सबको शांत कर दिया है।
कोहली ने एडिलेड टेस्ट में जब अपना 100वां रन दौड़ा, तब उस सैकड़े की खुशी उनके दिमाग पर इतनी छा चुकी थी कि उन्हें गेंद कहां जा रही है उसका होश ही नहीं रहा।
ऐसे में ईशांत शर्मा ने कोहली को थप्पड़ लगाकर सपनों की दुनिया से हकीकत में वापस लाया। दरअसल ऑस्ट्रेलियाई फील्डरों ने गलती से ओवरथ्रो कर दिया था। कोहली के पास एक नहीं बल्कि दो रन लेने का मौका था। लेकिन शतक की खुशी में वो उसे समझ नहीं सके। ईशांत ने कोहली को झंझोड़ते हुए दूसरा रन दौड़ने के लिए कहा।
कोहली को मेलबॉर्न टेस्ट में दर्शकों की अभद्र टिप्पणियों का शिकार होना पड़ा था। एडिलेड में मेजबान गेंदबाज हिल्फेनहास ने उन पर छींटाकशी की। इन सब बातों से झल्लाए कोहली शतक पूरा करने के बाद अपना होश खो बैठे। दिग्गजों के विफल होने के बाद कोहली का शतक कुछ ज्यादा खास था। इसलिए उनके जश्न मनाने के स्टाइल पर किसी को आपत्ती नहीं है।
कोहली ने बेहतरीन 116 रन की पारी खेली। मौजूदा सीरीज में यह पहला भारतीय शतक भी है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें