बाड़मेर करो कृष्ण की भक्ति, मिलेगी मोह से मुक्तिः साध्वी सत्यसिद्धा
बाड़मेर।
‘ श्री कृष्ण भगवान की भक्ति से जहां निस्वार्थ भाव से कर्म करने की सीख मिलती है, वहीं मोह से भी मुक्ति मिलती है। वृंदावन की गोपियां, गौ माताएं, गौ पालक, किसान सभी जहां कृृष्ण की भक्ति में रात-दिन लीन रहते है, उनको इस भक्ति में असीम प्रेम मिलता था। ऐसी ही शांति की तलाश में जगत रहता है। ’
यह प्रवचन साध्वी सत्यसिद्धा गिरी ने वात्सल्य सेवा केन्द्र, बाड़मेर में तीन दिवसीय ‘श्री कृष्ण कथा व श्री कृष्ण जन्मोत्सव’ के प्रथम दिन मंगलवार को कही। कथा के वाचन में परम पूज्य साध्वी ऋतम्भरा जी की शिष्या साध्वी सत्यसिद्धा गिरी ने कहा कि धरती पर जब-जब पाप बढ़ते है तब तब भगवान को स्वयं अवतरित होकर पाप का नाश करने आना पड़ता है। भगवान की सीमा को कोई माप नहीं सकता। कण-कण में भगवान है। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने सुदामा के साथ दोस्ती कर पुरी दुनियां को संदेश दिया कि जाति-पाति, गरीब-अमीर का भेद मिटाकर चहुंओर प्रेम भाव व शांति से रहा जा सकता है। इसी से सभी का कल्याण है। कथा में आने-जाने के लिए बस व कथा स्थल पर जनरेटर की व्यवस्था समाजसेवी ओमप्रकाश मेहता की ओर से निःशुल्क कर रखी है। प्रसाद की व्यवस्था शिव शक्ति महिला मंडल की ओर से की गई। मंच साज-सजावट की निःशुल्क व्यवस्था राजेन्द्र कुमार की ओर से की गई। पानी की व्यवस्था दया देवी की ओर से है। कथा में पुखराज माथुर, मूलाराम जाणी, दया देवी, बुधराम चौधरी, किशन गौड़, शर्मिला चैहान, रेखा राव सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण की। कथा में आने-जाने के लिए बस की व्यवस्था बुधवार को भी दोपहर एक बजे डाक बंगले के पास निःशुल्क रहेगी।

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