बाड़मेर से रक्तदान की शुरूआत करने वाले अहलावत ने बनाया सिल्वर जुबली का रिकार्ड
बाड़मेर।
गौरव सेनानी के.सी.अहलावत ने 1984 मंे जालीपा सैन्य छावनी से रक्तदान की शुरूआत की थी। मंगलवार को सीमा सुरक्षा बल सेक्टर मुख्यालय पर आयोजित रक्तदान शिविर में उन्होंने पचासवीं मर्तबा रक्तदान कर सिल्वर जुबली का रिकार्ड बनाया। अपने व्यक्तिगत कार्य से बाड़मेर आए अहलावत को रक्तदान शिविर का पता चला तो रक्तदान के लिए पहुंच गए।
सेना मंे हवलदार रह चुके हरियाणा के झंझर जिले के रहने वाले के.सी.अहलावत के मुताबिक वे लगातार 1984 से रक्तदान कर रहे है। उनके मुताबिक वे लगातार आमजन को रक्तदान के लिए मोटिवेट करते है। उन्हांेने बताया कि वे अपनी पेंशन का चौथा हिस्सा समाजसेवा मंे देते है। उन्हांेने अपने एक साथी के साथ मिलकर गांव बरआना मंे बैंक की शाखा भी खुलवाई है। उनके अनुसार रक्त दान से हमारी सेहत को होने वाले लाभ और इसके जरिए कई लोगांे की जान बचाने के बारे में जागरूकता फैलानी जानी चाहिए। उनके मुताबिक आम भ्रांति है कि रक्तदान करने से लोग बीमार पड़ जाते हैं, शरीर में खून की कमी हो जाती है, उम्र बढ़ने के साथ शरीर में आयरन की कमी हो जाती है, जबकि रक्तदान सुरक्षित, फायदेमंद होता है और सभी सेहतमंद लोगों को रक्तदान जरूर करना चाहिए।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें