बाड़मेर बालिका विद्यालय को लेकर ग्रामीणो का दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्षन जारी
बाड़मेर
देश के प्रधानमंत्री के बेटी बचाओं, बेटी पढाओ, का नारे के बावजूद सीमावर्ती बाड़मेर जिले में यह नारा हाफता हुआ नजर आ रहा है। बाडमेर जिला पिछड़ा होने के बावजूद महिला सषक्तिकरण और बालिका शिक्षा जैसी योजनाएं फैल हो रही है जबकि राजस्थान की मुखिया खुद महिला होने के बावजूद बेटी शिक्षा को बढ़ावा नही देकर बालिका विद्यालयों को मर्ज कर रही है;। 
राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय रानीगांव को मर्ज किये जाने के विरोध में दूसरे दिन भी बालिका व उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्राओं ने एक जुट होकर विरोध कर विद्यालय में प्रवेष नही किया। इससे वि़द्यालय में बच्चों के लिए पोषाहार नही बना और षिक्षण व्यवस्था भी सुचारू रूप से चल नही पाई। सोमवार को रानीगांव सरपंच उगमसिह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल प्रषासन व जिला षिक्षा अधिकारी से मिलकर समस्याओं से अवगत करवाया। मगर प्रषासन ग्रामीणों की मांग पर किसी तरह की कार्यवाही नही की। इससे नाराज होकर ग्रामीणों व छात्राओं द्वारा मंगलवार को राउमावि रानीगांव को बंद रखने का निर्णय लिया। जिससे इस विद्यालय में पढने वाली छात्राओं व छात्रों ने समर्थन दिया व विद्यालय में प्रवेष नही किया इसकी सूचना षिक्षा अधिकारी बाड़मेर तक पहुॅच जाने के बावजूद भी कोई जवाब नही मिला इससे अभिभावको छात्राओं में भारी रोष है। मंगलवार को छात्राओं ने निर्णय लिया कि अगर प्रषासन आगामी दिनों में कोई कार्यवाही नही करता है हमे उग्र आन्दोलन करना पड़ेगा इस कड़ी में बुधवार 3 अगस्त को विद्यालयों पर ताला जड़कर विरोध प्रदर्षन जारी रहेगा। 

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