गैस-पेट्रोल पंप, कृषि उपकरण वितरण जैसे नए काम होंगे आरंभ-सहकारिता मंत्री
जयपुर।
सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने कहा है कि प्राथमिक कृषि ऋणदात्री समितियों के कार्यों में विविधिकरण लाते हुए सक्षम समितियों कोे एजेन्सी दिला कर पेट्रोल पंप, गैस वितरण जैसी सुविधाएं गांवों-कस्बों में शुरु की जाएगी। उन्हाेंने कहा कि किसानों के हित में बड़ा निर्णय करते हुए कृषि वाहन व उपकरण उत्पादकों से सीधा समन्वय बनाते हुए सहकारी समितियोें से वितरित कर बिचौलियों के शोषण से बचाया जाएगा। सहकारिता मंत्री शनिवार को अपेक्स बैंक परिसर में 94 वें अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस व 22 वें यूएन डे ऑफ को-आपरेटिव्ज के अवसर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सहकारिता सचिव अभय कुमार व रजिस्ट्रार डॉ. रेखा गुप्ता के साथ साथ सहकार ध्वजारोहण, वृक्षारोपण, इफको, जयपुर सीसीबी प्रायोजित एसएसजी व उपभोक्ता संघ द्वारा प्रदर्शित उत्पादों का अवलोकन व रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया। किलक ने कहा कि हमारी सरकार ने ब्याजमुक्त फसली सहकारी ऋण वितरण के साथ ही भूमि विकास बैंकाें के कृषि निवेश ऋणों पर 5 प्रतिशत और सीसीबी के सहकार किसान कल्याण ऋण योजना में 2 प्रतिशत ब्याज अनुदान देना शुरु किया है। सहकारी-सामाजिक सरोकार के नाते ऋणी सदस्यों को 27 रुपए में 5 लाख रुपये का बीमा लाभ दिया जा रहा है जिसे चरणबद्ध तरीके से 10 लाख रुपये तक कराने की हमारी सोच और प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 25 लाख काश्तकारों को ब्याज मुक्त फसली ऋण सुविधा का लाभ दिया जाएगा। सहकारिता मंत्री ने कहा कि सहकारी व्यवस्था को साफ सुथरी व पारदर्शी बनाना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए संस्थाआें में वित्तीय अनुशासन सख्ती से लागू किया जा रहा है। स्वच्छता अभियान से जोड़ने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। सहकारिता विभाग के शासन सचिव अभय कुमार ने गांव के किसान से आम शहरी तक सहकारी सदस्यों व लाभार्थियों को मोबाइल युग में प्रवेश कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे सहकारी सुविधाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचेगी वहीं व्यवस्था पारदर्शी होगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिक उत्पादक सहकारी समितियों और उपभोक्ता सहकारी समितियों को सक्रिय व गतिशील बनाकर आम आदमियों को इनसे जोड़ जाएगा। उन्होंने एसएचजी को राजीविका से जोड़कर प्रशिक्षण, ऋण व विपणन सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। अभय कुमार ने धौलपुर की सहेली एसएचजी और डूंगरपुर की एसएचजी की चर्चा करते हुए कहा कि सीआरपी मॉडल पर काम करते हुए स्वयं सहायता समूहों को संचालित किया जाता है तो यह स्व प्रयासोें से आर्थिक विकास का सशक्त जरिया हो सकेगा। रजिस्ट्रार डॉ. रेखा गुप्ता ने कहा कि अब तो संयुक्त राष्ट्र संघ मान चुका है कि अनवरत विकास का लक्ष्य सहकारिता के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है। दुनिया में एक बिलियन नागरिक सहकारियों से जुड़े हुए हैं। विश्व की केवल 300 बड़ी सहकारी संस्थाआें का ही टर्न ओवर ब्राजील की जीडीपी से अधिक है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि आर्थिक विकास और सामाजिक दायित्वों को निर्वहन सहकारी सिद्धांतों और संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 57 हजार करोड़ रुपये की कार्यशील पूंजी से प्रदेश की सहकारी संस्थाएं आर्थिक गतिविधियों का संचालन कर रही है। अतिरिक्त रजिस्ट्रार सुभाष महरिया ने अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस पर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा जारी संदेश का वाचन किया। अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक विद्याधर गोदारा ने अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस की जानकारी देते हुए आभार व्यक्त किया। इफको के राज्य विपणन प्रबंधक राजेन्द्र खर्रा ने इफको की और से अतिथियों के हाथों महिलाओं को उपहार वितरित करवाए। संचालन अपेक्स बैंक के अरुण ने किया। इस अवसर पर 31 रक्तदाताओं ने रक्त दान किया।
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